बोपन्ना की हार से ग्रैंड स्लैम का इंतजार बढ़ा
नई दिल्ली। टेनिस में ग्रैंड स्लैम जीतने के लिए भारत का इंतजार थोड़ा लंबा हो गया है। भारत को साल के दूसरे ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन में रोहन बोपन्ना से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन उनकी उम्मीदें खत्म हो गईं। रोहन बोपन्ना और उनके क्रोएशियाई साथी फ्रेंको कुगोर को लाल बजरी ग्रैंड स्लैम के पुरुष युगल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा, जिससे फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट में भारत का अभियान समाप्त हो गया। बोपन्ना और कुगोर को एक घंटे 17 मिनट तक चले मैच में पाब्लो एंडुजर और पेड्रो मार्टिनेज की स्पेनिश जोड़ी से सीधे सेटों में 5-7 3-6 से हार का सामना करना पड़ा।
भारत और क्रोएशिया की गैरवरीय जोड़ी को रविवार को प्री-क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड के मैटवे मिडलकुप और अल सल्वाडोर के मार्सेलो अरेवालो के खिलाफ वॉकओवर मिला। पिछले हफ्ते, दिविज शरण और अंकित रैना क्रमश: पुरुष और महिला युगल में अपने पहले दौर के मैच हार गए थे। एकल वर्ग में सुमित नागल, रामकुमार रामनाथन, प्रजनेश गुणेश्वरन और अंकिता मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने में नाकाम रहे।
भारत में आखिरी ग्रैंड स्लैम 2017 में आया था। तब रोहन ने फ्रेंच ओपन में ही मिश्रित युगल में यह खिताब जीता था। फिर रोहन ने कनाडा के ग्रेबिएला डाब्रोवस्की के साथ मिलकर फाइनल जीता और खिताब जीता। 2018 में साल के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन में रोहन ने टिमे बाबोस के साथ फाइनल में जगह बनाई, लेकिन फिर दोनों को गैब्रिएला और मेट पेविक की जोड़ी से हारना पड़ा और ग्रैंड स्लैम भारत के हाथों से फिसल गया।