कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित: नवनीत सहगल

  • डॉ. नवनीत सहगल व उनकी पत्नी वंदना सहगल ने लगवाई वैक्सीन
  • संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतने व मास्क लगाने की अपील की
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना डॉ. नवनीत सहगल व उनकी पत्नी वन्दना सहगल ने आज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी चिकित्सालय (सिविल अस्पताल) में पहुंचकर कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ली। वैक्सीन की डोज लेने के बाद नवनीत सहगल ने कहा सभी लोग कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करें। भीड़-भाड़ वाली जगह में जाने से बचे, मास्क पहनकर रखे व सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें। उन्होंने कहा कि सभी पात्र लोग (45 साल से अधिक) अपना-अपना वैक्सीनेशन करायें। कोविड-19 वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए सभी लोग सावधानी बरते। उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लापरवाही कतई न बरतें। बेवजह न घूमे। साथ ही अफवाहों पर भी ध्यान न दें। सरकार कोरोना की रोकथाम के लिए लगातार प्रयास कर रही है। कोरोना की गाइडलाइन व प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन करें। तभी हम कोरोना से जंग जीत पाएंगे। उन्होंने कहा सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने टेस्टिंग, ट्रैकिंग पर जोर भी दिया।

एलडीए के संयुक्त सचिव कटियार वापस भेजे गए नगर विकास विभाग में

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। एलडीए के संयुक्त सचिव धीरेंन्द्र मोहन कटियार को नगर विकास विभाग में वापस भेज दिया गया है। एलडीए उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने आदेश जारी करते हुए आज कहा कटियार को एलडीए से कार्यमुक्त किया जाता है। बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश शासन ने एलडीए उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश को एक पत्र लिखा। पत्र में राजस्व सेवा के अधिकारी धीरेंद्र मोहन कटियार मुख्य कर निर्धारण अधिकारी व संयुक्त सचिव लखनऊ विकास प्राधिकरण को उनके मूल विभाग नगर विकास विभाग में तत्काल वापस किए जाने की बात कही गई। यह पत्र शासन के उपसचिव अरूणेश कुमार द्विवेदी ने एलडीए को भेजा था। उन्होंने ही धीरेंद्र कटियार को तत्काल प्रभाव से उनकी मूल जगह नगर विकास विभाग में भेजे जाने की बात कही। यह पत्र मिलते ही एलडीए वीसी अभिषेक प्रकाश ने कटियार को वापस भेजने की संस्तुति की है।

लखनऊ में दो हिस्सों में बंटी सप्तक्रांति एक्सप्रेस, यात्रियों में हड़कंप
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। राजधानी लखनऊ के पास देर रात बड़ा रेल हादसा टल गया। आनंद विहार से मुजफ्फरपुर जा रही सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस 02558 दो हिस्सों में लखनऊ आने से पहले काकोरी के पास दो हिस्सों में बंट गई। गार्ड की सूचना पर करीब एक किलोमीटर आधी ट्रेन लेकर आगे निकल चुके ड्राइवर ने ट्रेन रोकी। गार्ड ने जब घटना की सूचना से रेलवे कंट्रोल रूम को दी तो हड़कंप मच गया। तेज झटके के साथ ट्रेन अचानक रुकी तो यात्रियों में अफरातफरी मच गई। हालांकि किसी भी यात्री के घायल होने की सूचना अभी नहीं है। देर रात तक ट्रेन की कपलिंग जोड़ने का काम चल रहा था। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक संजय त्रिपाठी ने पूरी घटना के जांच के निर्देश दिए हैं। लखनऊ में ही ड्राइवर व गार्ड के बयान दर्ज किए जाने के बात डीआरएम ने बताई है। रेलवे अफसरों के मुताबिक सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस रात 10:45 बजे लखनऊ आती है। दस मिनट ठहराव के बाद बिहार के मुजफ्फरपुर रवाना हो जाती है। परिचालन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि रात 9:42 बजे के आसपास सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस के दो कोचों को जोड़ने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कपलिंग काकोरी पार होते ही खुल गई। ट्रेन में सामान्य कपलिंग लगी हुई थी। एक्सप्रेस ट्रेन के साथ इस हादसे कारण ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों को भी परेशानी उठानी पड़ी। कुछ यात्रियों को लखनऊ में उतरना था और उनके परिजन चारबाग स्टेशन पर लेने भी आ गए थे, उसके बाद जब यात्रियों को फोन किया तो पूरी स्थिति से सफर कर रहे यात्रियों ने अवगत कराया। हालांकि कपिलंग खुलने से कोई यात्री चोटिल नहीं हुआ है। वहीं यात्रियों ने आरोप लगाया कि ट्रेन चलने से पहले अगर कोचों को जोड़ने में इस्तेमाल होने वाली कपलिंग की जांच कर ली जाती तो यह घटना न होती।

