यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को लेकर दो युवकों ने खुद पर पेट्रोल डालकर लगाई आग, मचा हड़कंप
4PM न्यूज नेटवर्क: धार जिले के औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर में आज (3 जनवरी) केमिकल कचरे के निपटान को लेकर बवाल मच गया। इस दौरान भोपाल से लाए गए यूनियन कार्बाइड के कचरा का विरोध बढ़ता जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक हजारों की तादाद में लोग सड़क पर उतर आए हैं और बेकाबू पब्लिक को संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा है। बता दें कि भोपाल गैस कांड के 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड कारखाने का 337 टन जहरीला कचरा इंदौर के पास स्थित पीथमपुर की एक इंडस्ट्रियल वेस्ट डिपोजिट यूनिट में पहुंचा दिया गया था। ऐसे में लोगों की मांग है कि इस कचरे के निपटान की व्यवस्था पीथमपुर से हटाकर कहीं और की जाए। जिसे लेकर विरोध बढ़ता ही जा रहा है।
कचरे को पीथमपुर में जलाने का विरोध तेज
इसके विरोध में दो प्रदर्शनकारियों ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। उन्हें इंदौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिसकी वजह से तनाव और भी बढ़ गया है। दरअसल, शुक्रवार (3 जनवरी) को सुबह से ही पीथमपुर के बाजार बंद हैं। चाय पानी की दुकानें बंद रखकर रहवासियों ने इस बंद को समर्थन दिया है। इसके अलावा यहां छोटी-छोटी दुकानें भी बंद है।
बता दें कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में ‘ग्रीन कॉरिडोर’ बनाकर जहरीले कचरे को 12 सीलबंद कंटेनर ट्रकों में भोपाल से 250 किलोमीटर दूर धार जिले के पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया की वेस्ट डिपोजिट यूनिट में लाया गया था। जिसे लेकर यूनियन कार्बाइड कारखाने का जहरीला कचरा पीथमपुर आने के बाद स्थानीय नागरिकों ने जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इसी क्रम में लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन के दौरान लोग बेकाबू हो गए जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
इस मामले में स्थानीय दुकानदार ने कहा कि दुकान बंद करने का कारण ये है कि भोपाल से 40 साल पुराना जहरीला कचरा यहां पीथमपुर में निपटान के लिए लाया गया है। उन्होंने कहा कि हम यहां कचरे को नहीं जलाने देंगे। हम पीथमपुर के लोगों के साथ हैं। अपने लोगों की सुरक्षा के लिए हमने स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद कर अपना विरोध जताया है। हम सरकार से चाहते हैं कि इस कचरे को पीथमपुर में न जलाया जाए।
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