सोच बेईमान, काम दागदार बनकर रह गया भाजपा का नारा : राम गोविंद

  • सरकार का दावा- योगी राज में 12 लाख को नौकरियां

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान मंडल के दोनों सदनों में वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए 8479.53 करोड़ रुपये के दूसरे अनुपूरक बजट और वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहले चार महीनों में सरकार के जरूरी खर्चों से निपटने के लिए 1,68,903.23 करोड़ रुपये के लेखानुदान को ध्वनि मत से पारित किया गया। यूपी विधानसभा में अनुपूरक बजट का विरोध करते हुए नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार ने सोच ईमानदार, काम दमदार का जो नया नारा दिया है, वह सोच बेईमान, काम दागदार बनकर रह गया है। जवाब में संसदीय कार्य व वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विपक्ष के आरोपों को नकारते हुए कहा कि सरकार की लोकप्रियता का एक ही पैमाना है-लोकदृष्टि। उस पर योगी सरकार खरी उतरी है।

उन्होंने कहा कि योगी सरकार के कार्यकाल में अब तक 12 लाख लोगों को नौकरियां मिली हैं जबकि प्रदेश में तीन लाख करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है। इनमें से 60 हजार करोड़ रुपये के निवेश पर उत्पादन भी शुरू हो गया है। अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान राम गोविंद चौधरी ने कहा कि जब सरकार मूल बजट और पहले अनुपूरक बजट में आवंटित धनराशि का कई मदों में 50 प्रतिशत भी नहीं खर्च कर पाई है तो दूसरे अनुपूरक बजट का औचित्य क्या है। यह जनता के धन का दुरुपयोग है।

सरकार राजस्व प्राप्तियों में भी फेल हुई है। कोरोना प्रबंधन के नाम पर मुख्यमंत्री अपनी पीठ ठोकते हैं जबकि सर्वाधिक मौतें उत्तर प्रदेश में हुई। राष्टï्रीय क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों को पेश करते हुए कहा कि उप्र में अपराध चरम सीमा पर हैं। रोजगार देने का दम भरने वाली सरकार ने बेरोजगार युवाओं को लाठियों से पिटवाया। पंचायत चुनाव में बहन-बेटियो का चीर हरण हुआ। सवाल किया कि क्या यही रामराज्य है?

शिक्षामित्रों को मिले शिक्षकों के समान वेतन

बसपा नेता उमाशंकर सिंह ने शिक्षामित्रों को शिक्षकों के समान वेतन देने और शिक्षा प्रेरकों के बकाया मानदेय का भुगतान कराने की मांग की। बलिया के रसड़ा क्षेत्र में बंद सरकारी चीनी मिल को चालू कराने और जिले में ट्रामा सेंटर की स्थापना का मुद्दा भी उठाया। कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा ने कहा कि आसमान छूती महंगाई के दौर में सरकार की ओर से जरूरतमंदों की पेंशन 500 रुपये बढ़ाने का ऐलान गरीबों के साथ मजाक है।

उन्होंने बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने का मुद्दा उठाया। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि निराश्रित पशुओं के कारण हो रहीं सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अनुपूरक बजट में कोई व्यवस्था नहीं है। किसानों की उपज की क्षति को रोकने का कोई इंतजाम नहीं है। सरकार मुफ्त राशन का ढिंढोरा पीट रही है लेकिन महंगाई पर खामोश है।

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