महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं का आंकड़ा 43 करोड़ के पार, बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था
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4PM न्यूज़ नेटवर्क: उत्तर-प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ मेले का आज (10 फरवरी) 29वां दिन है। महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 43 करोड़ पार कर चुका है। महाकुंभ में परसों यानी 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा का स्नान है, लेकिन उससे पहले ही श्रद्धालुओं का सैलाब रिकॉर्ड तोड़ते दिख रहा है। रविवार से महाभीड़ का आलम ये है कि 20 मिनट का रास्ता तय करने के लिए लोग कई घंटे तक जाम में फंसे रहे। प्रयागराज में महाकुंभ मेले के सभी मार्गों पर कई किलोमीटर तक यातायात बाधित रहा। भीड़ का आलम यह रहा कि प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन को बंद कर दिया गया। मेला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 13 जनवरी से 9 फरवरी तक 43.57 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
महाकुंभ मेले में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
बताया जा रहा है कि दिल्ली से प्रयागराज जाने का सामान्य समय 12 घंटे है लेकिन अभी 30 घंटे लग रहे हैं। वहां सतना(एमपी) से 5 घंटे का समय लगता है लेकिन अभी 15 घंटे लग रहे हैं, कानपुर से 5 घंटे लगते हैं लेकिन अभी 12 घंटे लग रहे हैं। वहीं पटना से प्रयागराज के जाने के लिए 8 घंटे का सामान्य समय है लेकिन अभी 17 घंटे लग रहे हैं, इसके अलावा वाराणसी से प्रयागराज जाने का सामान्य समय 3 घंटे है जिसमें अब 10 घंटे लग रहे हैं।
इस मामले में यातायात के ADCP कुलदीप सिंह ने कहा कि वाहनों की संख्या बहुत अधिक है और यात्री इस कोशिश में हैं कि वे जल्द से जल्द पहुंचने के लिए नजदीक से नजदीक आएं। इसकी वजह से लंबा जाम लग रहा है और इस भीड़ की वजह से हमें मौनी अमावस्या वाली व्यवस्था लागू करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या पर जितनी भीड़ आई थी, लगभग उतनी ही भीड़ अब आ रही है। दूर की पार्किंग 50 प्रतिशत भर गई है। नजदीक वाली पार्किंग छोटी पार्किंग है, जबकि दूर वाली पार्किंग बड़ी है, फिर भी वाहन कतार में लगे हैं।
महत्वपूर्ण बिंदु
- अनारक्षित टिकट वाले यात्रियों को दिशावार यात्री आश्रय की ओर से प्रवेश दिया जाएगा।
- टिकट की व्यवस्था यात्री आश्रयों में अनारक्षित टिकट काउंटर, एटीवीएम और मोबाइल टिकटिंग के रूप में रहेगी।
- यात्रियों की सुरक्षा और सुगमता के लिए प्रवेश केवल शहर की ओर (प्लेटफॉर्म नंबर 1 की ओर) से दिया जाएगा और निकासी केवल ‘सिविल लाइंस’ की तरफ से होगी।
- इस प्रकार आरक्षित टिकट वाले यात्रियों को प्रवेश गेट संख्या पांच से दिया जाएगा और उन्हें ट्रेन आने से आधे घंटे पहले प्लेटफॉर्म पर जाने की अनुमति मिलेगी।