UP Politics :”एक घंटे में इलाज कर देंगे” वाला बयान बताया गया सिर्फ एक जुमला

कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद इमरान मसूद ने अपने हालिया बयान को लेकर सफाई दी हैं।मीडिया और सोशल मीडिया वायरल हो रहे एक घंटे में इलाज कर देंगे वाले बयान पर मसूद ने कहा कि यह केवल एक जुमला था,जिसे गलत तरीके से पेश किया गया है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद इमरान मसूद ने अपने हालिया बयान को लेकर सफाई दी हैं।मीडिया और सोशल मीडिया वायरल हो रहे एक घंटे में इलाज कर देंगे वाले बयान पर मसूद ने कहा कि यह केवल एक जुमला था,जिसे गलत तरीके से पेश किया गया है।उन्होंने कहा कि उनके बयान का मकसद किसी को डराना या धमकाना नहीं था,बल्कि वह सिर्फ स्थानीय संदर्भ में कही गई बात थी जिसे राजनीतिक रंग दे दिया गया था।मसूद ने आरोप लगाया कि उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर जनता के सामने रखा गया है,जिससे भ्रम कू स्थिति बनी है।इमरान मसूद ने यह भी कहा कि उनकी प्राथमिकता हमेशा लोगों की सेवा करना सही है और वे लोकतांत्रिक मर्यादाओं में रहकर ही अपनी बात रखते हैं।इमरान मसूद ने अपने बयान को हल्का-फुल्का जुमला बताते हुए स्पष्ट किया है कि उनकी मंशा किसी को नुकसान पहुंचाने की नहीं थी। इसके बावजूद विपक्षी दल इस बयान को लकेर उन पर हमलावर हैं,जिससे यह मुद्दा आगामी चुनावों में चर्चा का विषय बन सकता है।

मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें,कि मीडिया से बातचीत में कांग्रेस सांसद ने कहा कि मैं हिंसा का समर्थक नहीं हूं. वक्फ कानून को लेकर मेरी याचिका, सुप्रीम कोर्ट में दाखिल है. जिस पर कल (15 अप्रैल को) सुनवाई है. मुझे पूरा भरोसा है कि कोर्ट हमारी सुनेगी और न्याय करेगी. सांसद ने कहा कि हम लोग संविधान को मानने वाले लोग हैं. अदालत का जो भी फैसला होगा उसका सम्मान करने वाले लोग हैं. मैं अभी भी कह रहा हूं कि जब हम सरकार में आएंगे इस कानून को खत्म करेंगे.

15 मिनट वाले बयान पर भी बोले मसूद
एक घंटे वाले बयान को लेकर इमरान मसूद ने कहा कि वह महज एक जुमला है, हम जो भी करेंगे कानून के दायरे में करेंगे और हम संविधान को मानने वाले लोग हैं. उन्होंने कहा कि मैं AIMIM के नेता अकबरुद्दीन के बयान (15 मिनट वाले) से सहमत नहीं हूं. मैंने जो बात कही है, उसके अंदर न कोई चेतावनी है, न कोई धमकी है. वह सिर्फ एक जुमले की तरह है. लोकतंत्र के भीतर हम हिंसा के हामी नहीं हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि यह लड़ाई मुसलमान की नहीं संविधान को बचाने की है. आज बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती पर हम प्रण लेते हैं कि हम उनके सपनों को साकार करेंगे. जो लोग उनके सपनों पर ग्रहण लगा रहे हैं, हम उनको साफ करेंगे.

मसूद ने क्या कहा था?
ता दें हैदराबाद में एक कार्यक्रम के दौरान मसूद ने कहा था कि दुआ करिए कि हम लोग आ जाएं. समंदर में तूफान बहुत है और जब तूफान हो तो उसका सामना बड़ा जहाज करता है कश्तियां नहीं कर पातीं. इसलिए आपसे कहना चाहता हूं ये कश्तियों की सवारी छोड़ कर जहाज की सवारी की तैयारी करिए.बस एक ही रास्ता है कोई और रास्ता नहीं है. और ये वादा आपसे करना चाहता हूं कि जिस दिन आ जाएंगे उस दिन घंटे भर के अंदर इसका इलाज भी करना जानते हैं.

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