आखिर क्यों मनाई जाती है नरसिंह जयंती? जानिए इस दिन का खास महत्त्व
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार हिंदू धर्म में भगवान विष्णु की छवि शांत और सदैव मुस्कुराने वाले देवता की मानी गई है। ऐसे में श्रीहरि ने संसार की कल्याण के खातिर समय-समय पर कई अवतार लिए हैं।
4PM न्यूज़ नेटवर्क: धार्मिक शास्त्रों के अनुसार हिंदू धर्म में भगवान विष्णु की छवि शांत और सदैव मुस्कुराने वाले देवता की मानी गई है। ऐसे में श्रीहरि ने संसार के कल्याण के खातिर समय-समय पर कई अवतार लिए हैं। साथ ही उन्होंने अधर्म का नाश भी किया है। इन्हीं में से एक विष्णु जी का नरसिंह अवतार है। आपको बता दें कि भगवान नरसिंह को विष्णु जी का चौथा अवतार माना जाता है। नरसिंह यानि अर्ध मनुष्य और अर्ध शेर। ऐसे में नरसिंह भगवान ने राक्षस हिरण्यकशिपु का वध करने के लिए नरसिंह रुप लिया था। उस दिन को नरसिंह जयंती के रुप में मनाया जाता है।
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुदर्शी तिथि को नससिंह जयंती मनाई जाती है। साल 2024 में नरसिंह जयंती 21 मई, 2024 मंगलवार के दिन मनाई जाएगी। इस दिन विष्णु भगवान के अवतार नरसिंह भगवान के लिए भी व्रत रखा जाता है। इसका व्रत एकादशी व्रत के समान माना जाता है।
इस दिन कहा जाता है भगवान नरसिंह की पूजा करने से भक्तों को सुख, समृद्धि, साहस और विजय का आशीर्वाद मिलता है। नरसिंह जयंती के दिन भगवान विष्णु की आराधना और पूजा-पाठ करने और व्रत का पारण अच्छे से करने से विष्णु जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ऐसे में घर में सुख -समृद्धि का वास होता है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार, भगवान नरसिंह चतुर्दशी तिथि में सूर्यास्त के समय प्रकट हुये थे।
- इस दिन व्रत में रात में जागरण किया जाता है और अगले दिन सुबह विसर्जन पूजा की जाती है।
- इस दिन दान का अधिक महत्व है, जरुरतमंद लोगों को दान देकर व्रत का पारण किया जाता है।
- नरसिंह जयंती को बुराई पर अच्छाई की जीत के रुप में मनाया जाता है।
- इस दिन व्रत कर आप भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
- जीवन से नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा पा सकते हैं।
जानिए तिथि का शुभ मुहूर्त
- चतुर्दशी तिथि 21 मई, 2024 को शाम 5:39 बजे शुरु होगी।
- चतुर्दशी तिथि 22 मई, 2024 को शाम 6:47 मिनट पर समाप्त होगी।