मेडिकल उपकरणों के नाम पर लूट में लगे डीएम भाजपा विधायक की शिकायत के बाद सांसद संजय सिंह ने बोला जोरदार हमला
- सुल्तानपुर के लम्भुआ से भाजपा विधायक देवमणि ने की डीेएम के घोटाले की शिकायत तो सीेएम कार्यालय ने दिये जांच के आदेश
- कोरोना काल में कई जिलों के डीएम और सीएमओ ने मिलकर मचा दी है लूट
- आप सांसद संजय सिंह ने कहा जनता मर रही है और अफसर कर रहे हैं घोटाला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कोरोना काल में भी सरकारी अधिकारियों और मेडिकल उपकरणों को बेचने वाली फर्मों की मिलीभगत से घोटाले जारी है। ताजा मामला सुल्तानपुर में सामने आया है। यहां एक मेडिकल फर्म ने निर्धारित मूल्य से कई गुना दाम पर ग्राम पंचायतों को कोरोना किट बेची और उसका भुगतान भी प्राप्त कर लिया। इस मामले की शिकायत भाजपा के लम्भुआ विधायक देवमणि द्विवेदी ने सरकार से की। सूचना मिलते ही लखनऊ तक हडक़ंप मच गया है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव ने इस मामले में अपर मुख्य सचिव, पंचायती राज को पत्र लिखकर जांच के आदेश दिए और रिपोर्ट तलब की है। वहीं आम आदमी पार्टी ने इस मामले पर योगी सरकार को घेरा है।
संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में विधायक का हवाला देते हुए लिखा है कि देवमणि द्विवेदी विधायक लम्भुआ सुलतानपुर द्वारा अवगत कराया गया है कि सुलतानपुर में पल्स आक्सीमीटर और आईआर थर्मामीटर कोविड-19 सर्वेक्षण किट की आपूर्ति ग्राम पंचायतों में शासनादेश के विपरीत 2800 के स्थान पर 9950 की बेची जा रही है और जबरन जिलाधिकारी के द्वारा वसूली करायी जा रही है। यही नहीं जिलेके अधिकांश ग्राम पंचायतों में जबरन किट आपूर्ति करने वाली फर्म को डोंगल लगवाकर भुगतान भी करा दिया गया है। प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद ने इस मामले में अपर मुख्य सचिव, पंचायती राज से प्रकरण की जांच करा कर रिपोर्ट तलब की है। वहीं, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि गुजरात, हिमाचल के बाद अब योगी राज में सुल्तानपुर के डीएम का कोरोना में भ्रष्टाचार सामने आया है। 2800 की कोविड किट 9950 में खरीदी। शर्म करो भाजपा सरकार। जनता कोरोना से मर रही है अधिकारी घोटाला कर रहे हैं। अब देखना ये है कि योगी जी कार्यवाही किस पर करेंगे डीएम पर या अपने एमएलए पर? उन्होंने आगे लिखा कि योगी जी कृपया ध्यान दें। ऑनलाइन खरीदने पर भी आक्सीमीटर की क़ीमत 800रुपये व थर्मोमीटर की कीमत 1800 है तो डीएम सुल्तानपुर ने 9950 में कोविड सर्वे किट क्यों खरीदा? किसने कितनी दलाली खाई? कोरोना के नाम पर भ्रष्टाचार श्मशान में दलाली के समान है।
4पीएम में छपी खबर तो धनकुबेर आईएएस जितेन्द्र कुमार के भाई का दिमाग हुआ ठीक, किया निर्माण बंद
- नियमों को ताक पर रखकर आवासीय क्षेत्र में बनाया जा रहा था कमर्शियल कॉम्प्लेक्स
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। 4पीएम ने कल प्रमुख सचिव संंस्कृति जितेंद्र कुमार के भाई अशोक कुमार द्वारा गोमतीनगर के पॉश इलाके में धड़ल्ले से आवासीय जमीन पर कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनवाने की खबर यूपी के धनकुबेर प्रमुख सचिव के भाई का कारनामा, धड़ल्ले से कर रहा अवैध निर्माण, अफसरों को हो रही कंपकंपी शीर्षक से प्रकाशित की थी। इससे सरकार में हडक़ंप मच गया। आईएएस जितेंद्र कुमार के भाई ने निर्माण कार्य बंद करा दिया। वहीं एलडीए भी अब कार्रवाई की बात करने लगा है।
गोमतीनगर के विपुल खंड में भूखंड संख्या 3/66 पर कमर्शियल बिल्डिंग का निर्माण कराया जा रहा था। बिल्डिंग का निर्माण नक्शे के विपरीत हो रहा है। यह अवैध निर्माण प्रमुख सचिव संस्कृति के भाई अशोक कुमार करा रहे थे। शिकायत पर विहित अधिकारी संजय पांडेय ने 2018 को इसे गिराने का आदेश दिया था लेकिन पिछले सोमवार को एलडीए की टीम यहां पहुंची थी और थोड़ा सा हिस्सा तोडक़र अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली थी।
भवन के अवैध निर्माण को रोक दिया गया है। मौके पर आवासीय भूखंड पर कमर्शियल निर्माण मिला है। यदि निर्माण को आवासीय में तब्दील किया जाता है तो ही शमन का मौका दिया जाएगा।
शिवाकांत द्विवेदी, उपाध्यक्ष, एलडीए
बदायूं: छुट्टी न मिलने से नाराज सिपाही ने पहले एसएसआई फिर खुद को मारी गोली
- बदायूं के उझानी कोतवाली में मची अफरातफरी, दोनों घायलों को भेजा गया अस्पताल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बदायूं। बदायूं के उझानी थाने में उस वक्त हडक़ंप मच गया जब एक सिपाही ने छुट्टी को लेकर पहले एसएसआई और फिर खुद को गोली मारी ली। कोतवाली के अंदर हुई इस गोलीबारी से अफरा-तफरी मच गई। दोनों घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें बरेली रेफर किया गया। घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
आज सिपाही ललित एसएसआई रामअवतार के पास पहुंचा। उसने दस दिन की छुट्टी मांगी मगर रामअवतार ने यह कहते हुए मना कर दिया कि प्रभारी ओमकार सिंह कोरोना संक्रमित हैं, वह वापस आएंगे वही दस दिन की छुट्टी दे सकते हैं। मैं चार दिन का ही अवकाश स्वीकृत कर सकता हूं। इसी प्रकरण पर दोनों में बहस हुई। इससे नाराज सिपाही ने एसएसआई रामअवतार को गोली मार दी। इसके बाद एक और फायर हुआ, दूसरी गोली ललित के पेट में लगी। जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने कहा कि छुट्टी को लेकर सिपाही ने एसएसआई को गोली मारी जिसके बाद उसने ख़ुद को भी गोली मार ली है।