भगवामय हुआ यूपी निकाय चुनाव

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नगर निकाय चुनाव की लड़ाई में भारतीय जनता पार्टी बड़ी जीत की तरफ बढ़ रही है। खासकर नगर निगम चुनाव में भाजपा की जीत का अंतर कई चीजों को साफ कर रहा है। वर्ष 2017 में यूपी के 16 नगर निगम में चुनाव हुए थे। लोकसभा चुनाव 2014 के बाद यूपी चुनाव 2017 में मिली भारतीय जनता पार्टी की सफलता का असर तब निगम चुनाव में भी दिखा था। 16 में से 14 सीटों पर भाजपा के मेयर जीत की शहर की सरकार की बागडोर संभाले थे। इस बार समाजवादी पार्टी की ओर से पूरा जोर लगाया गया। पश्चिम से लेकर पूरब तक अखिलेश यादव और उनके सहयोगी दल राष्ट्रïीय दल को बड़ी सफलता मिलती नहीं दिख रही है।
हालांकि, इस बार आगरा नगर निगम चुनाव में बहुजन समाज पार्टी जीत एक अलग संदेश देता दिख रही है। अब तक नगर निगम के रुझान और परिणाम योगी आदित्यनाथ के दूसरे टर्म के शासनकाल में लिए गए निर्णयों पर अपनी मुहर लगाते दिख रहे हैं। नगरपालिका परिषद की 199 चेयरमैन पद की सीटों पर भाजपा ने 98, सपा ने 59, बसपा ने 19 और कांग्रेस ने 7 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है। 544 नगर पंचायतों के रिजल्ट-रुझान में भी भाजपा ने 237 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है।

योगी के काम पर मोहर

उत्तर प्रदेश में नगर निगम चुनाव को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था। इसके पीछे की वजह योगी सरकार के पहले साल में लिए गए निर्णयों का शहरी जनता के बीच प्रभाव का आकलन किया जाना था। अब तक जिस प्रकार के परिणाम सामने आए हैं, उसके अनुसार प्रदेश के 17 नगर निगम में भाजपा को बढ़त मिली। इसमें से एक सीट झांसी पर भाजपा उम्मीदवार को जीत मिल चुकी है। सीएम योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में यह चुनाव सबसे बड़ा माना जा रहा था। नगर निगम का क्षेत्र काफी बड़ा होता है। ऐसे में यहां पर पार्टी की छवि के आधार पर वोट का गणित तय होता है। नगरपालिका परषद और नगर पंचायतों में उम्मीदवारों का चेहरा भी महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन नगर निगम चुनाव इस मायने में अलग होता है। यूपी नगर निगम चुनाव में मेयर पद को लेकर तमाम राजनीतिक दलों ने पूरा जोर लगाया था। यूपी चुनाव 2022 में सीएम योगी के बुलडोजर मॉडल की खासी चर्चा थी। 24 फरवरी 2023 को प्रयागराज में वकील उमेश पाल की हत्या के बाद योगी के बुलडोजर मॉडल पर सवाल खड़े किए गए। योगी सरकार की एनकाउंटर नीति और अपराधियों पर हुई लगातार कार्रवाई भी खासी चर्चा में रही। लेकिन, यूपी नगर निगम चुनाव के आ रहे परिणाम ने इन सभी चर्चाओं पर विराम लगा दिया है। योगी एक बार फिर प्रदेश की राजनीति में सबसे बड़ा चेहरा बनकर उभरे हैं।

अखिलेश के लिए चुनौती बड़ी

अखिलेश यादव ने यूपी नगर निगम चुनाव के लिए पूरा जोर लगाया था। जाट वोट बैंक को साधने के लिए पश्चिमी यूपी में कई सीटों पर राष्टï्रीय लोक दल के साथ मिलकर समाजवादी पार्टी ने चुनाव लड़ा। वहीं, दलित वोटों को साधने के लिए आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद को साथ लिया गया। लेकिन, अखिलेश यादव की रणनीति यहां काम करती नहीं दिखी। पार्टी के खिलाफ मुसलमान वोटों की नाराजगी का मुद्दा खासा गरमाया हुआ दिख रहा है। ं
मायावती ने दे दिए बड़े संदेश
मायावती ने नगर निकाय चुनाव के जरिए बड़ा संदेश दिया है। आगरा में पार्टी उम्मीदवार के प्रदर्शन ने साफ किया है कि दलित और मुस्लिम गठबंधन को साधने में पार्टी कामयाब रही। इस प्रकार का गठजोड़ कई सीटों पर होता दिखा है। यह सपा के मुस्लिम- यादव समीकरण को ध्वस्त करता दिख रहा है। वहीं, दलित वोट बैंक पर पिछले दिनों जिस प्रकार से भाजपा, सपा के साथ-साथ आजाद समाज पार्टी ने अपनी नजर बनाई थी।

ओवैसी की पार्टी का भी खुला खाता

बरेली। बरेली जिले में कड़ी सुरक्षा के बीच नगर निकाय चुनाव की मतगणना जारी है। बरेली कॉलेज और परसाखेड़ा मतगणना स्थल पर कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। दोनों स्थानों पर पीएसी और पैरामिलेट्री फोर्स के साथ दो हजार पुलिसकर्मी भी तैनात किए हैं।

विधानसभा व लोकसभा उपचुनाव के नतीजे

स्वार सीट पर भाजपा गठबंधन की जीत

नोएडा। कर्नाटक विधानसभा के साथ ही आज देश भर में हुए उपचुनाव के नतीजे भी घोषित किए जाएंगे। यूपी के स्वार सीट पर अपना दल को जीत मिली,जबकि छानबे पर सपा आगे चल रही। जिन सीटों पर उपचुनाव हुए हैं, उनमें उत्तर प्रदेश की दो, मेघालय की एक और ओडिशा की एक विधानसभा सीट शामिल है। इसके अलावा, पंजाब की जालंधर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे भी आज घोषित किए जाएंगे। वोटों की गिनती जारी है।

जालंधर में आप को निर्णायक बढ़त

जालंधर लोकसभा सीट पर अब तक हुई मतगणना में आम आदमी पार्टी के सुशील कुमार रिंकू आगे चल रहे हैं। सुशील कुमार रिंकू को दो लाख 73 हजार 431 मत मिले हैं, जबकि भाजपा के इंदर इकबाल सिंह अटवल को एक लाख 29 हजार 509, शिरोमणि अकाली दल के सुखविंदर सुखी को एक लाख 36 हजार 857 और कांग्रेस की करमजीत कौर चौधरी को दो लाख 21 हजार 350 वोट मिले हैं।

ओडिशा में बीजद उम्मीदवार आगे

ओडिशा की झारसुगुड़ा सीट पर बीजद प्रत्याशी दीपाली दास आगे चल रही हैं। दीपाली दास को एक लाख सात हजार तीन मत मिले हैं, जबकि भाजपा उम्मीदवार तंकधर त्रिपाठी को 58 हजार 384 वोट हासिल हुए हैं।

जश्न

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिले प्रचंड बहुमत के बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जश्न मनाते पार्टी कार्यकर्ता।

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