इस आइलैंड पर चारों ओर हैं जहरीले सांप
यहां का नजारा देख सिहर जाएगा कलेजा!
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
दुनिया में एक अनोखा द्वीप ऐसा भी है जहां जहरीले सांपों का राज है। कहा जाता है कि यहां पर इंसान जाते हैं तो जिंदा वापस नहीं आते हैं। ब्राजील के पास स्थित इस द्वीप पर सांपों की बहुत घनी आबादी है और यहां दुनिया का सबसे जहरीले सांपों में से एक गोल्डन लांसहेड वाइपर मिलता है। आलम यह है कि यहां कि इंसानों के जाने पर पाबंदी लगाई जा चुकी है। अगर आपको लगता है कि दुनिया में सबसे खतरनाक सांप केवल भारत में पाए जाते हैं तो ऐसा नहीं है। हकीकत तो यह है कि दुनिया के कई जगंल ऐसे हैं जहां सांप बहुत अधिक संख्या में मिलते हैं। दुनिया में एक पूरा का पूरा द्वीप ही ऐसा है जहां सांपों का राज है। और तो और इस द्वीप में कोई इंसान जाने की हिम्मत नहीं कर सकता है। यहां जो भी जाता है उसे सांप मार देते हैं। इल्हा दा क्वेनमाडा नाम का यह द्वीप ब्राजील के पास है। इल्हा दा क्वेनमाडा को दुनिया में सांप के द्वीप के तौर पर जाना जाता है। यह ब्राजील के साओ पाओलो के तट से 33 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो चार लाख 30 हजार वर्ग किलोमीटर के इलाके में फैला है। भूमध्य रेखा के पास स्थित होने के कारण यहां घने जंगल और कई जानवर मिलते हैं जिनमें सांप सबसे ज्यादा हैं। इल्हा दा क्वेनमाडा में बहुत सारे सांपों की प्रजातियां रहती है। इनमें से गोल्टन लांसहेड वाइपर नाम की विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुकी प्रजाति भी शामिल है। यह दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में से एक माना जाता है। इसकी लंबाई करीब 46 इंच की होती है और इसका रंग पीले और कत्थई रंग का होता है। 2015 के आंकलन के अनुसानर यहां करीब दो से चार हजार सांप हैं। यहां हर 75 वर्ग मीटर में एक सांप पाया जाता है। कई लोग तो यह भी दावा करते हैं कि यहां हर किलोमीटर में पांच सांप रहते हैं। लोगों में सांपों को लेकर बहुत से किस्से कहानियां हैं, जिसमें बताया जाता है कि इस द्वीप में जो भी व्यक्ति, चाहे मछुआरा हो या केलों की तलाश में, या कोई और गया, यहां आने के बाद वह निश्चित ही मारा गया। वास्तव में सांप का जहर मांस और ऊतकों में को पिघला देता है। इससे सांप के लिए उसे पचाना आसान हो जाता है। जांचों से पता चला है कि गोल्डन लैंसहेड वाइपर बोथरप प्रकार के सांपों में सबसे तेजी से असर दिखाता है। यहां सांपों ने पेड़ों पर ऊंचाई तक जाना सीखा और वहां टहनियों पर आराम करने वाले पक्षियों को खाने लगे। समय के साथ उनका जहर पांच गुना जहरीला हो गया। वे फुर्तीले होते गए हैं। पक्षिओं के अलावा वे छिपकली, मेंढक आदि कई जानवर खाते हैं। यह द्वीप इंसानों की पहुंच से बाहर तो है ही। ब्राजील की सरकार भी इस पर कड़ी नजर रखती है कि यहां कौन आता जाता है। यहां आने वाले लोग अधिकांश तौर शोधकर्ता और जीवविज्ञानी ही होते हैं और उन्हें भी यहां आने के लिए खास तौर से इजाजत लेनी होती है। यहां स्मगलर भी आकर लैंसहेड सापों को पकड़ कर ब्लैक मार्केट में बेचते हैं। यहां पर एक लाइट हाउस है और ब्राजील के नेवी इसके रखराव के लिए साल में एक बार यहां आती है।