VHP ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की, 25 अप्रैल को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान
सुरेंद्र जैन ने कहा कि कश्मीर घाटी के पहलगाम में जिस प्रकार यात्रियों के पेंट उतारकर, कलमा पूछ कर और आईडी चेक कर, जब यह सुनिश्चित हो गया कि वे मुस्लिम नहीं है,

4पीएम न्यूज नेटवर्कः विश्व हिंदू परिषद यानी VHP ने जम्मू- कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की तीव्र निंदा करते हुए इसे पाकिस्तान प्रायोजित “खुला युद्ध” करार दिया है। VHP ने सरकार से इस हमले का कठोर और निर्णायक जवाब देने की मांग की हैं। VHP का कहना है कि यह हमला सिर्फ एक आतंकी घटना नहीं, बल्कि भारत की संप्रभुता और नागरिकों का सुरक्षा के खिलाफ एक संगाठित साजिश है। संगठन ने केंद्र सरकार से आह्वान किया है। कि वह कश्मीर हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को तत्काल रोके और देश के भीतर आतंकियों के मददगारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। इस हमले के खिलाफ देशभर में गुस्से का माहौल है। सेना ने आतंकियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और अब तक दो आतंकियों को ढेर किया जा चुका है। इसके बावजूद जनता और सामाजिक संगठनों की ओर से कठोर कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है।
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र जैन ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुई आतंकी घटना की निंदा
करते हुए कहा है कि अब समय आ गया है कि इस्लामिक जिहादी पाकिस्तान व उसके कश्मीरी स्लीपर सेल के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित की जाए, उन्होंने कहा कि ऐसा करने से घाटी में पुनः सिर उठाने का दुस्साहस करने वाले मजहबी आतंकवाद
का नाश हो.
पाकिस्तान के इशारे पर हो रही ये घटनाएं
सुरेंद्र जैन ने कहा कि कश्मीर घाटी के पहलगाम में जिस प्रकार यात्रियों के पेंट उतारकर, कलमा पूछ कर और आईडी चेक कर, जब यह सुनिश्चित हो गया कि वे मुस्लिम नहीं है, उनका नरसंहार किया गया, घोर निंदनीय है. इस अमानवीय घटना पर पूरा देश स्तब्ध व आक्रोशित है. यह साफ दिखाई दे रहा है कि 1990 के आतंकवाद के दिनों की वापसी का दुस्साहस हो रहा है. डॉ जैन ने कहा कि कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के स्लीपर सेल आज भी मौजूद हैं जो पाकिस्तान के इशारे पर कभी भी आतंकवाद के
इन घृणित घटनाओं को करने के लिए तत्पर रहते हैं.
यह हमला युद्ध की घोषणा
सुरेंद्र जैन ने कहा कि कुछ दिन पहले ही एक सांसद ने कहा था कि कश्मीर में जो यात्री या पर्यटक आ रहे हैं या जमीन खरीद रहे हैं वे यहां सांस्कृतिक अतिक्रमण कर रहे हैं. उसके कुछ दिन के बाद ही, पाकिस्तान के सेना अध्यक्ष ने कहा कि था हमारे सामने कश्मीर को वापस लेना ही एकमात्र एजेंडा रह गया है. अपने उसी एजेंडे की पूर्ति के लिए ही शायद उसने यहां जिहादी आतंकवादी हमला कराया गया है.
विहिप नेता ने यह भी कहा कि यह कोई सामान्य आतंकवादी घटना नहीं है, बल्कि पाकिस्तान का भारत के खिलाफ युद्ध की घोषणा है. इसका जवाब भारत सरकार को उतनी ही शक्ति से देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आतंकवाद के दिन दुबारा लौटने का और पाकिस्तान का कोई नेता या सैन्य अधिकारी इस तरह के शब्द बोलने की दुस्साहस ना कर सके.
मुस्लिम नेता क्यों हैं चुप- डॉ जैन
डॉ जैन ने यह भी कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि आतंकवादी का कोई धर्म नहीं होता लेकिन उसका मजहब अवश्य होता है, यह साफ दिखाई देता है. उन्होंने यह भी कहा कि जब भारत के मुस्लिम नेता इस निर्मम नरसंहार पर क्यों चुप्पी साधे हैं? वे वक्फ एक्ट का झूठा डर दिखाकर तो पूरे देश में अफरा तफरी मचा सकते हैं लेकिन, कश्मीर घाटी में मारे गए इन मासूम हिंदू यात्रियों की हत्या के विरोध में सड़क पर उतरने का साहस नहीं कर सकते हैं. यह स्थिति अच्छी नहीं है. इसको स्वीकार नहीं किया जा सकता है. विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ता 25 अप्रैल को राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे.



