पश्चिम बंगाल SIR ड्राफ्ट लिस्ट, 58 लाख वोटर हटाने के संकेत
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बूथ मित्रा इंस्टीट्यूशन जहा वे वोट डालती हैं. यहां से 127 वोटर्स के नाम हटाने के लिए चिन्हित किए गए हैं. शुभेंदु अधिकारी के बूथ पार्ट नंबर 79, नंदा नायक बोर स्कूल में सिर्फ़ 11 वोटर्स के नाम हटाए गए हैं.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) के तहत ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी कर दी है। इस सूची में राज्य के कुल 58 लाख 20 हजार 898 मतदाताओं के नाम हटाने के लिए चिन्हित किए गए हैं।
चुनाव आयोग के अनुसार, चिन्हित किए गए मतदाताओं में से 24 लाख 16 हजार 852 ऐसे मतदाता हैं जिनकी मृत्यु पहले ही हो चुकी है। इसके अलावा, 19 लाख से अधिक मतदाता ऐसे हैं जो पश्चिम बंगाल छोड़कर अन्य स्थानों पर जा चुके हैं।
आयोग का कहना है कि यह प्रक्रिया मतदाता सूची को शुद्ध और अद्यतन करने के उद्देश्य से की जा रही है, ताकि आगामी चुनावों में केवल पात्र मतदाता ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। ड्राफ्ट सूची पर आपत्तियां और दावे दर्ज कराने के बाद अंतिम वोटर लिस्ट जारी की जाएगी।
चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों और आम नागरिकों से अपील की है कि वे ड्राफ्ट वोटर लिस्ट की सावधानीपूर्वक जांच करें और यदि किसी प्रकार की त्रुटि हो तो निर्धारित समय सीमा के भीतर उसे सुधार के लिए प्रस्तुत करें।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बूथ मित्रा इंस्टीट्यूशन जहा वे वोट डालती हैं. यहां से 127 वोटर्स के नाम हटाने के लिए चिन्हित किए गए हैं. शुभेंदु अधिकारी के बूथ पार्ट नंबर 79, नंदा नायक बोर स्कूल में सिर्फ़ 11 वोटर्स के नाम हटाए गए हैं.
पूरे बंगाल से कितने लोगों के कट सकते हैं नाम?
चुनाव आयोग की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, कुल 58 लाख 20 हजार 898 नाम मसौदा सूची से हटाए गए हैं. इनमें सबसे ज्यादा 24 लाख16 हजार 852 लोगों की मौत हो चुकी है. 19 लाख 88 हजार 076 लोगों ने बंगाल छोड़ दिया है. वे किसी दूसरे राज्य में रहने लगे हैं. इसके अलावा 12 लाख 20 हजार 038 लोग लापता हैं, जिनके बारे में कुछ भी जानकारी नहीं मिल पाई है. वहीं 1 लाख 38 हजार 328 नाम डुप्लीकेट और 57 हजार 604 अन्य श्रेणी में पाए गए. इन लोगों के नाम लिस्ट से हटाने के लिए चिन्हित किए गए हैं.
अपने-अपने नाम कर लें चेक- चुनाव आयोग
इन आंकड़ों को जारी करते हुए चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील भी की है. इसमें कहा है कि मतदाता अपनी-अपनी स्थिति देख लें और अगर यदि किसी का नाम गलती से हटाया गया है तो निर्धारित समय सीमा के भीतर आपत्ति दर्ज कराएं. अगर आपका नाम काटा गया है कि तो आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से अपील कर सकते हैं.
इन क्षेत्रों से कटे सबसे ज्यादा वोट
चुनाव आयोग ने पहले चरण में बिहार में एसआईआर कराया था, इसके बाद दूसरे चरण में 12 राज्यों में इसको कराने का फैसला लिया था. इस प्रोसेस में वोटर लिस्ट का अपडेशन होगा. इसके तहत नए वोटरों के नाम जोड़े जाएंगे और वोटर लिस्ट में सामने आने वाली गलतियों को सुधारा जाएगा. आयोग की तरफ से दिए गए आंकड़ों में सबसे ज्यादा वोट कोलकाता के चौरंगी और कोलकाता पोर्ट जैसे क्षेत्रों से काटे गए हैं.



