उत्तराखंड में आप की तीसरी लिस्ट जारी
- गढ़वाल से पांच और कुमाऊं से चार उम्मीदवारों का एलान
देहरादून। आम आदमी पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्ïदेनजर प्रत्याशियों की तीसरी लिस्ट भी जारी कर दी है। जिसमें गढ़वाल से पांच और कुमाऊं से चार प्रत्याशियों के नामों का एलान किया गया है। आप के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने ट्वीट करके यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि आम आदमी पार्टी अन्य सभी दलों से प्रत्याशी घोषित करने में सबसे आगे निकल चुकी है। पार्टी अब तक कुल 51 प्रत्याशियों के नामों का एलान कर चुकी है, जिनमें से नौ प्रत्याशियों की घोषणा आज आप पार्टी द्वारा की गई है।
इसमें पुरोला से प्रकाश कुमार, देवप्रयाग से उत्तम भंडारी, सहसपुर से भरत सिंह, मसूरी से श्याम बोरा, झबरेड़ा से राजू बिराटिया, डीडीहाट से दीवान सिंह मेहता, लाल कुआं से चंद्रशेखर पांडे, नानकमत्ता से आनंद सिंह राणा और खटीमा से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर को प्रत्याशी घोषित किया है। उन्होंने कहा कि अन्य बचे 19 नामों की घोषणा भी आम आदमी पार्टी द्वारा जल्दी कर दी जाएगी। ताकि सभी प्रत्याशियों को जनता के बीच जाने का पूरा मौका मिल सके और जनता भी अपने प्रत्याशियों के बारे में जान सके। उन्होंने सभी नौ प्रत्याशियों को शुभकामनाएं देते हुए आगामी चुनाव के लिए डटकर तैयारी करने के निर्देश भी दिए हैं।
अपने दम पर ही लड़ेंगे चुनाव : चंद्रशेखर
लखनऊ। आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर ने कहा कि यूपी चुनाव हम अपने दम पर लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि एक महीने 10 दिन से मेरी लगातार विपक्ष के नेता अखिलेश यादव से बात हो रही है। मगर किसी कारणवश बात नहीं बनी। ऐसे में हम उनसे गठबंधन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि यूपी में भाजपा को हराना हमारा लक्ष्य है, हम भाजपा को सत्ता में नही आने देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि जो हमेशा कहते थे उनको भी दलितों की जरुरत नहीं है। हमने तय किया है कि अभी किसी से गठबंधन नहीं करेंगे। बीजेपी के खिलाफ हमने लाठियां खाई हैं। हम अपने दम पर लड़ेंगे।
पहली कोशिश यही रहेगी कि जो विपक्ष बिखरा है, उसे एक किया जाए। अगर सरकार बीजेपी की आती है तो दलितों और पिछड़ों को पांच साल झेलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि दलितों के लिए 25 प्रतिशत आरक्षण की मांग हमने की है। विपक्षी पार्टियां दलितों के मुद्ïदे पर बात नहीं कर रही है। इसलिए दलित अपनी लड़ाई खुद लड़ेंगे। हम अपने दम पर लड़ेंगे। पहली कोशिश यही रहेगी कि जो विपक्ष बिखरा है उसे एक किया जाए। इससे पहले आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर की प्रेस कॉन्फ्रेंस पुलिस ने अनुमति नहीं दी थी। कहा गया है कि चुनिंदा कार्यकर्ताओं के साथ ही वे कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं।