चाय न पीने से कई समस्याओं से मिलेगी राहत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हममें से ज्यादातर लोगों के दिन की शुरुआत चाय के साथ होती है। चाय पीना फायदेमंद है या नुकसानदायक इसपर लंबे समय से बहस होती रही है। अध्ययनों में भी इसके मिले-जुले परिणाम देखे गए हैं। कुछ शोध बताते हैं दूध वाली चाय की जगह ब्लैक-टी पीने से कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं जबकि कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि चाय में कैफीन होने के कारण इसके नियमित या ज्यादा सेवन से कई साइड-इफेक्टस भी हो सकते हैं। वैसे तो सीमित मात्रा में चाय पीना आमतौर पर ज्यादातर लोगों के लिए नुकसानदायक नहीं माना जाता है, लेकिन अगर आप इसका अधिक या दिन में चार-पांच बार चाय पीते हैं तो इससे कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं। ज्यादातर समस्याएं चाय में मौजूद कैफीन और टैनिन के कारण होती हैं। तो अगर एक महीने तक चाय छोडऩे से शरीर में कई वस्थ परिवर्तन हो सकते हैं। 30 दिनों तक कैफीन का सेवन कम होने से अच्छी और बेहतर नींद आती है, चिंता कम होती है साथ ही पाचन स्वास्थ्य में भी सुधार देखा जा सकता है।

सुधरेगी नींद की समस्या

चाय में प्राकृतिक रूप से कैफीन होता है, इसलिए इसका अधिक सेवन आपके नींद चक्र को बाधित कर सकता है। कुछ शोध बताते हैं कि कैफीन का अधिक सेवन मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन को बाधित कर सकता है। ये हार्मोन मस्तिष्क को संकेत देता है कि सोने का समय हो गया है। नींद की कमी थकान, याददाश्त की कमी के अलावा मोटापे और ब्लड शुगर नियंत्रित न रहने जैसी दिक्कतें भी बढ़ा सकती है। इसलिए चाय पीने की आदत हमारे शरीर को तो नुकसान पहुंचाता है साथ ही हमारी नींद में भी खलल डालता है। जो कई समस्याओं को उत्पन्न करता है। इसके अलावा प्रेग्नेंसी में ज्यादा चाय पीने से महिला के साथ गर्भ में पल रहे बच्चे को भी नुकसान पहुंच सकता है। प्रेग्नेंसी में चाय से दूरी बनानी चाहिए।

छूट जायेगी कैफीन की लत

कैफीन, आदत बनाने वाला उत्तेजक है, यही कारण है कि चाय या कॉफी पीने की आपको बार-बार इच्छा होती है। समय पर चाय न मिलने से सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, हृदय गति में वृद्धि और थकान जैसी दिक्कतें भी हो सकती हैं। ये चाय में मौजूद कैफीन की वजह से ऐसा होता है. जब किसी व्यक्ति को चाय की लत लग जाती है तब वह कैफ़ीन का आदी बन जाता है। उसे बार-बार कैफीन की के्रविंग होती है। एक महीने तक चाय-कॉफी जैसी कैफीन वाली चीजों से दूरी बना लेने से कैफीन की लत भी समय के साथ कम होने लग जाती है। ये शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार की सेहत के लिए फायदेमंद है।

पाचन की समस्या से राहत

चाय की पत्तियों में मौजूद टैनिन की अधिकता होती है जो शरीर में मौजूद आयरन के तत्वों से चिपक जाता है और उन्हें पाचन क्रिया से खत्म कर देता है। आयरन की कमी से एनीमिया की समस्या हो जाती है। एनीमिक लोगों को चाय पीने से बचना चाहिए। वहीं कुछ लोगों को ज्यादा चाय पीने के कारण गैस बनने, मतली या पेट दर्द जैसे असुविधाजनक लक्षण हो सकते हैं। नियमित रूप से या रोजाना अधिक चाय के कारण आपको पाचन की गंभीर दिक्कतें भी हो सकती हैं। एक महीने तक चाय या कैफीन वाली चीजों से दूरी बनाने से पाचन की दिक्कतें ठीक होने लगती हैं, कब्ज-अपच का खतरा कम होता है। पाचन में सुधार के लिए भी ये फायदेमंद है।

 

 

 

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