वंदेमातरम् को लेकर संसद में हंगामा, बहस शुरू

150 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में लोस में 10 घंटे चलेगी चर्चा

  • पीएम के भाषण पर विपक्ष का वार
  • प्रियंका गांधी व गौरव गोगोई भी रखेंगे विचार
  • सांसद चंद्रशेखर आजाद ने बताया गर्व का क्षण

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। लोकसभा में भारत की सबसे प्रतिष्ठित देशभक्ति रचनाओं में से एक, वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर एक दिन की विशेष चर्चा शुरू हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बहस की शुरुआत किया। सोमवार को 7 नवंबर से शुरू हो रहे एक साल के राष्ट्रीय उत्सव के तहत 10 घंटे की इस चर्चा की शुरुआत हुई कई वरिष्ठ नेताओं के भाग लेने की उम्मीद है। इस सत्र में इस गीत की उत्पत्ति, स्वतंत्रता संग्राम के दौरान इसके महत्व और भारत की सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय पहचान पर इसके स्थायी प्रभाव पर फिर से चर्चा की जाएगी। राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने के मौके पर सोमवार को लोकसभा में दोपहर 12 बजे के बाद चर्चा शुरू हुई, जिसके पहले वक्ता पीएम मोदी हैं।
कांग्रेस की तरफ से मुख्य वक्ताओं में गौरव गोगोई और प्रियंका गांधी का नाम है। वंदे मातरम पर करीब दस घंटे चर्चा होनी है। यानी लोकसभा के सोमवार देर रात तक चलने की संभावना है। दलित नेता और सांसद चंद्रशेखर आजाद ने वंदे मातरम पर चर्चा को गर्व का क्षण बताया और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस पर सकारात्मक चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि ऐसी कई बातें हैं जिन पर चर्चा होनी चाहिए और मैं भी कई बातों पर चर्चा की मांग कर रहा हूं। यह हमारा राष्ट्रीय गीत है और जब हम इसे गाते हैं तो हमें गर्व होता है… हम क्रांतिकारियों का सम्मान करने वाले लोग हैं। यह गर्व का क्षण है और इस पर सकारात्मक चर्चा होनी चाहिए।

वंदेमातरम का स्मरण करना इस सदन में हम सबका सौभाग्य : मोदी

150 वर्ष पूरे होने पर विशेष बहस शुरू हो चुकी है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरुआत की. संसद में वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर विशेष चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन को संबोधित करते हुए कहा, जिस मंत्र ने, जिस जयघोष ने देश के आजादी के आंदोलन को ऊर्जा और प्रेरणा दी थी, त्याग और तपस्या का मार्ग दिखाया था, उस वंदे मातरम का पुण्य स्मरण करना इस सदन में हम सबका बहुत बड़ा सौभाग्य है। वंदे मातरम के साथ विश्वासघात हुआ। इसे विवादों में घसीटा गया. मुस्लिम लीग ने इसका विरोध किया। जिन्ना ने 1937 में इसका विरोध किया। नेहरू ने मुस्लिम लीग की निंदा नहीं की। जिन्ना के विरोध के बाद नेहरू को कुर्सी का खतरा लगा. जिन्ना के विरोध के बाद नेहरू को डर लगा। वंदे मातरम के कुछ शब्दों पर मुस्लिमो को ऐतराज था.। कांग्रेस ने इसकी समीक्षा की बात की। कांग्रेस ने वंदे मातरम के टुकड़े कर दिए। कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के दबाव में फैसला लिया।

नेहरू के समय में वंदे मातरम से कुछ पंक्तियां हटाई गई थीं

वंदे मातरम चर्चा पर, भाजपा सांसद अरुण गोविल ने कहा कि यह राष्ट्रीय गीत गीत के बारे में जागरूकता बढ़ाने का एक प्रयास है और नेहरू के समय में देवी-देवताओं को समर्पित कुछ पंक्तियाँ इसमें से हटा दी गई थीं। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम पर कई बार सवाल उठाए गए हैं, इसलिए इस मुद्दे पर बहस ज़रूरी थी। दरअसल, यह कोई बहस नहीं, बल्कि वंदे मातरम के बारे में जागरूकता बढ़ाने का भाजपा का प्रयास है। जवाहरलाल नेहरू के समय में, देवी-देवताओं को समर्पित कुछ पंक्तियाँ वंदे मातरम में से हटा दी गई थीं।

वंदेमातरम पर चर्चा से पहले कांग्रेस सांसद ने जताया विरोध

संसद में वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर होने वाली चर्चा पर कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने कहा कि प्रधानमंत्री आज इस पर चर्चा करेंगे, लेकिन राज्यसभा सचिवालय के बुलेटिन, भाग दो, 65855, राज्यसभा सदस्यों की पुस्तिका में कहा गया है कि वंदे मातरम गाना संसद की मर्यादा के विरुद्ध है।

