मौत की होर्डिंग के लिये जिम्मेदार अफसरों पर कब होगी कार्रवाई?
इकाना स्टेडियम की होर्डिंग से हुआ हादसा, मां-बेटी की मौत
इकाना प्रशासन ने होर्डिंग लगाने वाली कंपनी ओरिजिंस को दिया नोटिस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी लखनऊ की एक मां-बेटी सरकार के प्रचार-प्रसार से जुड़े विभाग के भ्रष्टïाचार का शिकार हो गईं। ये दोनों अपनी गाड़ी से सोमवार की शाम इकाना स्टेडियम के पास से जा रही थी तभी अंाधी की वजह से वहां लगी यूनीपोल के उनकी कार पर गिर जाने से इन दोनों की मृत्यु हो गई। इस घटना के बाद तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया गया। अब इस घटना के बाद रस्म अदाएगी की जाएगी परंतु सवाल अब भी यही की इस घटना की जिम्मेदार कौन! और दोषियों पर कार्रवाई कब होगी।
हालांकि सबको मालूम है कि इसके लिए जिम्मेदार प्रदेश में सूचना विभाग है जबकि राजधानी में नगर निगम । ये दोनों ही विभाग प्रचार-प्रसार से जुड़े काम देखते हैं। गौरतलब हो कि प्रदेश में सूचना विभाग सीएम के पास ही है। ये दोनों ही विभाग ये निर्धारित करते हैं कि कौन सी होर्डिंग कहां लगेेगी। पर अमूमन इनकी लापरवाही का नतीजा देखने को मिलता रहता है और ऐसी दुर्घटनाएं होती रहती है। सरकार कारवाई होगी कहकर पल्ला झाड़ लेती हैं। मामले की गंभीरता इससे भी लगााया जा सकता कि इस पर कई बार हाईकोर्ट ने भी महकमों को फटकार लगाई है पर विभाग हैं कि कुछ ध्यान ही नहीं देते हैं।
अफसरों के संरक्षण में होता है गोरख-धंधा
सूत्रों की माने तो इन होर्डिंग लगाने वालों को अफसरों का संरक्षण प्राप्त है। ये उनको रिश्वत के रूप में बड़ी रकम पहुंचाते हैं और मनमाने तरीके व अपनी पसंद की जगह पर ये यूनीपोल या होर्डिंग लगा कर बड़ा मुनाफा कमाते हैं उसका कुछ हिस्सा वह अफसरों को भी देते हैं। यूपी में ज्यादातर होर्डिंग लगाने का काम ओरिजिंस कंपनी को दी गई है। उसी कंपनी ने स्टेडियम के बाहर होर्डिंग लगाई थी।
बेटी को घुमाने निकली थी मां
लखनऊ के इकाना स्टेडियम के बाहर लगा यूनीपोल सोमवार की शाम एक स्कॉर्पियो पर गिर गया था, वहीं इस हादसे में प्रीति जंगी और उनकी बेटी ऐंजल की मौत हो गई थी। इसके साथ ही कार का ड्राइवर मो. सरताज घायल है, वहीं इस मामले में ड्राइवर के भाई ने सुशांत गोल्फ सिटी में इकाना प्रशासन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। वहीं मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए देने के निर्देश दिए जबकि हादसे में घायलों को 5 लाख रुपए देने को कहा गया। इसके बाबत जानकारी देते हुए एडीसीपी शशांक सिंह ने बताया कि लापरवाही से किसी की मौत होने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, इसकी जांच की जा रही है। पुलिस ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि प्रीति जंगी बेटी ऐंजल को घुमाने के लिए निकली थी, वह इंदिरा नगर में रहती थीं। तभी इकाना स्टेडियम के पास लगा बड़ा होर्डिंग उनकी स्कॉर्पियो पर गिर गया। इस घटनासे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें यूनीपोल से दबी गाड़ी के अंदर से ड्राइवर हाथ हिलाकर मदद मांगता हुआ नजर आ रहा है। इंदिरानगर सी ब्लॉक निवासी प्रीति जग्गी (38) सोमवार शाम को अपनी बेटी एंजेल (15) को लेकर स्कॉर्पियो से घूमने निकली थीं। एसयूवी खुर्रमनगर निवासी सरताज खान चला रहे थे। घूमते फिरते वह इकाना स्टेडियम के पास से गुजर रहे थे। तभी स्टेडियम परिसर के भीतर गेट नंबर एक व दो के बीच में लगी होर्डिंग एसयूवी पर गिर गई। तीनों लोग मलबे में दब गए। हादसा देख राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस, दमकल की टीम और फिर एसडीआरएफ के जवान मौके पर पहुंचे। