चौकीदार के इशारे पर जेई कर रहे टेंडर की फाइलों का निपटारा
- नगर निगम में टेंडर से लेकर फाइल के अप्रूवल तक में गंभीर अनियमिताएं सामने आई हैं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। नगर निगम में मैं हूं चौकीदार भाजपा के स्लोगन का मुहावरा आजकल चर्चा में है। दरअसल नगर निगम मुख्यालय में वैसे तो कई चौकीदार है पर चर्चा सिर्फ एक की ही है। इसकी वजह यह है कि उस चौकीदार के इशारे पर निगम का कामकाज होता है। जूनियर इंजीनियर पहले उससे सलाह-मशविरा करते हैं। जब उसकी सहमति होती है तो ही फाइलें आगे बढ़ती है। इसके पीछे कहानी क्या है, इसे वहां के कर्मचारी समझ नहीं पा रहे हैं। ऐसे में वे काम को लेकर चौकीदार की कानाफूसी करते रहते हैं।
सूत्र बताते है कि निगम में चौकीदार के इशारे पर ही जेई काम कर रहे हैं। काम छोटा मोटा नहीं बल्कि उसी के कहने पर ही टेंडर की फाइलें तक मौखिक निर्देश पर बन रही हैं। मामले में नगर निगम में टेंडर से लेकर फाइल के अप्रूवल तक में गंभीर अनियमिताएं सामने आई हैं। इस पूरे मामले में ठेकेदारों ने मेयर को दस्तावेज और एक ऑडियो सौंपा है। ऑडियो में साफ है कि चौकीदार की चलती है। इस ऑडियो क्लिप के वायरल होने से निगम में हडक़ंप मचा हुआ है। इस बारे में चौकीदार जाफर का कहना है कि चीफ इंजीनियर आर. एन त्रिपाठी के कहने पर फाइल बनाने के लिए जेई सूर्य विक्रम को फोन किया था। वहीं जाफर के फोन को जीफ इंजीनियर आर.एन त्रिपाठी का आदेश समझ कर फाइल बना दी गई। वायरल हुए ऑडियो में आरआर विभाग का चौकीदार जाफर जूनियर इंजीनियर सूर्य विक्रम को फोन करके ठेकेदार अतीक की फाइल बनाने का आदेश देते हुए नजर आ रहा है। साथ ही वह इंजीनियर को यह भी पूछ रहा है कि वृंदावन में किन कामों की फाइल बननी है। वायरल हुए ऑडियो में चौकीदार के आदेश को सुन कर जेई हामी भी भरते नर आ रहे हैं।
दारोगा को जरूरत पड़़ी तो 4पीएम के रिपोर्टर ने तुंरत दिया खून!
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ से निकलने वाले अखबार 4पीएम के रिपोर्टर सत्यप्रकाश ने एक दारोगा को खून देकर नई मिशाल पेश की है। सत्यप्रकाश ने बताया कि पीजीआई कोतवाली के उपनिरीक्षक लोकेश गौतम कल अचानक बीमार पड़ गए। पुलिस साथियों व उनके परिवारीजनों ने उन्हें तत्काल विवेकानंद अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया। परिवार वालों से तीन यूनिट रक्त एकत्रित करने को कहा। मैच न होने के चलते डॉक्टर ने उनके बेटे और पत्नी का खून लेने से मना कर दिया। उनकी पत्नी चिंतित हो उठीं और फिर उन्होंने अपने दारोगा पति के मोबाइल पर बने व्हाट्सग्रुप में खून देने का मैसेज डाला। अपील की- रक्त की सख्त जरूरत है, प्लीज मदद करे। ग्रुप में 4पीएम के रिपोर्टर ने जब यह मैसेज पढ़ा तो वे दारोगा को बिना सूचना दिए अस्पताल पहुंच गए। वहां उन्होंने रक्तदान कर दारोगा के स्वस्थ्य होने की कामना की। इस पर वहां मौजूद पुलिस साथियों ने उनका हौसला बढ़ाया। इसके बाद ग्रुप में दारोगा ने उन्हें दिल से बधाई दी और कहा कि सत्यप्रकाश जैसे पत्रकार ही आगे चलकर मानवता की मिसाल पेश करेंगे। 4पीएम संस्थान ने सत्यप्रकाश के इस हौसले को सम्मान दिया और उन्हें भेंट स्वरूप बधाइयां दी।
मणिपुर के एडीजी अरविंद कुमार ने खुद को गोली मारी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मणिपुर में राजस्थान कैडर के 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी अरविंद कुमार ने कथित तौर पर अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मणिपुर पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजीपी) अरविंद कुमार के गोली मारने का स्पष्ट कारण अभी नहीं पता चल सका है। एडीजी अरविंद मणिपुर राइफल कॉम्प्लेक्स में बने सरकारी क्वार्टर में रहते थे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि एडीजी अरविंद कुमार व्यवहारिक व्यक्ति थे। खुद को गोली मार ली, लोगों को इस बात का विश्वास नहीं हो रहा है।
कैबिनेट मंत्री कमला रानी निकली कोरोना पॉजिटिव, हुईं आइसोलेट
- कोरोना संदिग्ध लगने पर लिया गया था सैंपल
- 48 घंटे के लिए सीएमओ कार्यालय फिर सी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कमला रानी कोरोना पॉजिटिव निकली है। कोरोना संदिग्ध लगने पर सिविल अस्पताल में उनका सैंपल लिया गया था। आज उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद कमलारानी ने खुद को घर में आईसोलेट कर लिया है।
वहीं सीएमओ कार्यालय 48 घंटे के लिए सील कर दिया गया है। कार्यालय में तैनात एक कर्मचारी पॉजिटिव निकला, जिसके बाद सीएमओ प्रशासन ने यह कदम उठाया है। इससे पहले भी कर्मचारी संक्रमित मिले थे, तो भी दो दिन के लिए कार्यालय बंद कर दिया गया था। अब दोबारा सीएमओ कार्यालय सील किया गया है। इससे एक दिन पहले अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने अचानक सीएमओ कार्यालय का दौरा किया था। उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया और कोरोना से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन के पालन को भी कहा था। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढऩे को लेकर सरकार बेहद सतर्क है। वहीं सीएमओ कार्यालय में पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आने वाले प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारी डरे हुए हैं।