गोवा नाइट क्लब रोमियो लेन का मैनेजर गिरफ्तार

  • 25 मौतों के मामले में दिल्ली से दबोचा गया

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। गोवा के अरपोरा में स्थित बर्च बाय रोमियो लेन नाइट क्लब के मैनेजर भारत को गोवा पुलिस ने उत्तरी जिला के सब्जी मंडी इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। सिविल लाइंस इलाके में भी इसका रोमियो लेन नाम से रेस्तरां है।
रोमियो लेन नाइट क्लब में शनिवार देर रात को हुई दर्दनाक घटना में अभी तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि छह लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है। पुलिस के अनुसार, नाइट क्लब का मालिक सौरभ लूथरा अभी नहीं पकड़ा गया है। वह घटना के बाद से फरार है। घटना के बाद भारत गोवा से भागकर दिल्ली अपने घर पर आ गया था। गोवा पुलिस की सूचना पर गोवा पुलिस ने दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर रविवार रात भरत को अरेस्ट कर लिया। गोवा में बर्च बाय रोमियो लेन नाइट क्लब राजधानी पणजी से महज 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह क्लब रात को लगभग 1 बजे शुरू होता है। हादसे के दौरान क्लब में लगभग 100 लोग मौजूद थे। एक बजने में समय था, इसलिए लोग धीरे-धीरे क्लब में इक्_ा हो रहे थे। बर्च बाय रोमियो लेन क्लब के इंस्टाग्राम पेज के अनुसार, शनिवार की रात को क्लब में बॉलीवुड बैंगर नाइट का आयोजन होना था। इसके लिए क्लब में डीजे और डांसर भी आने वाले थे। एक बजे से डीजे नाइट की शुरुआत होनी थी। हालांकि, इससे पहले 12: 04 बजे ही हादसा हो गया।

तेजस्वी यादव केपॉडकास्ट पर बिहार में मचा बवाल

  • नेता प्रतिपक्ष पर भाजपा नेता ने किया पलटवार
  • शैलेन्द्र ने पूर्व डिप्टी सीएम के स्वभाव और जीवन शैली पर उठाया सवाल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। तेजस्वी यादव को लेकर भाजपा नेता का बयान अब चर्चा में है। भाजपा नेता इंजीनियर शैलेन्द्र ने तेजस्वी यादव के बयान के बाद उनके संबंध में कई बातें कही हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव का स्वभाव भी अय्यास वाला है। उनका जीवन शैली भी उसी तरह का है। लोकतंत्र के इस पवित्र मंदिर में जनता ने तेजस्वी यादव को बिहार की समस्या को उठाने के लिए भेजा है। अगर एक दो सीट कम हो जाता, तो तेजस्वी यादव नेता प्रतिपक्ष भी नहीं बन पाते, लेकिन तेजस्वी यादव उनकी भावनाओं को ठुकराकर विदेश चले गए। यह अपराध है।
भाजपा नेता इंजीनियर शैलेन्द्र ने कहा कि तेजस्वी यादव बिहार से बाहर जाकर पॉडकास्ट कर रहे हैं कि बिहार में जो चुनाव हुआ है उसमें लोकतंत्र की हार हुई है और मशीनरी की जीत हुई है। इसको लेकर उनकी न कोई सोच है ना विजन है। अगर उनकी सोच थोड़ी सी भी होती तो कम से कम यह बात वह नहीं कहते। भाजपा नेता इंजीनियर शैलेन्द्र ने कहा कि राजद ने जो दस सीट जीता है, क्या उस समय हमारी मशीनरी नहीं काम कर रही थी? रामगढ़ से जो हमारे अशोक जी हारे, ढाका से जो पवन जायसवाल हारे, फारबिसगंज से विद्यासागर केसरी सहित 10 विधायक जो कम वोट से हारे, तो क्या वहां हमारे मशीनरी काम नहीं कर रहे थे? तेजस्वी यादव नेता नहीं हैं, राजनीति उन्हें विरासत में मिली है। उन्होंने कहा कि राजनीति में अभी उनकी उम्र भी क्या है? राजद मतलब लालू यादव। भाजपा नेता इंजीनियर शैलेन्द्र ने कहा कि लालू जी एक गंभीर आदमी थे जनता का नब्ज टटोलना जानते थे और 15 साल राज किया। तेजस्वी यादव यह सब देखे फिर भी कभी सीख नहीं पाए। अभी-अभी जो चुनाव हुआ है, जिसमें एनडीए 202 सीट लायी, उनको यह हार पच नहीं पाया।

तेजस्वी यादव के अभी और भी बुरे दिन आने वाले हैं

भाजपा नेता इंजीनियर शैलेन्द्र ने कहा कि जो आदमी चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं उन्हें तो सीधे न्यायालय जाना चाहिए। हर बूथ पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे और पूरी पारदर्शिता रखी गई, लेकिन इतनी पारदर्शिता के बाद भी अगर कोई सवाल उठाता है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। तेजस्वी यादव कभी सरवाइव नहीं कर पाएंगे, तेजस्वी यादव के और भी बुरे दिन आने वाले हैं। इसलिए कम से कम अपनी जनता पर रहम कीजिए। इस बार सरकार उद्योग लगाएगी, इस बार सरकार किसानों के लिए काम करेगी। इस बार सरकार युवाओं के लिए काम करेगी। आप बिहार जाईये, काम करवाईये और क्रेडिट भी आप ही लीजिए।