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद एक एक कर तीनों को बाहर निकाला। पुलिस ने तीनों को लोहिया अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने बताया कि प्रीति व एंजेल की पहले ही मौत हो चुकी है। सरताज के सिर व शरीर में तीन चार जगह गहरी चोटें आई हैं।
हादसे का इंतजार
24 घण्टे चलने वाली रोड अमीनाबाद गोईन रोड चौराहे पर लगयी गयी प्रचार की होर्डिंग पूरी तरह से जर्जर पड़ी बिल्डिंग उसी के बगल में खड़ा कर दिया पोल मौत को दावत देता नगर निगम द्वारा लगया गया होर्डिंग पोल इतने दर्दनाक हादसे के बाद भी नहीं जाग रहा है नगर निगम
हल्की हवा से ही गिरी होर्डिंग
होर्डिंग बहुत बड़ी थी। लोहे के बड़े बड़े एंगल पर वह टिकी थी। जिस वक्त हादसा हुआ उस दौरान हल्की हवाएं चल रही थीं। इसलिए पुलिस प्रशासन के अफसर भी हैरान है कि न तेज आंधी तूफान आया न कोई ऐसा कार्य वहां चल रहा था, जिससे होर्डिंग गिर जाए। बड़ी लापरवाही की आशंका है। जब जांच होगी तब सभी तथ्य सामने आ सकेंगे।
फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल की जांच की
होर्डिंग बहुत बड़ी थी। लोहे के बड़े बड़े एंगल पर वह टिकी थी। जिस वक्त हादसा हुआ उस दौरान हल्की हवाएं चल रही थीं। इसलिए पुलिस प्रशासन के अफसर भी हैरान है कि न तेज आंधी तूफान आया न कोई ऐसा कार्य वहां चल रहा था, जिससे होर्डिंग गिर जाए। बड़ी लापरवाही की आशंका है। जब जांच होगी तब सभी तथ्य सामने आ सकेंगे।
फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल की जांच की
हादसे के बाद फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की। सभी तथ्य जुटाए। प्रशासन के अफसर भी मौजूद रहे। एलडीए और नगर टीम के अफसरों ने अपने अपने स्तर से जांच पड़ताल शुरू की है कि आखिर हादसे के पीछे की वजह क्या है। इन विभागों की टीमें भी मौके पर पहुंची।
इकाना प्रशासन पर एफआईआर दर्ज, लगाई गईं मामूली धाराएं
इस घटना के बाद इकाना स्पोर्ट्स सिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर उदय सिन्हा पर भी सवाल उठ रहा है। ये होर्डिंग स्टेडियम परिसर में कई महीनों से लगी हुई है। अभी पिछले महीने वहां पर आईपीएल के मुकाबले हुए थे। मैच के दौरान हजारों लोग वहां पहुंच रहे थे। ये हादसा अगर उस समय होता तो शायद कई लोगों की जान चली जाती। हादसे में देर रात घायल सरताज के भाई की तहरीर पर सुशांत गोल्फ सिटी थाने में इकाना प्रशासन पर एफआईआर दर्ज की गई। एडीसीपी साउथ शशांक सिंह के मुताबिक तहरीर के आधार पर धारा 304ए (लापरवाही से किसी की मौत हो जाना) व एक अन्य धारा 338(ऐसा काम करना जिससे मानव जीवन खतरे में पड़ जाए)। हालांकि गैर इरादतन हत्या की धारा न लगाकर केस कमजोर दर्ज किया गया है।