कानपुर से गाजीपुर तक गंगा किनारे जो लाशें पाई गई हैं वो पंचायत चुनाव का ही नतीजा हैं
- 4पीएम की परिचर्चा में सामने आया कि कोरोना से गांवों को बचाना है तो टेस्टिंग पर जोर दे सरकार
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। यूपी और बिहार में गंगा के किनारों पर उतराते शव, बालू में दफन लाशें व गांव-गांव में लाशों के ढेर इस बात का गवाह है कि यूपी सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर आने से पहले कोई ठोस उपाय नहीं किए। यहां तक कि प्रशासनिक अमले को भी अंदाजा नहीं था कि कोरोना की दूसरी लहर इतनी भयावह होगी। कोरोना का संक्रमण बढ़ने के बावजूद यूपी में पंचायत चुनाव हुए, जिसका नतीजा ये निकला कि गांव-गांव में लाशों के ढेर हैं। गंगा किनारे उतराते शव हर बात का प्रमाण है। इस बात का खुलासा अमर उजाला समूह के सलाहकार संपादक विनोद अग्निहोत्री, भड़ास फोर मीडिया के संपादक यशवंत सिंह, वरिष्ठï पत्रकार अंबरीश कुमार ने 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के साथ एक परिचर्चा में किया। परिचर्चा में वरिष्ठï पत्रकार विनोद अग्निहोत्री ने कहा, पंचायत चुनावों के बाद कोरोना ने यूपी के गांवों में तबाही मचा दी है। लगभग हर गांव से यही खबर आ रही है कि लोग अचानक मर रहे है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह रही कि न तो वहां टेस्ट हो रहे हैं और न दवा है। मीडिया में जब तस्वीरें आई तो यह देख मेरा मन रुंआसा हो गया। सच कहूं तो कोरोना से गांवों को बचाना है तभी देश बच पाएगा। गंगा के किनारे बसे गांवों में हर एक की जांच होनी चाहिए क्योंकि गरीबी के कारण दो-चार पैसे के लिए बहुत भारी मन से ग्रामीण गंगा किनारे लाशें दफन कर रहे हैं। कोविड काल में पंचायत चुनाव सरकार को रोकना चाहिए था। उसी के चलते गांवों तक संक्रमण पहुंचा। उन्नाव, आगरा, झांसी हर जगह गांवों में मौतें हो रही हैं। ऐसे में सरकार को सर्वेक्षण करना चाहिए क्योंकि ये मौतें कोविड में नहीं गिनी जाएगी पर कहीं न कही अगर इसकी पड़ताल की जाए तो हजारों की संख्या में कोविड मौतें सामने आ जाएंगी।
वहीं वरिष्ठï पत्रकार अंबरीश कुमार ने विचार रखते हुए कहा, यह सरकार की बदतइंतजामी का नमूना है। पंचायत चुनाव का नतीजा अब निकलकर आ रहा है। कानपुर से गाजीपुर तक जो लाशें पाई गई है, उनका कोई हिसाब किताब नहीं है। गंगा किनारे मिली लाशें सरकार के मुंह पर तमाचा है। यूपी सरकार के लिए राजनीति सर्वोपरि है। उत्तर प्रदेश सरकार का नया ट्रेंड चल रहा है कि जो सच दिखाए उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करो। यहां तक कि रासुका लग रहा है। पंचायत चुनाव में करीब दो हजार शिक्षकों की मौत हो गयी। ढाई से तीन हजार मौतें गंगा के किनारे मिली हैं यह आंकलन है। बावजूद यूपी सरकार सच बोलने पर मुकदमा दर्ज कर रही है। यह मेरे समझ से परे है। गांवों की बात करें तो वहां झोलाछाप डॉक्टरों ने हजारों जिंदगी बचाई है, सरकार को गांवों से सीख लेनी चाहिए। परिचर्चा में यशवंत सिंह ने कहा अंबरीशजी की बात से सहमत हूं मैं। पहले ऐसा नहीं होता था, लिखने-पढ़ने बोलने पर मुकदमा हो जाए। मगर योगी राज में बोलते ही केस दर्ज समझो क्योंकि अब यूपी सरकार को आलोचक चाहिए ही नहीं। मीडिया दो भागों में बंट गया है तो ऐसे में सरकार को वे ही पत्रकार चाहिए जो प्रोप्रोगेंडा टाइप के हो। जो सूचना विभाग को मैनेज कर सकें। वर्तमान में दो तरह के पत्रकार हैं। एक तो सरकार के पत्रकार और दूसरे दुश्मन है जो सच लिखते हैं। यूपी सरकार ऐसे दुश्मनों को नेस्ताबूद करने में लगी है। डुमरियागंज में एक पत्रकार को इसलिए पीट दिया गया कि सरकार का सच जनता के सामने न आए। कलम सत्ता की आलोचना के लिए होती है। ऐसे में मीडिया का सोशल मीडिया या व्हाटसअप ग्रुप सच लिखने वालों का भी होना चाहिए जो कोई भी सरकार हो, उसको बताए कि कमी कहा है। जनता को क्या चाहिए और क्या नहीं।
बस सरकार के खिलाफ न लिखा जाए
