सच्चाई की राह पर सब कुछ कुर्बान करने का संदेश देता है ईद-उल-अजहा
सलमानों का मुख्य पर्व ईद-उल-अजहा (बकरीद) एक अगस्त को मनाई जाएगी। ईद-उल फितर को मीठी ईद कहा जाता है। ईद-उल फितर के करीब 70 दिन बाद बकरीद मनाया जाता है। मुसलमान यह त्योहार कुर्बानी के पर्व के तौर पर मनाते हैं। इस्लाम में इस पर्व का विशेष महत्व है। इस दिन लोग नमाज अदा करने के बाद बकरे की कुर्बानी देते हैं। यह त्योहार लोगों को सच्चाई की राह पर सब कुछ कुर्बान करने का संदेश देता है। तो आइए जानते हैं कि ईद-उल-अजहा यानी बकरीद कब है और क्या है खास।