ये नया भारत है, अपने काम से जवाब देता है- सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती

सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि कई शहरों के सज्जादानशीन रक्षा मंत्री से मिलने आए थे और उन्होंने सेना को सलाम किया.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ किए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर देशभर के प्रमुख सूफी-संतों और दरगाहों के प्रतिनिधिमंडल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर भारतीय सेना और केंद्र सरकार के प्रति आभार प्रकट किया।

इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अजमेर दरगाह के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी और ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के चेयरमैन सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने किया। उन्होंने कहा, “यह नया भारत है, जो अब शब्दों से नहीं, कार्रवाई से जवाब देता है।” प्रतिनिधिमंडल ने रक्षा मंत्री से मिलकर ऑपरेशन के दौरान सेना के पराक्रम और सरकार के दृढ़ संकल्प की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ सख्त और निर्णायक कदम उठा रहा है, जो हर देशवासी के लिए गर्व की बात है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और भारत किसी भी सूरत में आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा।

इस अवसर पर एमजे खान, कमर आगा, जस्टिस कुद्दूसी समेत कई प्रमुख मुस्लिम इंटेलेक्चुअल शामिल रहे. रक्षा मंत्री ने मुस्लिम समाज के इस दृढ़ और साहसी रुख की सराहना करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ यह राष्ट्रीय एकता और सामूहिक चेतना का प्रतीक है. सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि कई शहरों के सज्जादानशीन रक्षा मंत्री से मिलने आए थे और उन्होंने सेना को सलाम किया. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान जैसे आतंकी समर्थक देश को जो मुंहतोड़ जवाब भारतीय सेना ने दिया, वह स्पष्ट संदेश देता है कि यह नया भारत है जो शब्दों से नहीं, कर्मों से जवाब देता है.” उन्होंने यह भी बताया कि रक्षा मंत्री से विस्तृत चर्चा के बाद प्रतिनिधिमंडल ने कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू से भी मुलाकात की और अपना समर्थन व्यक्त किया.

नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा, “पूरे देश के दिल में दर्द था, जिस तरह से आतंकवादियों ने हमारी मां-बहनों के सिंदूर को उजाड़ा, उसका करारा जवाब दिया गया. ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को बता दिया कि भारत में सिंदूर की क्या अहमियत है. हम भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरंद्र मोदी को धन्यवाद देते हैं.” उन्होंने यह भी मांग की कि दार्शनिक और धार्मिक मुस्लिम नेता, विशेष रूप से दरगाहों के प्रमुख, एक वैश्विक प्रतिनिधिमंडल बनाकर मुस्लिम देशों का दौरा करें और पाकिस्तान के आतंकी समर्थन को उजागर करें. उन्होंने कहा कि इस्लाम के नाम पर आतंकवाद फैलाने वाले देशों का बहिष्कार होना चाहिए.

चिश्ती ने यह भी दोहराया कि इस्लाम शांति और मानवता का धर्म है और एक निर्दोष की हत्या समूची मानवता की हत्या के समान है. उन्होंने पहलगाम हमले के पीड़ितों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की. इस ऐतिहासिक मुलाकात की जानकारी खुद सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने सोशल मीडिया पर साझा की, जहां उन्होंने कहा कि भारत की सांस्कृतिक परंपराओं में सिंदूर का विशेष महत्व है और भारतीय सेना की कार्रवाई से हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है. मंत्री किरेन रिजिजू और अर्जुन मेघवाल ने भी ट्वीट कर इस मुलाकात की सराहना की और मुस्लिम समाज के इस समर्थन को आतंकवाद के विरुद्ध एकजुटता की मिसाल बताया.

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