अब अजान पर सियासत गर्म : सपा-भाजपा में जुबानी जंग
- सपा ने भाजपा पर लगाया जाति-धर्म की राजनीति करने का आरोप
- भाजपा ने लाउडस्पीकर के प्रयोग को बताया असंवैधानिक
- इलाहाबाद विश्वविद्यालय की वीसी के पत्र से गहराया विवाद
- प्रयागराज के डीएम को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर द्वारा अजान को लेकर उठाए गए सवाल पर अब सियासी पारा चढ़ गया है। इस मामले में सपा और भाजपा के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। सपा ने भाजपा पर धर्म और जाति की राजनीति करने का आरोप लगाया है वहीं भाजपा ने अजान के दौरान लाउडस्पीकर के प्रयोग को असंवैधानिक करार दिया है। सियासी पारा तब चढ़ा जब इलाहाबाद विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने प्रयागराज के डीएम को चिट्ठी लिख कर कहा है कि मस्जिद की अजान से उनकी नींद में खलल पड़ती है, ऐसे में एक्शन लिया जाए। लेटर के सार्वजनिक होने के बाद इस पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं। सपा और भाजपा के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। दरअसल, सुबह की अजान को लेकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने प्रयागराज के डीएम को कार्रवाई के लिए तीन मार्च को पत्र लिखा था। संगीता श्रीवास्तव ने पत्र में कहा है कि रोज सुबह लगभग साढ़े पांच बजे मस्जिद में अजान होती है। मस्जिद के लाउडस्पीकर से गूंजने वाली अजान की आवाज से नींद में बाधा पड़ रही है। उनकी नींद इस तरह बाधित हो जाती है कि तमाम कोशिश के बाद भी वह सो नहीं पातीं। इस वजह से उन्हें दिनभर सिरदर्द बना रहता है और कामकाज प्रभावित होता है। पत्र में एक पुरानी कहावत का भी उल्लेख किया गया है। उन्होंने लिखा है कि आपकी स्वतंत्रता वहीं खत्म हो जाती है, जहां से मेरी स्वतंत्रता शुरू होती है। पत्र में यह भी स्पष्ट किया कि वह किसी सम्प्रदाय, जाति या वर्ग के खिलाफ नहीं हैं। वह अपनी अजान लाउडस्पीकर के बगैर भी कर सकते हैं, ताकि दूसरों की दिनचर्या प्रभावित न हो।वहीं वाइस चांसलर के पत्र पर डीएम का कहना है कि उचित कार्रवाई की जाएगी।
हाईकोर्ट के आदेश का भी हवाला
वाइस चांसलर ने पत्र में लिखा है कि आगे ईद से पहले सहरी की घोषणा भी सुबह 4 बजे होगी, यह भी उनके और दूसरों की परेशानी की वजह बनेगा। पत्र में कहा गया है कि भारत के संविधान में सभी वर्ग के लिए पंथनिरपेक्षता और शांतिपूर्ण सौहार्द की परिकल्पना की गई है। पत्र में इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश (पीआईएल नंबर- 570 ऑफिस 2020) का हवाला भी दिया गया है।
मुस्लिम धर्मगुरुओं ने उठाए सवाल
इसी मसले पर मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि अजान तो सिर्फ 2-3 मिनट के लिए ही होती है। शिकायत करने वालों को ये भी कहना चाहिए था कि जो सुबह आरती होती है, इससे भी उनकी नींद खराब होती है। सिर्फ अजान के लिए ऐसी शिकायत करना बिल्कुल गलत है। उन्हें शिकायत वापस लेनी चाहिए। मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सूफियान निजामी ने कहा कि हमारे मुल्क में हर मजहब के लोग रहते हैं, कहीं मस्जिद की अजान होती है तो कहीं मंदिर में भजन-कीर्तन होते हैं अगर कोई कहता है कि सिर्फ अजान के कारण ही नींद में खलल होता है, तो ये ठीक नहीं है। कुंभ के दौरान या किसी त्योहार में भी लाउडस्पीकर का इस्तेमाल होता है लेकिन किसी ने कोई चिट्ठी नहीं लिखी।
मस्जिद कमेटी ने लाउडस्पीकर का बदला रुख
