बिहार में जहरीली शराब से दो की मौत, मरने वालों की संख्या बढऩे की आशंका, कई बीमार
पटना। बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी लागू हुए आठ साल हो गए, लेकिन शराब की सहज उपलब्धता पर रोक नहीं लगाई जा सकी। अब तो जहरीली शराब से मौत पर भी मुआवजा मिल रहा है, इसलिए वह भी डर नहीं रहा। एक बार फिर सारण जिले में जहरीली शराब के तीन शिकार सामने आए हैं। इनमें से एक की मौत हो चुकी। दो की हालत चिंताजनक है। दूसरी तरफ सीवान जिले में एक की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि यहां 10 से ज्यादा लोग गंभीर हैं। मतलब, मौत का आंकड़ा बढऩे की पूरी आशंका है।
सारण में घटना मशरक थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांव में हुई है, जो सीवान जिले के भगवानपुर हाट और सारण जिले के मशरक थाना क्षेत्र की सीमा पर है। जहरीली शराब पीने से मशरख थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांव निवासी लतीफ मियां के 30 वर्षीय पुत्र इस्लामुद्दीन अंसारी की मौत हुई है। आलम अंसारी के 29 वर्षीय पुत्र मुमताज अंसारी और रियाज अंसारी के 18 वर्षीय पुत्र शमशाद अंसारी का इलाज चल रहा है। दोनों युवकों से पुलिस शराब के मंगाने, पीने और बीमार होने तक के बारे में पूछताछ कर रही है। सीवान में भगवानपुर थाना क्षेत्र के दो गांव मगरी और बाइस क_ा गांव में कई लोगों की मौत की जानकारी आ रही है, हालांकि पुष्टि सिर्फ एक की हुई है अबतक। दो की हालत गंभीर बताई जा रही है और 10 से ज्यादा बीमार हैं। मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है।
सारण जिला प्रशासन की ओर से जारी बयान के अनुसार सारण जिले के मसरक थाना क्षेत्र अंतर्गत मिलावटी शराब पीने से इब्राहिमपुर गांव के एक व्यक्ति की संदिग्ध हालत में मृत्यु होने की सूचना मिली है। दो अन्य व्यक्तियों का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मशरक के चिकित्सक कर रहे हैं। पुलिस टीम एक व्यक्ति की संदिग्ध मौत के संबंध में जांच कर रही है। मशरक स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए उक्त दोनों युवकों को छपरा स्थित सदर अस्पताल रेफर कर दिया है। साथ ही नियमों का पालन करते हुए अन्य कार्यवाही की जा रही है।