वन नेशन-वन इलेक्शन बिल पेश करते वक्त गायब रहे भाजपा के ये सांसद !
4PM न्यूज़ नेटवर्क: लोकसभा में सरकार ने ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ पेश कर दिया गया है। यह बिल केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने किया है। बिल पेश होने के बाद कांग्रेस ने इस बिल को संघीय ढांचे पर चोट बताया है। समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने भी इस बिल को लेकर विरोध जताया है। सपा सांसद ने कहा कि संघीय ढाचे को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस बिल को कानून बनाकर लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनावों को एक साथ कराने का प्रावधान है।
दरअसल, सरकार ने देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के प्रावधान वाले विधेयक को विपक्षी दलों के भारी विरोध के बीच मंगलवार को निचले सदन में पेश किया और कहा कि इस पर व्यापक विचार-विमर्श के लिए इसे संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के पास भेजा जाएगा।
वहीं दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि लोकसभा में एक देश-एक चुनाव विधेयक पेश करते वक्त भारतीय जनता पार्टी के 11 सांसद मौजूद नहीं थे। इतना ही ही इसमें कई तो केंद्रीय मंत्री भी हैं जो बिल पेश होते समय सदन में मौजूद नहीं थे। ऐसे में अब पार्टी इन सांसदों को नोटिस जारी करेगी और गैरमौजूदगी की रिपोर्ट आने के बाद पार्टी आगे का फैसला करेगी। सूत्रों के मुताबिक लोकसभा में इस बिल के पेश होते वक्त शांतनु ठाकुर, जगदंबिका पाल, बी वाई राघवेंद्र, गिरिराज सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नितिन गडकरी, विजय बघेल, उदयराज भोंसले, भागीरथ चौधरी, जगन्नाथ सरकार और जयंत कुमार रॉय मौजूद नहीं थे।
महत्वपूर्ण बिंदु
- दरअसल, वन नेशन-वन इलेक्शन के पेश होने के दौरान बिल के समर्थन में सिर्फ 269 वोट पड़े और विरोध में 198 वोट पड़े है।
- कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर का कहना है कि सरकार जरूरी साधारण बहुमत भी नहीं जुटा पा रही है तो फिर उसे दो तिहाई मत कैसे मिलेगा?