लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे बिल्डर, हाथ पर हाथ धरे बैठे जिम्मेदार

रुक्मणी कॉलोनी के मकानों के ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन तार
अब तक तीन की हो चुकी है मौत, धड़ल्ले से हो रहा अवैध निर्माण
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। नगर निगम के दायरे में आते ही छठा मिल में रुक्मणी कॉलोनी को विकसित किया जा रहा है। यहां बिल्डर धड़ाधड़ प्लॉटिंग और अवैध निर्माण करा रहे हैं। मकानों के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। इसकी चपेट में आकर अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। बावजूद इसके जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
सीतापुर रोड पर छठा मिल इलाके में बिल्डरों द्वारा रुक्मणी बिहार कॉलोनी को विकसित किया जा रहा है। इसी कॉलोनी में विद्युत विभाग का उपकेंद्र बना हुआ है। इस विद्युत उपकेंद्र से हाईटेंशन लाइन के तार पूरे क्षेत्र में फैले हुए हैं। बिल्डर बिना नक्शा पास कराए मनमाने तरीके से प्लॉटिंग कर रहे हैं और उस पर मकान बनाकर बेच रहे हैं। मकानों के निर्माण के दौरान कई हादसे हो चुके हैं, जिनमें कई मजदूरों की मौत हुई है। छठा मिल पावर स्टेशन से सटकर ही मकानों का निर्माण कर दिया गया है। मकानों के ऊपर से हाईटेंशन बिजली के तार गए हुए हैं। केवल मकानों के निर्माण के दौरान ही तीन से अधिक मजदूरों की मौत करंट की चपेट में आने से हो चुकी है। 24 अगस्त को रुक्मणी बिहार कॉलोनी के एक मकान में काम कर रहे मजदूर राजेश की हाईटेंशन तारों की चपेट में आने से मौत हो गई थी। इसके बाद भी जिला प्रशासन किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रहा है। रुक्मणी बिहार में रह रहे प्रदीप कुमार बताते हैं कि बीते 24 अगस्त को उनके ससुर राजेश कुमार पास के ही घर में मजदूरी कर रहे थे। उनका हाथ ऊपर गुजर रही हाईटेंशन लाइन से छू गया जिसके कारण वह बुरी तरह झुलस गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने बिल्डर से मिलीभगत कर मात्र साठ हजार में मामला रफा-दफा कर दिया और बात वही दबी रह गई।

सुविधाओं का दे रहे झांसा

बिल्डरों रुक्मणि विहार कॉलोनी में लोगों को बुनियादी सुविधाओं मसलन सडक़, पेयजल आदि का झांसा देकर ठग रहे हैं। वे अपनी जेब भरने के लिए मानकों की अनदेखी करके हाईटेंशन लाइट के बिल्कुल नीचे बहुमंजिला इमारतों का निर्माण करा रहे हैं।

कब जारी हुआ नोटिफिकेशन

नगर निगम के कर अधिकारी अशोक बताते हैं कि दिसंबर 2019 में छठा मिल के नगर निगम सीमा में आने का नोटिफिकेशन जारी किया गया था लेकिन यह पूरी तरीके से पास नहीं हो सका। उनका कहना है कि संभवत: यह इस माह नगर निगम के दायरे में आ जाएगा।

छठा मिल में बिल्डर द्वारा कराए जा रहे अवैध निर्माण को लेकर प्रशासन को पत्र लिखा जाएगा। बिना एनओसी लिए ऐसे अवैध निर्माण कराना पूरी तरीके से गैरकानूनी है।
विजय प्रकाश श्रीवास्तव,
संयुक्त निदेशक, विद्युत सुरक्षा

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