पालतू कुत्ते की मौत से सदमे में ग्रामीण जीते जी नहीं होने दी एक भी चोरी
जानवरों और पशुओं से लोगों को इस कदर का लगाव हो जाता है कि उनकी मौत के बाद घर, गांव, शहर में भी मातम छा जाता है। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में भी एक कालू नाम के कुत्ते की अचानक मौत होने से पूरा परिवार और पूरा गांव सदमे में है। 22 अप्रैल को अचानक उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद उसकी विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उसके बाद 4 मई को 13वीं का कार्यक्रम हुआ। अब परिवार और गांव के लोग श्रद्धांजलि सभाएं भी रख रहे हैं। अभी तक कालू की मौत के बाद से तीन श्रद्धांजलि सभा हो चुकी है। परिवार आगे भी एक श्रद्धांजलि सभा करने की बात कर रहा है।
ऊमाले परिवार के पंकज प्रकाश ऊमाले ने बताया कि पिता प्रकाश ऊमाले मजदूरी का काम करते हैं। उन्होंने 10 साल पहले 30 दिन के इस कालू को गांव से बंजारा परिवारों के साथ जाते हुए देखा तो उन्हें अच्छा लगा। इसके बाद उसकी परवरिश की। 10 साल बाद उसकी अचानक मौत हो गई। कालू पूरे गांव में घूमता था। सभी लोग उसको प्यार करते थे। बच्चे गोली, बिस्कुट, चॉकलेट, दुध से लेकर रोटियां देते थे। कालू ने आज तक किसी को नहीं काटा। उसकी मौत से अब पूरे लोग सदमे में आ गए हैं। उसकी विधि विधान के साथ शवयात्रा निकाली उसको दफनाया गया। 13वीं का कार्यक्रम किया जिसमे पूरे गांव का भोज हुआ, अब श्रद्धांजलि सभा भी हो रही है। समाज गांव और परिवार ने मानवता का संदेश देने के लिए यह आयोजन किया। कालू रात के समय में जागता था। पूरे परिवार और गांव के लोग घरों में आराम से सोते थे। कालू का चोर और बदमाशों में इतना डर था कि चोर और बदमाश इस क्षेत्र में घुसते भी नहीं थे। आज तक एक भी चोरी की घटना नहीं हुई है। पंकज प्रकाश ऊमाले ने बताया कि 15 मई को गांव में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन शाम 7: 00 बजे रखा गया है। अभी तक तीन श्रद्धांजलि सभा हो चुकी है। कालू हमारे परिवार का सदस्य था इसलिए अब गांव के लोग और रिश्तेदार हमारे यहां पर बैठने के लिए भी आ रहे हैं।