हरिद्वार में अखिल भारतीय विद्वत्सम्मेलन 24 से

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। राष्टï्रीय परशुराम परिषद की ओर से एक सम्मलेन का आयोजन किया जाएगा। परिषद के संस्थापक संरक्षक पंडित सुनील भराला ने बताया कि यह अखिल भारतीय विद्वत्सम्मेलन देवभूमि हरिद्वार में होगा। उन्होंने बताया कि आगामी 24 व 25 अप्रैल को देवभूमि हरिद्वार में राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा भगवान परशुराम के जीवन वृतान्त का ऐतिहासिक, पौराणिक, वैदिक, किंवदन्ती अन्य कथा प्रसंगों तथा विविध भारतीय लोक संस्कृतियों के आधार पर संकलन करने के लिए द्वि-दिवसीय अखिल भारतीय विद्वत्सम्मेलन का आयोजिन किया जा रहा है। पंडित सुनील भराला ने बताया कि सम्मेलन में भारी संख्या में गणमान्य नागरिक भाग लेंगे।

वाराणसी-नई दिल्ली बुलेट ट्रेन : प्रस्तावित स्टेशनों पर बनाए जाएंगे गार्डेन व पार्क

  • हरियाली के बीच से गुजरेगा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। नई दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर में बुलेट ट्रेन पर्यावरण के ट्रैक से होकर दौड़ेगी। नई दिल्ली-वाराणसी के बीच प्रस्तावित 810 किमी कॉरिडोर किनारे छायादार पौधे रोपे जाएंगे और प्रस्तावित स्टेशनों पर हरियाली के लिए गार्डेन व पार्क भी बनाए जाएंगे। वाराणसी का स्टेशन भी स्वच्छता के लिहाज से विश्वस्तरीय बनाया जाएगा। जिस तरह अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के बीच हरियाली को बढ़ावा देने के लिए पौधे रोपे जा रहे हैं, ठीक उसी तर्ज पर नई दिल्ली-वाराणसी कॉरिडोर किनारे पौधे लगेंगे। फरवरी माह में समाप्त हुए लिडार सर्वे के दौरान ही पर्यावरण संरक्षण के बाबत यह तय कर लिया गया। नेशनल हाईस्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों के अनुसार जिन जगहों से कॉरिडोर गुजरेगा, वहां हरियाली के तहत पौधे लगाए जाएंगे। कॉरिडोर के लिए भूमि अधिग्रहण की जद में जो पेड़ आएंगे, उनकी जगह पर कुछ दूरी पर पहले पौधे रोपित किए जाएंगे। यह हाई स्पीड कारिडोर उत्तर प्रदेश के 22 जिलों व दिल्ली के दो जिलों से होकर गुजरेगा। दिल्ली वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर की प्रस्तावित योजना दिल्ली के राष्टï्रीय राजधानी क्षेत्र को मथुरा, आगरा, इटावा, लखनऊ, रायबरेली, प्रयागराज, भदोही, वाराणसी और अयोध्या जैसे प्रमुख शहरों से जोड़ेगी। हाई स्पीड रेल मार्ग उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के जेवर में प्रस्तावित अंतरराष्टï्रीय हवाई अड्डे को भी जोड़ेगा। एनएचआरसीएल की प्रवक्ता सुषमा गौड़ ने बताया कि नई दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड कॉरिडोर पर्यावरण के अनुकूल होगा।

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