वरिष्ठï पत्रकार विनोद अग्निहोत्री ने कहा, पत्रकारिता एक ऐसी गाय है, जिसका दूध सब पीना चाहते हैं मगर गाय सिर हिला दें तो लोग उसे मारने को दौड़ते हैं। यही हाल सरकारों का है कि उनके खिलाफ लिखा न जाए। हमेशा जो सरकार कहे, वो ही दिखाया जाए। वहीं लिखा जाए। मगर मेरा मानना है कि मीडिया को निष्पक्ष होना चाहिए। पत्रकारों को सच लिखना चाहिए। सरकारों को भी बेवजह मुकदमा नहीं दर्ज करना चाहिए। सरकार को सच को स्वीकार करना होगा तभी कोविड जैसी महामारी से हम जल्दी से जंग जीत पाएंगे।
जब आपका जिला कोरोना को हराएगा, तब देश जीतेगा: मोदी
- 46 जिलों के जिलाधिकारियों के संग प्रधानमंत्री की बैठक
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना महामारी पर नियंत्रण के मद्ïदेनजर आज 46 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक की। पीएम मोदी ने जिलाधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि हमारे देश में जितने जिले हैं, उतनी ही अलग-अलग चुनौतियां हैं। एक तरह से हर जिले की अपनी अलग चुनौती है। इसलिए जब आपका जिला कोरोना महामारी से जीतता है, तो देश जीतता है। कोरोना के खिलाफ इस युद्ध में आप सब लोग एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका में है। आप एक तरह से इस युद्ध के मैदान में कमांडर हैं। आप के जरिए ही कोरोना पर नियंत्रण किया जा सकता है। पीएम मोदी ने बताया कि इस वायरस जानलेवा के खिलाफ हमारे हथियार क्या हैं? उन्होंने कहा, हमारे हथियार हैं- स्थानीय कंटेंमेंट जोन, तेजी से जांच और लोगों तक सही व पूरी जानकारी। साथ ही पीएम ने चेताया कि इस समय, कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के आंकड़े कम हो रहे हैं, कई राज्यों में बढ़ रहे हैं। लेकिन कम होते आंकड़ों के बीच हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। पीएम मोदी ने कहा कि टीकाकरण कोविड से लड़ाई का एक सशक्त माध्यम है, इसलिए इससे जुड़े हर भ्रम को हमें मिलकर करना है। कोरोना के टीके की सप्लाई को बहुत बड़े स्तर पर बढ़ाने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों पर देना है ध्यान
पीएम मोदी ने कहा बीते एक साल में करीब-करीब हर मीटिंग में मेरा यही आग्रह रहा है कि हमारी लड़ाई एक-एक जीवन बचाने की है। कोरोना की इस दूसरी वेव में, अभी ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में हमें बहुत ध्यान देना है। कोविड के अलावा आपको अपने जिले के हर एक नागरिक की ‘आजीविकाÓ का भी ध्यान रखना है। हमें संक्रमण को भी रोकना है और दैनिक जीवन से जुड़ी जरूरी सप्लाई को भी बेरोकटोक चलाना है।
संक्रमण के घटते मामलों के बीच सतर्क रहने की जरूरत : अभिषेक प्रकाश
- चिनहट के महात्मा गांधी अस्पताल में बढ़ेगी सुविधाएं
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। महात्मा गांधी हास्पिटल चिनहट में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने के संबंध में आज जिला अधिकारी अभिषेक प्रकाश ने अपने शिविर कार्यालय में बैठक की। बैठक में सीएमओ संजय भटनागर, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉॅ सुरेश पाण्डेय की उपस्थिति में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाने के संबंध में जिलाधिकारी द्वारा समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने कहा दस दिन के अंदर ऑक्सीजन प्लांट की समस्त औपचारिकताएं पूरी करनी होगी। साथ ही मोबाइल टेस्टिंग वैन व आक्सीजन कन्सन्ट्रेटर भी उपलब्ध कराया जाएगा। बैठक के बाद जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि राजधानी लखनऊ में संक्रमण के घटते मामलों के बीच सतर्क रहने की जरूरत है, तभी हम कोरोना से जंग जीत पाएंगे। उन्होंने कहा कंटेंमेंट जोन पर सख्ती के अलावा तेजी से कोरोना टेस्टिंग जारी है। साथ ही लोगों तक सही व पूरी जानकारी मिले, इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। डीएम ने कहा कि कोविड काल में कोई भी अफसर व अधिकारी लापरवाही न बरतें तभी कोरोना जैसी महामारी को हरा पाएंगे।