यूनीपोल, होर्डिंग एजेंसियों के ऊपर करोड़ों बकाया, जिम्मेदार बेफिक्र
2 करोड़ 65 लाख 72,07 रुपये रुपये दबाए बैठी हैं विज्ञापन एजेंसियां
निगम के कर अधिकारी रिश्वत लेने में व्यस्त
मो. शारिक
लखनऊ। इकाना के पास हुए हादसे के बाद नगर निगम ने कुछ तेजी दिखाई है। इसी के मद्देनजर नगर आयुक्त ने जर्जर होर्डिंगों व यूनीपोल को हटाने के निर्देश दिए हैं। उधर विज्ञापन से जुड़ी कंपनियों पर वसूली की भी कार्यवाही होने का अंदेशा है। सूत्रों से पता चला है कि 129 यूनीपोल, होर्डिंग एजेंसियों के ऊपर 2 करोड़ 65 लाख 72,07 रुपये बकाया है। जबकि 21 लाख ओरिजिन्स कंपनी पर ही बकाया है। सुनने में आर रहा कि उससे बकाय वसूलने की तैैयारी है। इस बाबत आदेश की प्रति भी मेसर्स ओरिजिन्स के कार्यालय को भेज दी गयी है।
नगर निगम ने यह कार्यवाही लखनऊ नगर निगम विज्ञापन पर अनुज्ञा शुल्क का निर्धारण और वसूली उपविधि 2018 का उल्लंघन करने के आरोप में की है। सोमवार को इकाना स्टेडियम परिसर में यूनिपोल गिरने से माँ और बेटी की मौत हो गयी थी,जबकि दो लोग घायल हो गए थे। यह यूनिपोल मेसर्स ओरिजिन्स ने लगाया था। एजेंसी ने स्ट्रक्चरल इंजीनियर की रिपोर्ट भी नगर निगम में नही जमा कराई थी।
भ्रष्टाचार में लिप्त बाबू
नवीन साहू, लिपिक, कर विभाग जोन 1
वरुण बहुगुणा, कंप्यूटर बाबू, राहुल कनौजिया, फार्म कीपर, पंकज अवस्थी, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी(प्रचार अधिकारी बना बैठा) और भी सैकड़ों राजस्व निरीक्षक, लिपिक है जो अशोक सिंह की तरह सालो से एक पद पर नियमो के विपरीत जमे है इनपर नही लागू होती कोई स्थाआंतरण की नीति, अशोक सिंह के पास कार्मिक का विभाग का प्रभार है किसको कहा कैसे सेट करना ये कई वर्षो से यही तय करते है, सूत्र बताते है की कोई अधिकारी कभी कार्मिक का प्रभार इतने लंबे समय तक नहीं पाया।
4 PM में खबर छपने के बाद तल्ख हुए नगर आयुक्त के तेवर
लखनऊ में खतरनाक अवैध होर्डिंग और यूनिपोल के खिलाफ नगर निगम ने अभियान शुरू कर दिया है 4PM में लगातार हादसों की होर्डिंग के तहत लगातार खबरें प्रकाशित हो रही है इनका संज्ञान लेते हुए नगर आयुक्त ने गुरुवार को बैठक की। प्रचार एजंसियों के साथ बैठक में दो दिनों के भीतर खतरनाक और कमजोर ढांचे वाली होर्डिंग यूनिपोल हटाने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने बताया कि यह अभियान विभागीय स्तर पर चलेगा। इसकी क्षतिपूर्ति संबंधित प्रचार एजंसियों से की जाएगी। सुरक्षा के मद्देनजर लापरवाही पर सम्बंधित एजेंसी पर एफआईआर भी दर्ज होगी। उन्होंने घरों की छतों पर स्थापित मानकों के विपरीत विज्ञापन होर्डिंग हटाने को कहा। इसके अलावा जहां जहां शहर में तय सीमा से बड़ी डिजिटल स्क्रीन लगी है उनको भी हटाया जाए। मुख्य मार्ग के डिवाइडर के सभी यूनिपोल हटाये जाएंगे। शाम तक शहर में कुल 30 यूनिपोल से विज्ञापन फ्लैक्स को हटाया गया। इसके अलावा 280 राजनीतिक प्रचार वाले होर्डिंग झंडे बैनर हटाये गये।160 छोटे बोर्ड भी हटाये गये।
रसूख ऐसा कि जोन चार को लूटा अब जोन आठ पर नजर
जोन 4 में टीएस के पद पर रहे अजित राय का कारनामा पकड़ा गया है उन्होंने टैक्स वसूली में धांधली किया है। वो तो वो उनके साथी देवी शंकर दुबे ने भी कोई कमी नही रखी जोन 4 को लूटने में। सूत्रों से पता चलता है करोडों रुपये के हेर फेर करके चले गए किसी को भनक नही लगने दी। ये भी अशोक सिंह के बहुत करीबी है। इसलिए इनको क्लीन चिट मिलना तय है। सूत्रों के मुताबिक जानकारी ये भी मिली है कि बिना म्यूटेशन की फीस जमा कराए ही कर दी 200 से ज्यादा फाइलें पूर्व में रहे जोनल के साथ मिलकर लूट लिया। जोन 4 को अपनी ऊंची पहुँच रखने वाले अजित रॉय टीएस से जोनल अधिकरी बने हैं। वह गोरखपुर का अपने को करीबी बताकर रौब गांठते रहते हैं। वही देवी शंकर को भी अपने साथ ही साथ लिए रहते हैं। सूत्रों मुताबिक ये भी बताया जाता है नगर निगम की लूट करने के बाद उसने वृंदावन जैसे वीआईपी एरिया में करोड़ों का आलीशान बंगला बना लिया है।
