UP News : दलितों पर अत्याचार को लेकर मायावती का राज्य सरकार पर हमला, ठोस कार्रवाई की मांग
बसपा प्रमुख ने कहा कि समाज के कमजोर वर्गों को सुरक्षा जताई कि वह इन मामलों में संवेदनशीलता दिखाते हुए सख्त कार्रवाई करे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः बहुजन समाज पार्टी यानी बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने एक बार फिर प्रदेश में दलितों पर बढ़ते अत्याचारों को लेकर राज्य सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने इन घटनाओं को “अत्यंत चिंताजनक” बचाते हुए सरकार से ठोस और प्रभावी कदम उठाने की मांग की है।
मायावती ने शनिवार को सोशल मीडिया के माध्यम से दो हिस्सों में एक बयान जारी कर प्रदेश के विभिन्न जिलों में दलित समुदाय के लोगों पर हो रही ज्यादती, बारातों पर हमले और बाबा साहेब डॅा. भीमराव अंबेडकर व भगवान बुद्ध की मूर्तियों के अपमान की घटनाओं की कड़ी निंदा की। बसपा प्रमुख ने कहा कि समाज के कमजोर वर्गों को सुरक्षा जताई कि वह इन मामलों में संवेदनशीलता दिखाते हुए सख्त कार्रवाई करे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
मायावती ने लिखा कि यह घटनाएं समाज को तोड़ने वाली हैं और सरकार को चाहिए कि वह दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे. उन्होंने यह भी मांग की कि राज्य सरकार अपराध नियंत्रण के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाए, ताकि समाज के कमजोर वर्गों को सुरक्षा का भरोसा मिल सके. अपने दूसरे ट्वीट में बसपा प्रमुख ने कहा कि जब देश की सीमाओं पर तनाव है और आतंकी घटनाओं से आंतरिक सुरक्षा को चुनौतियां मिल रही हैं, ऐसे वक्त में समाज के अंदर जातिवादी और सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाले तत्वों पर राज्य सरकार को सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि असामाजिक और आपराधिक प्रवृत्ति के लोग समाज में नफरत और हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे रोका जाना जरूरी है.
गौरतलब है कि हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश के कई जिलों से दलित समुदाय के लोगों पर हमले, उनके धार्मिक प्रतीकों और मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं. कहीं दलित दूल्हों की बारातों को रोका गया, तो कहीं बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्तियों को तोड़ा गया. इन घटनाओं को लेकर बहुजन समाज में गुस्सा है और राजनीतिक दल लगातार सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
आपको बता दें,कि मायावती ने पहले भी कई मौकों पर ऐसी घटनाओं को लेकर योगी सरकार को घेरा है और आरोप लगाया है कि भाजपा शासन में दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़े हैं. अब देखना होगा कि मायावती के इस बयान के बाद राज्य सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है. फिलहाल सोशल मीडिया पर उनका यह बयान काफी चर्चा में है और बहुजन समाज से जुड़े लोग इसे अपने अधिकारों की आवाज के रूप में देख रहे हैं.



