कुर्सी बचाने में कामयाब हुए छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल
- राहुल गांधी को दिया छत्तीसगढ़ आने का न्यौता
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर चल रही खींचतान के बीच भूपेश बघेल ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा से मुलाकात की और उन्हें मनाने में सफल हुए। अब उनके मुख्यमंत्री पद को किसी तरह का खतरा नहीं। रायपुर वापसी से पहले उन्होंने राहुल को छत्तीसगढ़ आने का न्यौता भी दिया। भूपेश बघेल ने कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा से तीन घंटों तक बात की। सूत्रों के अनुसार पार्टी आलाकमान को मनाने में बघेल को सफलता मिली है। इसके बाद फिलहाल उनके मुख्यमंत्री पद से खतरा टल गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री और विधायकों के साथ अन्य नेता आज रायपुर लौट जाएंगे। इस बार एयरपोर्ट पर किसी तरह का शक्ति प्रदर्शन नहीं होगा। पार्टी सूत्रों के अनुसार कार्यकर्ताओं को इस संबंध में स्पष्ट संदेश दे दिया गया है। छत्तीसगढ़ में जारी कांग्रेस आलाकमान ने बघेल को बुलावा भेजा था। इसके तुरंत बाद 55 विधायकों 15 जिला अध्यक्षों और 5 मेयर समेत कई समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री बघेल दिल्ली पहुंचे थे। दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने रोटेशन पॉलिसी का हवाला देकर नेतृत्व में बदलाव की मांग की और मुख्यमंत्री के खिलाफ बैनर दिखाया। इस साल जून में बघेल सरकार ने अपने ढाई साल का कार्यकाल पूरा कर लिया। इस बैठक में मौजूद रहे एक सूत्र ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री बघेल ने अपने कार्यकाल में शुरू की गई वेलफेयर की योजनाओं को भी सूचीबद्ध किया था।
गुजरात से बेहतर है छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री ने कहा उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार का प्रशासन गुजरात सरकार की तुलना में बेहतर है। कांग्रेस पार्टी देश के सामने छत्तीगसगढ़ प्रशासन का मॉडल पेश कर सकती है। बघेल ने बताया कि उनकी सरकार ने आदिवासी समुदाय और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास के लिए अनेकों वेलफेयर योजनाओं की शुरुआत की। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि उनके आग्रह पर अगले सप्ताह राहुल गांधी छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। उन्होंने कहा, बतौर मुख्यमंत्री मैंने राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ आने का न्यौता दिया है।