आगरा में भारी बवाल, पुलिस चौकी और कई वाहनों में लगाई गई आग, जमकर पथराव
- करबना गांव में टै्रक्टर पलटने से युवक की मौत पर भड़की भीड़
- फतेहाबाद रोड किया जाम, तोड़फोड़, पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले
- पथराव में कई पुलिसकर्मी जख्मी, कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। आगरा में हुए सड़क हादसे में एक युवक की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ। आक्रोशित भीड़ ने न केवल पुलिस चौकी को फूंक दिया बल्कि कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। यही नहीं भीड़ ने पुलिस पर जमकर पथराव किया। पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। आगरा में हुए बवाल की सूचना पर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई है। ताजगंज थाना के करबना गांव में टै्रक्टर की चपेट में आने युवक की मौत हो गई। इसकी सूचना मिलने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उन्होंने पुलिस चौकी तोरा को घेर लिया। बताया जा रहा है कि पुलिस द्वारा टै्रक्टर रोके जाने की कोशिश से यह हादसा हुआ और युवक की मौत हो गई। इससे ग्रामीण नाराज हो गए। इस दौरान पुलिस की ग्रामीणों से कहासुनी हो गई। बात काफी आगे बढ़़ गई और आक्रोशित भीड़ ने पुलिस चौकी में आग लगा दी और फतेहाबाद रोड को जाम कर दिया। इस दौरान भीड़ ने आने-जाने वाले कई वाहनों को अपना निशाना बनाया। उनमें तोड़फोड़ की। भीड़ ने कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया। घटना की जानकारी पर सीओ सदर महेश कुमार तीन थानों की पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। भारी संख्या में पुलिस बल को देखकर भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव से कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। वहीं भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है। ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस वसूली के लिए ट्रैक्टर रोक रही थी।
क्या है मामला
ताजगंज की तोरा चौकी क्षेत्र में पुलिस ने एक ट्रैक्टर ट्रॉली को रोकने का प्रयास किया। ट्रैक्टर ट्रॉली में बालू भरी हुई थी। यह देखकर चालक पवन ने ट्रैक्टर को दौड़ा दिया। ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर नाले में पलट गया, जिससे चालक की मौत हो गई। इसके बाद बवाल हुआ। मृतक पवन की 6 महीने पहले ही शादी हुई थी। मृतक के परिवार में कोहराम मच गया है।
ट्रैक्टर दुर्घटना में एक युवक की मौत के बाद कुछ लोगों ने एक कमरे में आग लगा दी। पुलिस के अफसर मौके पर पहुंच गये हैं। स्थिति नियंत्रण में है। आगजनी करने वालों पर कड़ी कारवाई की जायेगी।
अवनीश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव गृह
किसान आंदोलन जारी, आगे की रणनीति पर मंथन
- चार जनवरी को अगले दौर की होनी है बातचीत
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। सरकार से बातचीत के बाद उम्मीद थी कि किसान नया साल अपने घरों में मनाएंगे लेकिन बातचीत पूरी तरह सफल नहीं हो सकी। हालांकि बातचीत का सिलसिला आगे बढ़ा है और दो कानूनों को सरकार ने रद्द करने का भरोसा दिया है। किसान नेताओं ने साफ कर दिया है कि जब तक सरकार के साथ बातचीत में पूरी स्थिति साफ नहीं होगी, तब तक आंदोलन खत्म नहीं होने वाला है। किसान बॉर्डर पर लगातार डटे हुए है। किसान नेताओं का कहना है कि उन्हें पहले ही पता था कि सरकार इतनी जल्दी किसानों की मांगों को नहीं मानेगी पर जिस तरह से बातचीत का सिलसिला बढ़ा है, किसान भी अच्छे से बातचीत को तैयार हैं। वे अगली रणनीति बना रहे हैं। एमएसपी और तीन कानूनों को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं हो सका है। इसके लिए चार जनवरी को फिर से बातचीत होगी। उम्मीद है जल्द हल निकल सकेगा।
कृषि कानूनों के खिलाफ केरल विधान सभा में प्रस्ताव पास
केरल की पिनराई विजयन सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आज विधान सभा का विशेष सत्र बुलाया है। सत्र में मुख्यमंत्री ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया। इस प्रस्ताव को कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने अपना पूरा समर्थन दिया। विधानसभा में प्रस्ताव पारित होने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की वास्तविक चिंताओं को दूर किया जाना चाहिए और केंद्र को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए।