संसद भवन के बाहर प्रदर्शन, लखनऊ में लाठीचार्ज

  • दिल्ली में एलजी शासन लाने वाले बिल का देशभर में विरोध
  • उपराज्यपाल की शक्तियां बढ़ाने पर सुप्रीम कोर्ट जाएगी आम आदमी पार्टी
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। दिल्ली में संसद भवन के बाहर लगातार दूसरे दिन भी आम आदमी पार्टी के सांसदों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। आप के यूपी प्रभारी व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा केन्द्र सरकार दिल्ली की जनता द्वारा चुनी हुई सरकार के जनहित के कार्यों को रोकने के लिए एलजी का शासन लाना चाहती है। सांसद संजय सिह ने कहा अरविंद केजरीवाल की योजनाओं से पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से घबराई केन्द्र सरकार अलोकतांत्रिक तरीके से दिल्ली पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है। आप सांसद ने कहा कि सुप्रीमकोर्ट कहता है सीएम सरकार है मगर अमित शाह कहते है एलजी सरकार है। बताइए यह कहां का न्याय है। उन्होंने कहा केंद्र सरकार संविधान की हत्या कर रही है। बीजेपी चुनाव जीतने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रही है। जल्द ही जनता के सामने सब आ जाएगा। बीजेपी का सिर्फ यही काम रह गया है कि जनता को किस तरीके से परेशान किया जाए यानी दिल्ली की जनता पर अपनी हुकुमत चलाना चाहती है। आम आदमी पार्टी बीजेपी के इन मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने देगी। संजय सिंह ने कहा दिल्ली में उपराज्यपाल की शक्तियां बढ़ाने पर पार्टी सुप्रीम कोर्ट जाएगी। इसके अलावा यह मुद्ïदा जनता के बीच ले जाएंगे। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में एलजी शासन लाने वाले बिल का देशभर में विरोध किया।
केजरीवाल सरकार से घबराई हुई है बीजेपी
राजधानी लखनऊ में भी 1090 चौराहे पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। एलजी शासन के बिल के विरोध में पोस्टर वार किया। यूपी के प्रदेश महासचिव सतीश श्रीवास्तव ने बताया देश की सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने एक आदेश देकर स्पष्ट किया था कि दिल्ली में चुनी हुई सरकार ही सरकार है एलजी सरकार नहीं हैं। ऐसे में भाजपा संसद में एक बिल लाकर एलजी को सरकार बनाना चाहती है। सतीश श्रीवास्तव ने कहा ऐसे में फिर चुनाव, लोकतंत्र और आप को मिले प्रचंड बहुमत का क्या मतलब है? अगर बीजेपी दिल्ली में केजरीवाल सरकार की बिजली, पानी, चिकित्सा की सुविधाओं से बौखलाहट में है तो चुनाव लड़े। ऐसे चोर दरवाजे से संविधान को तार-तार करके गलत कानून पास करने की कोशिश करेंगे तो आम आदमी पार्टी सड़क से लेकर संसद तक इसका विरोध करेगी।

बीजेपी सांसद राम स्वरूप शर्मा का फंदे से लटका मिला शव
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद रामस्वरूप शर्मा दिल्ली स्थित अपने आवास पर मृत पाए गए हैं। पुलिस ने बताया कि वह सुबह अपने सरकारी आवास पर मृत मिले हैं। उनका शव फंदे से लटका पाया गया और कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस ने उनके खुदकुशी करने की आशंका जताई है। पुलिस ने बताया कि उन्हें स्टाफ की ओर से कॉल किया गया था। उनका शव कमरे में फंदे से लटका हुआ था और दरवाजा अंदर से बंद था। उनकी मौत की जानकारी मिलते ही केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर मौके पर पहुंचे हैं। रामस्वरूप शर्मा 2014 में पहली बार मंडी लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। इसके बाद 2019 में एक बार फिर से चुनाव जीतकर वह संसद पहुंचे थे। आरएसएस के बैकग्राउंड से आने वाले रामस्वरूप शर्मा को उनकी सादगी के लिए जाना जाता था। सांसद के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। बीजेपी ने आज संसदीय बोर्ड की मीटिंग बुलाई थी, जिसे राम स्वरूप शर्मा की मौत के बाद कैंसल कर दिया गया है। शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने राम स्वरूप शर्मा की मौत के मामले की जांच कराए जाने की मांग की है।

बीएचयू की प्रोफेसर नहीं बनेगी नीता अंबानी

  • रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने किया खबर का खंडन
4पीएम न्यूज नेटवर्क. वाराणसी। नीता अंबानी को बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में विजिटिंग प्रोफेसर बनाए जाने की सूचना के बाद इस बात का खंडन जारी किया गया है। एएनआई के अनुसार नीता अंबानी को बीएचयू से कोई निमंत्रण नहीं मिला है। इस बाबत रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की ओर से जानकारी देने की बात सामने आई है। खंडन में इस आशय की खबरों को गलत बताते हुए किसी प्रकार की सूचना से इनकार किया गया है। पूर्व में विभाग की ओर से सहमति संबंधी पत्र जारी कर कुलपति को लेटर भेजकर नीता अंबानी को विजिटिंग प्रोफेसर बनाए जाने की सूचना दी गई थी। इस मामले को लेकर छात्रों का विरोध शुरू हुआ तो विश्वविद्यालय में शीर्ष स्तर पर बैठक कर मामले की जांच पड़ताल की गई। बीएचयू के संकाय प्रमुख प्रो. के के मिश्र ने बताया कि उनको प्रस्ताव भेजा गया है, जिसके पर्याप्त साक्ष्य उनके पास उपलब्ध हैं। इस बाबत बीएचयू के सामाजिक विज्ञान संकाय प्रमुख प्रो. के. के. मिश्र ने एक दो पन्नों का पत्र भी साझा किया है।

संसदीय समिति की सिफारिश, देश में होनी चाहिए सुप्रीम कोर्ट की चार बेंच

  • दिल्ली के अलावा कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में भी बेंच स्थापित करने का सुझाव
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नईर् दिल्ली। पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी यानी संसदीय समिति ने अपनी 107वीं रिपोर्ट संसद को सौंप दी है। इसमें कुछ अहम सिफारिशें की गई हैं। समिति की ओर से तैयार की गई इस रिपोर्ट में देश में मौजूद न्यायपालिका में कुछ सुधार किए जाने और उसे बेहतर बनाए जाने के संबंध में तीन अहम सुझाव दिए गए हैं। इसके अलावा समिति ने ये भी सिफारिश की है कि सुप्रीम कोर्ट को सिर्फ दिल्ली में केंद्रित नहीं होना चाहिए। बल्कि दिल्ली के अलावा कोलकाता, मुंबई और चेन्नई जैसे शहरों में भी इसकी बेंच स्थापित होनी चाहिए। समिति ने कहा दिल्ली में केंद्रित होने की वजह से दूरदराज इलाके के गरीब लोग सुप्रीम कोर्ट तक नहीं आ पाते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि न्यायपालिका में सामाजिक और आर्थिक विविधता नजर आनी चाहिए। इसका मतलब ये है कि कोर्ट में हर धर्म, जाति और हर आर्थिक वर्ग के जज होने चाहिए। रिपोर्ट में जजों की कमी पर भी गंभीर चिंता जताई गई है। हाईकोर्ट में जजों की रिक्तियां 37 से 39 फीसदी हैं। 2016 में देश भर में 126 हाईकोर्ट जजों की नियुक्ति हुई थी जो कि 2020 में घटकर 66 हो गई। इसलिए समिति ने सिफारिश की है कि जजों की रिटायरमेंट की उम्र 62 से बढ़ाकर 65 कर दी जाए। सुप्रीम कोर्ट में जजों की रिटायरमेंट उम्र 65 ही है। इसलिए दोनों जगह बराबर होनी चाहिए।

एयरफोर्स का मिग-21 क्रैश, कैप्टन शहीद

4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। एयरफोर्स के सेंट्रल इंडिया बैस में बड़ा हादसा हुआ है। यहां से टेक ऑफ कर रहा एयरफोर्स का मिग-21 बायसन विमान दुर्घटना ग्रस्त हो गया है, जिसमें आईएएफ के एक ग्रुप कैप्टन की मौत हो गई है। एयरफोर्स ने हादसे में अपने कैप्टन की मौत पर श्रद्धांजलि व्यक्त की है। एयरफोस के अधिकारियों की मानें तो यह फाइटर प्लेन कॉम्बेट ट्रेनिंग के लिए टैक ऑफ कर रहा था। इसी बीच यह हादसे का शिकार हो गया। जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि हादसे की असली वजह क्या थी।

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