किडनी की गंदगी साफ करेंगी ये सब्जियां
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
किडनी की बीमारी आगे चलकर खतरनाक बन सकती है। इसे दूर करने के लिए अपनी डाइट में ऐसी पांच सब्जियां शामिल करें, जो किडनी के कार्य को आराम से पूरा करने में मदद करे और आगे चलकर स्टोन न बनाए। किडनी की बीमारी के लिए ऐसे फूड अच्छे माने जाते हैं, जिनमें पोटैशियम की मात्रा कम हो। साथ ही जिनमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो मुक्त कणों को बेअसर करने में मदद करते हैं। किडनी की बीमारी वाले लोगों के लिए यहां 5 तरह की सब्जियां बताई जा रही हैं, जिन्हें खाने से स्टोन की समस्या में राहत मिलेगी।
लाल शिमला मिर्च
लाल शिमला मिर्च कई विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर का अच्छा स्रोत है। इनमें पोटेशियम, फॉस्फोरस और सोडियम की मात्रा कम होती है, इसलिए किडनी की बीमारी हो गई है तो इसे अभी से खाना शुरू कर दें। दिन में 1/2 कप खाएं। शिमला मिर्च में विटमिन सी, विटमिन ए, विटमिन के, फाइबर और बीटा-कैरोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। शिमला मिर्च में कैलोरी न के बराबर होती है जिससे कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता।
पत्तागोभी
विटामिन के, विटामिन सी और फाइबर से भरपूर पत्तागोभी विटामिन बी6 और फोलिक एसिड का भी अच्छा स्रोत है। इसमें पोटेशियम कम होता है। यदि आप डायलिसिस की डाइट में इसे शामिल करेंगे तो आपको फायदा मिलेगा। पत्ता गोभी कैंसर जैसी बीमारियों से भी छुटकारा मिल जाता है। क्योंकि उन्हें कैंसर जैसी बीमारियां होने की संभावना बहुत कम हो जाती है। पत्ता गोभी के अंदर सिनिग्रिन, इन्डोल और कार्बिनोल पाया जाता है। इन्हीं कारणों की वजह से जो लोग पत्ता गोभी की सब्जी खाते हैं वह कैंसर जैसी बीमारियों से बच जाते है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां, जैसे कि पालक या केल, विटामिन और खनिजों से भरपूर होती हैं। यह किडनी को हेल्दी रखने का कार्य बढ़ाती हैं। इन सब्जियों में एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो किडनी को रक्त छानने के काम को आसान बनाने में मदद करती हैं।
सबसे पहला और सबसे जरूरी पालक के फायदे है कि यह पौष्टिक आहार से भरपूर है। पालक देखने में बेहद सिंपल लगती हैं लेकिन यह कई सारे आहार से भरपूर है जो आप बिल्कुल भी नहीं छोडऩा नहीं चाहेंगे। 100 ग्राम पालक की पत्तियों से 91 प्रतिशत पानी, 3.6 ग्राम कॉबोहाइड्रेट, 2.9 ग्राम प्रोटीन और 2.2 ग्राम फाइबर प्राप्त होता है। थोड़ी मात्रा में शुगर और फैट भी मिलता है। जो विटामिन और मिनरल्स पालक से मिलते हैं वो इस प्रकार हैं- विटामिन ए, सी, के1, बी6 और बी9, कैल्शियम, आयरन, फोलिक एसिड, पोटेशियम और मैग्नीशियम। पालक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है जो पूरे शरीर की सेहत और अहम अंगों को सही से काम करने में मदद करते हैं। पालक के फायदे इन एंटीऑक्सीडेंट की कारण बढ़ जाते हैं।
फूलगोभी
फूलगोभी विटामिन सी से भरी हुई होती है और फोलेट और फाइबर का अच्छा स्रोत है। इसमें ऐसे यौगिक होते हैं, जो लीवर में मौजूद गंदे पदार्थों को बेअसर करने में मदद करते हैं। हृदय के लिए फूलगोभी का सेवन काफी लाभकारी साबित होता है। क्योंकि फूलगोभी एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो हृदय को स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं, साथ ही फूलगोभी का सेवन करने से हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम कम होता है। फूलगोभी का सेवन हड्डियों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि फूलगोभी विटामिन के से भरपूर होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। साथ ही फूलगोभी का सेवन फ्रैक्चर के जोखिम को कम करने में भी मदद करता है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो आपको फूलगोभी का सेवन करना चाहिए। क्योंकि फूलगोभी में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो वजन को कम करने में मददगार साबित होता है।
प्याज
प्याज के अंदर फ्लेवोनोइड्स और क्वेरसेटिन नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो किडनी को स्वस्थ रखता है। साथ ही इनमें पोटेशियम भी कम होता है, जो किडनी के लिए अच्छा माना जाता है। कच्चा प्याज पाचन के लिए बेहद फायदेमंद है। इसे सलाद के रूप में खाने से डाइजेशन सही रहता है। कच्चे प्याज का सेवन ब्लड शुगर के लिए बहुत लाभकारी है। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है। शुगर के मरीजों को नियमित कच्चे प्याज का सेवन करना चाहिए। कच्चे प्याज के सेवन से हार्ट हेल्दी रहता है। इससे हार्ट अटैक का खतरा कम होता है। हार्ट के मरीजों को रोजाना प्याज का सेवन करना चाहिए इससे दिल की सेहत मजबूत होती है।