गहलोत कैबिनेट का होगा विस्तार, पायलट खेमे को भी मिलेगी हिस्सेदारी

नई दिल्ली। राजस्थान में एक बार फिर सियासत गरमाने जा रही है, कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन जयपुर आएंगे। वही राजस्थान में अब कांग्रेस आलाकमान मंत्रिमंडल विस्तार, राजनीतिक नियुक्तियों और सांगठनिक नियुक्तियों का काम जल्द खत्म करने की तैयारी में है। सचिन पायलट खेमे की मांगों पर भी ध्यान दिया जाएगा। पायलट खेमे से तीन या अधिक विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। किस खेमे से कितने मंत्री बनाए जाएंगे, ये आलाकमान तय करेगा। अशोक गहलोत और सचिन पायलट शिविरों को कैबिनेट, राजनीतिक नियुक्तियों और कांग्रेस संगठन में जमीनी स्तर पर भाग लेने की अनुमति देने के लिए एक साझा फॉर्मूला तैयार किया जा रहा है।
कैबिनेट विस्तार की तारीख अभी तय नहीं है, लेकिन इस महीने के अंत तक या अगस्त की शुरुआत में फेरबदल-विस्तार हो सकता है। विस्तार से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस आलाकमान और वरिष्ठ नेताओं से मिलने दिल्ली जा सकते हैं। पहले गहलोत के शनिवार को दिल्ली जाने की चर्चा थी, लेकिन कहा जाता है कि सीएम ने अचानक अपना प्लान बदल दिया। अब गहलोत कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों पर चर्चा के लिए कांग्रेस आलाकमान के पास जाने का इंतजार कर रहे हैं। आलाकमान से संदेश लेकर प्रभारी अजय माकन गहलोत से दोबारा मिल सकते हैं।
राजस्थान में इस समय मुख्यमंत्री के अलावा 20 मंत्री हैं। राज्य में कुल 30 मंत्री बन सकते हैं, इस लिहाज से 9 पद खाली हैं। इन 9 जगहों के लिए कांग्रेस के दोनों खेमे में 40 से ज्यादा दावेदार हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री गहलोत इस बात पर तैयार नहीं थे कि सचिन पायलट समूह अपने लिए कितने मंत्री चाहता है। कैबिनेट विस्तार में देरी के पीछे गहलोत की असहमति को कारण माना जा रहा है। अशोक गहलोत अपने विधायकों के मुताबिक पायलट कैंप को मंत्री बनाने के फॉर्मूले पर जोर दे रहे हैं, जबकि पायलट ग्रुप पहले से ज्यादा मंत्री बनाने की मांग कर रहा है।
पंजाब के बाद राजस्थान में सत्ता के संगठन को लेकर कांग्रेस आलाकमान बड़े फैसले लेने के बाद अपनी पकड़ मजबूत करने का संदेश देने की रणनीति बना रहा है। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक अब कांग्रेस आलाकमान तय रणनीति के तहत पायलट कैंप को अहमियत देगा, एक साल पहले हुई बगावत के बाद सुलह के वक्त उनसे किए गए वादों को पूरा करने की कवायद शुरू हो गई है.

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