यूूपी विधान सभा पेपरलेस, लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दिया सार्थक संवाद का मंत्र, कहा, जनता से भी संवाद करें सदस्य
हंगामे से गिर रही सदन की गरिमा
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- विधानमंडल का काम कानून बनाना, व्यापक व सार्थक संवाद से मिलती है सरकार को मदद
- ई-विधान प्रणाली का किया शुभारंभ, विधायकों को दिए जनता से जुडऩे के टिप्स
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी की विधान सभा अब हाईटेक हो गई है। विधानमंडल की कार्यवाही आज से पेपरलेस हो गई। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विधान भवन पहुंचकर ई-विधान प्रणाली का उद्घाटन किया। इस मौके पर लोक सभा अध्यक्ष ने विधायकों को सार्थक संवाद का मंत्र दिया।
ई-विधान प्रणाली के प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत विधान सभा सदस्यों के प्रबोधन कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि विधानमंडल का मूल काम कानून बनाना है। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि कानून बनाने में विधानमंडल सदनों में चर्चा और संवाद में कमी आ रही है। उन्होंने विधान सभा सदस्यों को सलाह दी कि कानून बनाते समय सदन में व्यापक चर्चा और संवाद तो करें ही लेकिन इससे पहले जनता से भी व्यापक और विस्तृत संवाद करें। जितना सार्थक संवाद होगा, सरकार को उतनी मदद मिलेगी और जनता का भी कल्याण होगा। उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई की नारेबाजी, हंगामे के कारण सदनों की गरिमा दिन-प्रतिदिन गिरती जा रही है। सदन की गरिमा बनाए रखने की जिम्मेदारी सदस्यों पर है। सदस्यों के आचरण, व्यवहार के आधार पर सदन की गरिमा और मर्यादा तय होती है। देश के बड़े नेता विधानमंडलों से निकले हैं और वे तर्कों के जरिये ही अपनी बात रखते हैं। गौरतलब है कि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला आज सुबह लखनऊ पहुंचे। चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अमौसी पर उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष सतीश महाना और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने उनका स्वागत किया।
एक मंच पर दिखे सीएम और नेता प्रतिपक्ष
ई-विधान प्रणाली के शुभारंभ मौके पर विधान भवन में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला, उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना, सीएम योगी आदित्यनाथ, संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव एक मंच पर मौजूद रहे।
आसान होगा काम, तकनीक से मिलेगा लाभ: सीएम योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सदस्यों को तकनीक का लाभ मिलेगा। अब भारी बैग से मुक्ति मिलेगी। तकनीक के इस्तेमाल से 25 करोड़ जनता के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। विधान सभा में ई-विधान लागू किए जाने के संदर्भ में उन्होंने सरकार के मंत्रियों और विधान सभा सदस्यों से पूर्ण मनोयोग से इसका प्रशिक्षण लेने और तकनीक का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि हम तकनीक से भागे नहीं, उसे अंगीकार करें लेकिन उसके पिछलग्गू भी न बनें। फील्ड में जाकर जनता से संवाद करना हमारा प्रथम कर्तव्य है।
लालू यादव और उनके परिवार से जुड़े 17 ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी
- नौकरी के बदले जमीन लेने से जुड़ा है मामला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। राजद अध्यक्ष लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बड़ी बेटी मीसा भारती और उनके परिवार से जुड़े 17 ठिकानों पर आज सुबह सीबीआई टीम ने छापेमारी की है। मामला लालू यादव के बतौर रेल मंत्री रहते नौकरी के बदले जमीन लेने से जुड़ा है। इस संबंध में सीबीआई की जांच पहले से चल रही है और पहले भी छापे पड़ चुके हैं।
पटना में आज सुबह साढ़े छह बजे ही सीबीआई अफसर राबड़ी देवी के 10, सर्कुलर रोड स्थित आवास पर पहुंच गए थे। सूत्रों की मानें तो रेलवे भर्ती बोर्ड घोटाले में नए सुबूत मिलने के बाद सीबीआई ने नया केस दर्ज किया है। एक महिला अफसर भी राबड़ी के आवास पहुंचीं। आरोप है कि रेलवे में नौकरी के बदले लालू यादव ने लोगों से उनकी जमीन अपने नाम कराई। छापेमारी ऐसे वक्त में हो रही है, जब लालू यादव-राबड़ी देवी के छोटे बेटे तेजस्वी यादव पटना में नहीं हैं। लालू यादव खुद फिलहाल दिल्ली में अपनी बड़ी बेटी और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती के आवास पर हैं।
सपा नेता आजम खां जेल से रिहा समर्थकों ने जताई खुशी
- रिहाई के समय प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव भी रहे मौजूद
- विभिन्न मामलों में फरवरी 2020 से सीतापुर जेल में बंद थे आजम
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सीतापुर। सपा के संस्थापक सदस्य और विधायक आजम खां 812 दिन बाद आज सीतापुर जेल से रिहा हो गए। सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद आजम खां की रिहाई का आदेश कल देर रात सीतापुर जेल प्रशासन को मिला और आज सुबह उनकी रिहाई हुई। आजम खां सुबह करीब आठ बजे जेल से बाहर आए। उनकी रिहाई पर समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गयी।
आजम खां के बड़े बेटे अदीब आजम सबसे पहले जेल पहुंचे। इसके बाद आजम के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ सपा विधायक आशु मालिक भी जेल पहुंचे। वहीं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी सीतापुर जेल पहुंचे। आजम खां आज जब अपने घर रामपुर पहुंचे तो कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। आजम को विभिन्न मामलों में 27 फरवरी 2020 में सीतापुर जिला जेल भेजा गया था।
अखिलेश बोले, हार्दिक स्वागत है
आजम खां की रिहाई के कुछ देर बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बधाई दी। अखिलेश यादव ने कहा कि सपा के वरिष्ठ नेता व विधायक माननीय आजम खां के जमानत पर रिहा होने पर उनका हार्दिक स्वागत है। जमानत के इस फैसले से सर्वोच्च न्यायालय ने न्याय को नये मानक दिये हैं। पूरा ऐतबार है कि वो अन्य सभी झूठे मामलों-मुकदमों में बाइज्जत बरी होंगे। झूठ के लम्हे होते हैं, सदियां नहीं।