कांग्रेस उत्तराखंड में तैयार कर रही जीत का रोडमैप

नई दिल्ली। उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भाजपा कुमाऊं मंडल को लुभाने की कोशिश कर रही है। इसका कारण मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के मजबूत नेता और आगामी चुनाव में पार्टी के संभावित चेहरे हरीश रावत से पार्टी के लिए चुनौती से जूझना बताया जा रहा है। यही कारण है कि कुमाऊं से क्षत्रिय मुख्यमंत्री और अब एक ब्राह्मण अजय भट्ट को केंद्र में राज्यमंत्री की जिम्मेदारी दी गई है।
हरीश रावत भी कुमाऊं से आते हैं। उन्होंने कांग्रेस आलाकमान से मांग की है कि चेहरे पर चुनाव लड़ा जाए। बदली परिस्थितियों में उनकी मांग भी सुनी जाए। इंदिरा हृदयेश की मृत्यु के बाद कांग्रेस पार्टी के भीतर विपक्ष के नेता के चयन का मामला दिल्ली हाईकमान के पाले में है। लेकिन पंजाब और छत्तीसगढ़ में पार्टी के मुद्दों को लेकर व्यस्त होने के कारण आलाकमान इस ओर ध्यान नहीं दे पा रहा है।
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप पिछले 10 दिनों से दिल्ली में हैं, उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर भी जल्द ही कोई फैसला होने वाला है। कांग्रेस इस सप्ताह के अंत में विपक्ष के नेता के मुद्दे पर अपने फैसले की घोषणा कर सकती है ।
उन्होंने कहा कि पंजाब और छत्तीसगढ़ में भाजपा नेतृत्व कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहा है। इसलिए कांग्रेस नेतृत्व कांग्रेस शासित सरकारों को बचाने की रणनीति बनाने में जुटा है और जल्द ही उत्तराखंड का फैसला भी सबके सामने आ जाएगा।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फिलहाल कांग्रेस आलाकमान वर्तमान में कांग्रेस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को नेता प्रतिपक्ष, विधायक गणेश गोदियाल को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को चुनाव संचालन समिति का अध्यक्ष बनाने पर विचार कर रहा है।

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