कर्नाटक में मोदी को जोर का करंट, उत्तर प्रदेश में लहराया योगी का परचम
- यूपी में 17 नगर निगमों पर भाजपा की बढ़त
- कर्नाटक में 38 साल से सत्ता रिपीट नहीं हुई
- कांग्रेस बहुमत के आंकड़े से पार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के वोटों की गिनती शुरू हो गई है। इलेक्शन कमीशन के मुताबिक, कांग्रेस 135, भाजपा 65, जेडीएस 20 और अन्य 4 सीटों पर आगे चल रही है। उधर यूपी के नगर निकाय चुनाव में योगी का जादू चला है। प्रदेश के 17 नगर निगमों में भाजपा को बढ़त मिल रही है। कर्नाटक में कांग्रेस बहुमत 113 के आंकड़े से 22 सीट ज्यादा। कांग्रेस को 42.8प्रतिशत, भाजपा को 36.1प्रतिशत और जेडीएस को 13.2 प्रतिशत वोट मिलते दिख रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक रुझानों को देखते हुए कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को बेंगलुरु पहुंचने को कहा है। उधर, जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि भाजपा या कांग्रेस किसी भी पार्टी ने उनसे संपर्क नहीं किया है।
राज्य में 38 साल से सत्ता रिपीट नहीं हुई है। आखिरी बार 1985 में रामकृष्ण हेगड़े के नेतृत्व वाली जनता पार्टी ने सत्ता में रहते हुए चुनाव जीता था। वहीं, पिछले पांच चुनाव (99, 2004, 8, 13 और18) में से सिर्फ दो बार (99, 13) सिंगल पार्टी को बहुमत मिला।
पहली बार 73.19 प्रतिशत मतदान
10 मई को 224 सीटों के लिए 2,615 उम्मीदवारों के लिए 5.13 करो? मतदाताओं ने वोट डाले। चुनाव आयोग के मुताबिक, कर्नाटक में 73.19त्न मतदान हुआ है। यह 1957 के बाद राज्य के चुनावी इतिहास में सबसे ज्यादा है।
डीके शिवकुमार ने पार्टी कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया
डीके शिवकुमार ने कहा कि ये जीत अखंड कर्नाटक की जीत है। इससे पहले कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष ने बेंगलुरु में अपने आवास के बाहर एकत्रित पार्टी कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया। जीत के बाद वो मीडिया से बात करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने जीत के लिए सोनिया गांधी, राहुल गांधी व मल्लिकार्जुन खरगे को श्रेय दिया।
पापा बनें सीएम : यतींद्र सिद्धारमैया
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे और कांग्रेस नेता यतींद्र सिद्धारमैया ने कहा, एक बेटे के रूप में मैं निश्चित रूप से अपने पिता(सिद्धारमैया) को फिर से मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहूंगा। पिछली बार उनकी सरकार ने बहुत अच्छा शासन किया था, इस बार भी अगर वे सीएम बनते हैं तो भाजपा सरकार ने जो कुशासन दिया है वह उनके द्वारा ठीक किया जाएगा, इसलिए राज्य के हित में भी मुझे लगता है कि उन्हें मुख्यमंत्री बनना चाहिए।
कर्नाटक ने सांप्रदायिक राजनीति को नकारा : गहलोत
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कर्नाटक में कांग्रेस की संभावित जीत को लेकर कहा, कर्नाटक ने सांप्रदायिक राजनीति को नकार दिया है। उन्होंने कहा, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कर्नाटक में जो माहौल दिखा था आज उसी का नतीजा कर्नाटक के चुनाव परिणाम में स्पष्ट दिख रहा है। यूपीए चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने शानदार कैंपेन किया। कर्नाटक ने सांप्रदायिक राजनीति को नकार कर विकास की राजनीति को चुना है। आने वाले राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भी इसकी पुनरावृत्ति होगी।
बीजेपी मुक्त हुआ दक्षिण भारत : बीवी
भारतीय यूथ कांग्रेस के मुखिया श्रीनिवास बीवी ने ताजा रुझानों पर बीजेपी पर तंज कसा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, और इन चुनाव नतीजों के बाद दक्षिण भारत बीजेपी मुक्त हो गया है।
राहुल गांधी की सदस्यता जाना चुनाव में निर्णयात्मक मुद्दा रहा : बीके हरिप्रसाद
कांग्रेस की स्पष्ट जीत की वजह बताते हुए बीके हरिप्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता जाना चुनाव में निर्णयात्मक मुद्दा रहा। बजरंग बली और बजरंग दल के मुद्दे पर बीके हरिप्रसाद ने कहा कि कर्नाटक के लोगों को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता है। कर्नाटक के लोगों को बजरंग बली और बजरंग दल का फर्क पता है, बजरंग बली हमारे भगवान हैं, बजरंग दल को लोग एक राजनीतिक संगठन के रूप में देखते हैं, इसलिए बहुत बड़ा फर्क नहीं पड़ा, थोड़ा तटीय क्षेत्रों में इसका फर्क पड़ा है,हमने एहतियात के तौर पर हैदराबाद में रिजॉर्ट बुक किया है, क्योंकि बीजेपी ऑपरेशन लोटस चला सकती है। बीजेपी के एक नेता ने कहा भी है कि प्लान बी बना हुआ है।
हार स्वीकार, वापसी करेंगे : बोम्मई
बीजेपी नेता और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कर्नाटक में अपनी हार स्वीकर कर ली है। बोम्मई ने कहा, कि आगे के चुनाव अच्छे करने की कोशिश करेंगे। पार्टी को रीऑर्गेनाइज करेंगे। लोकसभा चुनाव मे कमबैक करेंगे। हमें फाइनल नतीजों का इंतजार है और हम आगे के चुनाव अच्छे करने की कोशिश करेंगे। आने वाले दिनों में नतीजों का विश्लेषण करेंगे। हम पार्टी को फिर से संगठित करेंगे।