ग्वारी से पत्रकार पुरम जाने वाले रास्ते मे बना नाला जर्जर
नगर निगम के कर्मचारी सिर्फ पैस कमाने में लगे हुए है। उन्हें आमजन के कामों से कोई लेना देना नही है। गोमतीनगर के ग्वारी चौराहे से पत्रकार पुरम जाने वाले रास्ते मे बना नाला बड़ी घटना को दावत दे रहा है। कर्मी इतना शातिर हैं कि जब मंडलायुक्तव नगर आयुक्त ां निरीक्षण करने निकलते है तो जोन 4 के सम्बंधित जेई, एक्सईएन उनहें गुमराह कर देते है। सबसे बड़ी बात है कि नाले के अंदर से गयी पानी की पाइप लाइन का पानी भी प्रदूषित हो रहा क्योंकि वह पाइपलाइन काफी लंबे अरसे से टूटी पड़ी है । लोगो को नाले का पीना पड़ रहा है। नाले की बाउंड्री वाल पूरी तरह से जर्जर पड़ी है। कभी हादसा हो सकता है। इंटर लॉकिंग भी पूरी तरह से बैठ चुकी है। रोड का अता-पता नही है। जोन 4 के संबंधित अधिकारियों की पेपर में वाहवाही चल रही है जबकि जनता धरातल पे बदहाली के आंसू बाह रही है।
बेटी को इंसाफ न मिलने पर परिवार सहित की विधानसभा के सामने आत्मदाह की कोशिश
पुलिस ने रोका, उन्नाव से आए थे सभी
नाबालिग के साथ रेप की कोशिश का आरोप, कार्रवाई न करने से थे परेशान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सीएम योगी के सख्त कानून व्यवस्था के दावे की कलई अब ख्ुालती जा रही हैं। कहीं कचहरी में हत्या हो रही है तो कहीं घर में घुसकर नाबालिग को मारा जा रह है। अब नया मामला पूरे परिवार द्वारा विधानसभा के सामने आत्मदाह करने का आया है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विधानसभा के सामने उन्नाव से आए एक परिवार ने आत्मदाह की कोशिश की। परिवार ने नाबालिग के साथ रेप की कोशिश करने वाले आरोपियों पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। हालांकि, पुलिस ने आत्मदाह से पहले सभी को रोक लिया और उन्हें थाने लेकर पहुंची है। पूछताछ में परिवार ने आरोप लगाया है कि उनकी नाबालिग बेटी के साथ कुछ लोगों ने रेप की कोशिश की।
असफल होने पर मारपीट की और पीडि़त परिवार के कई लोगों को घायल कर दिया। थाने में शिकायत करने पर पुलिस आरोपियों के खिलाफ मुकदमा नहीं लिख रही है। आत्मदाह की कोशिश करने वाला परिवार उन्नाव के पुरवा का रहने वाला है।
पीडि़तों का आरोप है कि गांव के दबंग राहुल सिंह और मोहित ने उनकी बेटी पर तब हमला किया, जब वह बाइक लेकर खेत की ओर जा रही थी। राहुल ने लात मारकर उसे गाड़ी से गिरा दिया। इसके बाद संकठा, कीर्तन और राधेश्याम पीछे से आए और पीडि़ता को घर में खींचकर ले गए। यहां राहुल और मोहित ने नाबालिग पीडि़ता के साथ रेप की कोशिश की। चिल्लाने पर पीडि़ता के परिवार के अन्य लोग उसे बचाने के लिए आए। आरोपियों ने इसके बाद पीडि़ता के परिवार के साथ मारपीट की और उन पर लोहे के रॉड और डंडों से वार किया।
दबंगों के प्रभाव में पुलिस ने नहीं लिखी शिकायत
शिकायतकर्ता ने कहा कि इसके बाद थाने में शिकायत करने की कोशिश की गई लेकिन आरोपियों के प्रभाव के कारण पुलिस ने न तो शिकायत लिखी और न ही मेडिकल कराया। आरोपियों पर लूटपाट के भी आरोप लगे हैं। पुलिस के शिकायत न सुनने पर पीडि़त परिवार लखनऊ आ गया और विधानसभा के सामने आत्मदाह की कोशिश की। हालांकि, इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया है और पूछताछ कर रही है।