सोने के ढेर पर बसा ये शहर! इसके बावजूद सडक़ें और डे्रनेज सिस्टम तक नहीं हैं यहां
अगर किसी को सोने के ढेर का पता चल जाए तो लोग लूटने पर उतारू हो जाएंगे। लेकिन आज हम आपको दुनिया के एक ऐसे शहर के बारे में बताने जा रहे हैं जो सोने के ढेर पर ही बसा हुआ है। इसके नीचे इतना सोना है कि कई देशों की इकोनॉमी सुधर जाए। लाखों लोग करोड़पति हो जाएं। मगर यहां के लोग किस्मत के उतने धनी नहीं। यह शहर इतनी ऊंचाई पर स्थिति है कि इसे अंतरिक्ष के सबसे करीब माना जाता है। यहां रहने सबके बस की बात नहीं। हम बात कर रहे दक्षिण अमेरिकी देश पेरू में बसे शहर ला रिनकोनाडा की। इसे दुनिया का सबसे ऊंचा शहर माना जाता है, जिसकी ऊंचाई 5500 मीटर से भी ज्यादा है। इसी वजह से रिनकोनाडा को अंतरिक्ष का सबसे करीबी शहर होने का दर्जा प्राप्त है। ऊंचाई की वजह से यहां ग्रीनलैंड जैसी ठंड पड़ती है और औसत तापमान माइनस में चला जाता है। शहर की आबादी लगभग 60,000 है। काफी तेजी से लोग यहां आकर बस रहे हैं। बहुत सारे पर्यटक यहां घूमने के लिए आते हैं। एंडीज पहाड़ों पर बसे ला रिनकोनाडा शहर के नीचे सोने की कई खदानें हैं। कानूनी तौर पर यहां खनन की इजाजत नहीं है, फिर भी कई कंपनियां गैरकानूनी तरीके से यहां सोने के खनन का काम करती हैं। यहां की अर्थव्यवस्था इन्हीं कंपनियों में काम कर रहे मजदूरों पर निर्भर है। मर्द सोने की खदानों में काम करते हैं और महिलाएं इधर-उधर छितरे चट्टानों के टुकड़ों के बीच सोने के कण खोजती हैं। कर्मचारी 30 दिनों तक बिना भुगतान के काम करते हैं और 31वें दिन खदान से उतना अयस्क लेने की अनुमति होती है। खनिज उस अयस्क से जितनी धातु निकाल लें, वह उनका। ज्यादातर खनिकों के पास कोई संसाधन नहीं, इसलिए उनकी मेहनत औनेपौने दाम पर बिक जाती है। इस शहर में न कोई टैक्स लेता है और न ही कोई प्रशासन है। इसी वजह से किसी तरह की सुविधा भी नहीं। सडक़ें और ड्रैनेज सिस्टम तक नहीं है। इस शहर में ऑक्सीजन का स्तर काफी कम है। सामान्य इलाकों से तुलना की जाए तो सिर्फ 50 फीसदी ऑक्सीजन ही यहां उपलब्ध है। यहां के लोग तो अभ्यस्त हो चुके हैं, लेकिन बाहर से कोई जाए तो जीना आसान नहीं होगा।