अभिनेता दिलीप को हाईकोर्ट से राहत

  • 2017 के यौन उत्पीडऩ मामले में हुए बरी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। एर्नाकुलम के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायालय ने सोमवार (8 दिसंबर) को 2017 के अभिनेत्री बलात्कार और अपहरण मामले में मलयालम अभिनेता दिलीप को बरी कर दिया। श्रीमती हनी एम. वर्गीस ने आज खुली अदालत में यह फैसला सुनाया, जिससे 8 साल से चल रहे मुकदमे का अंत हो गया। न्यायाधीश ने पल्सर सुनी (ए1), मार्टिंग एंटनी (ए2), बी मणिकंदन (ए3), वीपी विजेश (ए4), एच सलीम (ए5), और सी प्रदीप (ए6) को बलात्कार, षडयंत्र, अपहरण और अन्य अपराधों का दोषी पाया. उन्हें भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी, 340, 354, 366, 354बी और 376डी के तहत अपराधों का दोषी पाया गया है।
उनकी सज़ा 12 दिसंबर को सुनाई जाएग। यह मामला एक प्रमुख मलयालम अभिनेत्री के अपहरण और कथित यौन उत्पीडऩ से जुड़ा है 17 फरवरी, 2017 को कोच्चि में उनकी कार के अंदर लगभग दो घंटे तक उनके साथ छेड़छाड़ की गई थी। इस दिल दहला देने वाले मामले में 10 दस आरोपियों पर केस दर्ज किया गया था, जिनमें पल्सर सुनी, मार्टिन एंटनी, मणिकंदन बी, विजेश वीपी, सलीम एच, प्रदीप, चार्ली थॉमस, दिलीप, सानिल कुमार उर्फ मेस्थरी सानिल और शरथ शामिल हैं।

सुप्रीम कोर्ट का इंडिगो मामले में सुनवाई से इंकार

  • कोर्ट बोला- केंद्र सरकार पहले ही इस मामले पर संज्ञान ले चुकी है

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। इंडिगो की कई उड़ानों के अचानक कैंसिल होने से देशभर के एयरपोर्ट पर यात्रियों की परेशानी को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को तात्कालिक सुनवाई से इनकार कर दिया। इस मामले में एक वकील ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया सूर्य कांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की पीठ के समक्ष मामले का जिक्र करते हुए कहा कि बिना किसी पूर्व सूचना के कई उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वकील ने इसे गंभीर मुद्दा बताया और तुरंत दखल देने की मांग की।
हालांकि, पीठ ने कहा कि केंद्र सरकार पहले ही इस मामले पर संज्ञान ले चुकी है और फिलहाल तत्काल दखल की आवश्यकता नहीं है। सीजेआई सूर्य कांत ने कहा, हम समझते हैं कि लाखों लोग एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं जिन्हें जरूरी काम है, स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थिति है। लेकिन भारत सरकार ने इस मुद्दे पर संज्ञान लिया है। समय पर कार्रवाई होती दिख रही है। देखते हैं कुछ समय में स्थिति कैसे विकसित होती है। अभी तत्काल हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है।

इंडिगो का परिचालन संकट बरकरार

इंडिगो में जारी परिचालन संकट अभी भी जारी है। दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों पर सोमवार को भी इंडिगो की उड़ानें रद्द हो रही हैं और उनमें देरी हो रही है। हालात को देखते हुए दिल्ली एयरपोर्ट ने सोमवार को सुबह साढ़े छह बजे यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की और एडवाइजरी में बताया कि उड़ानों में देरी हो सकती है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने कहा कि घर से निकलने से पहले फ्लाइट का स्टेटस चेक जरूर करें ताकि एयरपोर्ट पर परेशानी का सामना न करना पड़े।

350 से ज्यादा उड़ानें रद्द

सोमवार को 350 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुई हैं, जिनमें अहमदाबाद हवाई अड्डे पर सोमवार सुबह 8 बजे तक इंडिगो की 18 उड़ानें रद्द हुईं। बंगलूरू हवाई अड्डे पर 127 उड़ानें रद्द हुई हैं। वहीं हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 77, दिल्ली एयरपोर्ट पर 134 उड़ानें रद्द हुई हैं। चेन्नई, अहमदाबाद और असम के एयरपोर्ट्स पर टर्मिनल एरिया में भारी भीड़ है। इस तरह बीते करीब एक सप्ताह में इंडिगो की करीब चार हजार उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिससे देश का हवाई यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। सरकार के दखल के बावजूद अभी तक हालात सामान्य नहीं हो सके हैं।

Related Articles

Back to top button