वादे हुए हवा-हवाई, हर मोर्चे पर विफल रही भाजपा सरकार: अखिलेश यादव
- देश पर अपना संविधान थोपना चाहता है संघ-भाजपा
- किसानों पर लाद दिए काले कृषि कानून, महंगाई और भ्रष्टïाचार का बोलबाला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश की जनता का सत्तारुढ़ भाजपा सरकार के प्रति गहराते असंतोष से शीर्ष भाजपा नेतृत्व भलीभांति परिचित हो गया है। आगामी विधानसभा चुनाव में उसके हाथ से सत्ता फिसलती देख हताश-निराश भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की एक माह में चित्रकूट, वृंदावन और लखनऊ में बैठकें हुई हैं। इन बैठकों का एजेंडा साजिशी रणनीति बनाना है ताकि किसानों और करोड़ों बेरोजगार नौजवानों से किए गए वादों को किसी तरह भुलाया जा सके और लोगों को बहकाने के लिए नये-नये तरीके खोजे जाएं। उन्होंने कहा कि भाजपा की मुसीबत यह है कि साढ़े चार साल की सरकार में भी उसके पास गिनाने के लिए एक भी योजना नहीं है। प्रशासन पर उसकी पकड़ न होने से हर मोर्चे पर विफलता मिली है। हवाई वादों और कागजी सफलताओं के प्रचार से जनता ऊबी हुई है। भाजपा ने 2017 के संकल्प-पत्र में जो वादे किए थे वे सभी धूल फांक रहे हैं। किसानों को उनकी फसल का लाभप्रद मूल्य दिलाने, उनकी आय दुगनी करने के वादे थे पर भाजपा की सरकार ने उल्टे उन पर तीन काले कृषि कानून लाद दिए। इन कानूनों का लाभ पूंजी घरानों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को मिलना है जबकि किसान की खेती का स्वामित्व भी उसके हाथ से निकल जाएगा। करोड़ों युवाओं को रोजगार देने का वादा भी हवा में झूलता रहा। महिलाओं का मान-सम्मान और जीवन असुरक्षित है। व्यापारियों के साथ लूट और हत्या की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत का शासन संविधान से चलता है पर संघ-भाजपा अपना नया संविधान थोपना चाहते हैं। इस विधान में विकास का स्थान नहीं है। मंहगाई और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है। कोरोना संक्रमण के दौर में प्रदेश की जनता को ऑक्सीजन, बेड और दवाओं के अभाव में भाजपा सरकार ने मरने को छोड़ दिया। रोजगार छिन गए। उद्योगधंधे और व्यापार बंद हो गए। हाल के पंचायत चुनावों में भाजपा ने अपने आचरण से दिखा दिया है कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनावों से उसका बैर है। भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर अपना एकाधिकारी शासन स्थापित करने का षड्यंत्र कर रही है। आगामी विधान सभा चुनाव लोकतंत्र, संविधान और समाजवाद तीनों की सुरक्षा के लिए लड़े जाएंगे और भाजपा की तानाशाही व्यवस्था को रास्ता दिखाया जाएगा। जनता किसी भुलावे में नहीं आने वाली है।