27 साल के सियासी वनवास के बाद किसका होगा राजतिलक?, पांच नामों की चर्चा ने पकड़ा जोर

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 11 दिन के बाद आज नए मुख्यमंत्री के नाम पर छाया कोहरा साफ हो जाएगा. 27 साल के सियासी वनवास के बाद दिल्ली की सत्ता में लौटी बीजेपी बुधवार शाम को विधायक दल की बैठक बुलाई है, जिसमें नए मुख्यमंत्री का चयन किया जाएगा. पिछले दो सप्ताह से दिल्ली सीएम के नाम पर सस्पेंस बना हुआ है. दर्जन भर नेताओं की दावेदारी के बाद सीएम की फेहरिश्त में अब कुछ चुनिंदा नाम ही बचे हैं, जिन पर मंथन जारी है. ऐसे में अब देखना है कि दिल्ली के सत्ता का ताज किस सिर पर सजता है?
दिल्ली के रामलीला मैदान में शपथ समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं. शपथ ग्रहण के लिए मंच सजने लगा है, लेकिन दिल्ली का सीएम कौन बनेगा इसपर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है, जिससे बुधवार शाम सात बजे पर्दा उठ जाएगा. दिल्ली की सत्ता में 27 साल बाद लौटी बीजेपी ने अपने 48 विधायकों में से 15 विधायकों के नाम निकाले गए थे, जिसमें से 5 विधायकों के शॉर्टलिस्ट किए गए हैं. माना जा रहा है कि बीजेपी अपने इन्हीं 5 विधायकों में से दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम तय किए जा सकते हैं.
पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हर बार अपने फैसले से चौंकाते रहे हैं. दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आए हैं. बीजेपी 48 विधायकों के साथ सत्ता में लौटी है, जिसके बाद से मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कई नाम चर्चा में है. आशीष सूद, अजय महावर, रविंद्र इंद्रराज, अनिल गोयल, राजकुमार भाटिया का नाम शॉर्टलिस्ट किया गया है.इसके अलावा दिल्ली के कई सांसदों के नाम भी सीएम की रेस में शामिल थे, लेकिन यह साफ किए जाने के बाद विधायकों में से ही कोई मुख्यमंत्री बनेगा. इसके बाद से सांसदों के नाम पर विराम लग गया है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए तो कई विधायक दौड़ में हैं, लेकिन आखिरी फैसला बुधवार को बीजेपी के विधायक दल की बैठक में लिया जाएगा. इसके बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी. इसके बाद बीजेपी नेता उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात कर दिल्ली में सरकार बनाने का प्रस्ताव पेश करेंगे. इस दौरान उपराज्यपाल को नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों की सूची भी सौंपी जाएगी. इसके बाद उपराज्यपाल प्रस्ताव को राष्ट्रपति के पास स्वीकृति के लिए भेजेंगे और फिर 20 फरवरी को रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा. उपराज्यपाल वीके सक्सेना दिल्ली के मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम को फाइनल करने का जिम्मा बीजेपी केंद्रीय टीम से नियुक्त किए गए ऑब्जर्वर के ऊपर होगा. बीजेपी के ऑब्जर्वर बुधवार को विधायक दल की बैठक में मौजूद रहेंगे और वो प्रस्ताव से आलाकमान को अवगत कराएंगे.
ऐसे में मुख्यमंत्री के लिए आशीष सूद, अजय महावर, रविंद्र इंद्रराज, अनिल गोयल, राजकुमार भाटिया के नामों की चर्चा है. ऐसे में देखना है कि बीजेपी अब किसके नाम पर मुहर लगाती है. देखा गया है कि अब नए चेहरे को मुख्यमंत्री बनाकर चौंकाती रही है. राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में इस तरह की परिपाटी देखने को भी मिली है.
हालांकि, दिल्ली बीजेपी के विधायक दल की बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगुवाई में पार्टी के संसदीय दल की बैठक है. इस बैठक में पीएम मोदी, दिल्ली के सीएम के नाम पर भी चर्चा कर सकते हैं. वैसे बीजेपी चौंकाने के लिए जानी जाती है. किसके नाम पर फाइनल मुहर लगेगी, इसकी जानकारी पीएम मोदी, अमित शाह सहित बीजेपी के एक-दो नेताओं को ही पता होगा. ऐसे में जिसके नाम की पर्ची निकलेगी वो रामलीला मैदान में 27 साल बाद बीजेपी सरकार का मुखिया होगा.