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की वीसी संगीता श्रीवास्तव की शिकायत के बाद आज मस्जिद कमेटी ने मीनार पर लगे लाउडस्पीकर का रुख वीसी के घर की तरफ से हटाकर दूसरी तरफ कर दिया। दो लाउडस्पीकर पहले कमेटी ने हटा लिए थे क्योंकि दो ही लाउडस्पीकर लगाने की परमिशन थी। इसके साथ अब 50 फीसदी वॉल्यूम में ही लाउडस्पीकर से अजान दी जाएगी। मस्जिद कमेटी ने वीसी संगीता श्रीवास्तव से खेद भी जताया और कहा कि उन्हें कोई तकलीफ नहीं होने दी जाएगी।
जब से भाजपा की सरकार बनी है, सिर्फ जाति-धर्म की बात हो रही है। रोजगार पर जोर नहीं दिया जा रहा है। किसी शिक्षा संस्थान को इस तरह के मसले पर जोर नहीं देना चाहिए।
अनुराग भदौरिया, सपा नेता
नमाज करना अधिकार है, लेकिन कोर्ट पहले ही कह चुका है कि लाउडस्पीकर लगाना निजता का हनन है। लाउडस्पीकर का प्रयोग करना संवैधानिक रूप से उचित नहीं है।
नवीन श्रीवास्तव, प्रवक्ता, भाजपा
जहरीली शराब पीकर लगातार मर रहे हैं लोग, अफसरों को नहीं परवाह
- प्रशासन पहले छिपाता रहा मामले को बाद में डीएम ने गठित की कमेटी
- प्रतापगढ़ के बाद प्रयागराज में जहरीली शराब से हाहाकार, अब तक नौ की मौत
4पीएम न्यूज नेटवर्क. प्रयागराज। प्रदेश में जहरीली शराब पीने से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रतापगढ़ में जहरीली शराब पीने से मौतों का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा कि प्रयागराज में अवैध रूप से बेची गई शराब पीने के बाद नौ लोगों की मौत हो गई। कई लोगों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज जारी है। वहीं जिला प्रशासन घटना को छिपाता रहा। मामले के तूल पकड़ने के बाद डीएम ने जांच कमेटी गठित की। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। प्रयागराज में सोमवार रात तक जहरीली शराब से पांच लोगों की मौत हुई थी। मंगलवार को चार और की मौत हो गई। इससे मरने वालों की संख्या नौ हो गई है। शुरुआत में जहरीली शराब से मौतों की बात नकारने वाला प्रशासनिक अमला अब बैकफुट पर आ गया। डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की है। जहरीली शराब से मक्खचू गांव सराय मन्सूर, अजय लाल गुप्ता गांव बिंदा, सोमनाथ भारतीय गांव संग्राम पट्टी, खदेरु गांव बिंदा, सुशीला देवी सराय मन्सूर, छोटेलाल गांव बिंदा, राम जी बजाहा मिश्रान, सोना देवी गांव हरिपुर और लवकुश गांव रामपट्टी की मौत हो गई है। एसपी गंगापार धवल जायसवाल ने जहरीली शराब से मौत की घटना से इनकार किया था जबकि डॉक्टर जहरीली शराब को मौतों की वजह बता रहे थे।
फिर बढ़ा कोरोना का खतरा, पीएम ने मुख्यमंत्रियों संग की बैठक
- चौबीस घंटे में करीब 29 हजार केस मिले, मौतों की संख्या में भी इजाफा
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण का खतरा एक बार फिर बढ़ने लगा है। पिछले चौबीस घंटे में करीब 29 हजार नए केस सामने आए हैं। इसके साथ ही मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुख्यमंत्रियों संग बैठक की। साथ ही दो महीने पहले शुरू हुए देश के टीकाकरण अभियान की प्रगति का आकलन किया। बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल शामिल नहीं हुए हैं। महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु में बढ़ते संक्रमण ने चिंता बढ़ा दी है। कई शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं देश में कोरोना महामारी ने एक बार फिर इस साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 24 घंटों में कोरोना के 28,903 नए मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं संक्रमण से 188 लोगों की जान चली गई है। इसके साथ मरने वालों की संख्या 1,59,044 पहुंच गई है।