जहां पढऩे का सपना होता है हर स्टूडेंट का
नई दिल्ली। हर छात्र का सपना होता है कि वो दुनिया के बेहतरीन व चुनिंदा स्कूलों व विश्वविद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर अपने आगे के कैरियर के सपनों को साकार करे। इसके लिए छात्र खूब मेहनत भी करते हैं। कई बार छात्र सिर्फ देश ही नहीं विदेश के नामचीन विश्वविद्यालयों में अपनी पढ़ाई करना चाहते हैं। तो आज हम आपको बता रहे हैं इंग्लैंड के उन विश्वविद्यालयों के बारे में जहां पढऩे का सपना लगभग हर स्टूडेंट देखता है।
ऑक्सफोर्ड विश्विद्यालय
दुनिया के सबसे पुराने विश्विद्यालयों में से एक ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय दुनिया 30 अग्रणी विश्वविद्यालयों में से एक है। ब्रिटेन के 27 प्रधानमंत्रियों, 29 नोबेल पुरस्कार विजेताओं और 160 ओलंपिक पदक विजेताओं ने यहां अध्ययन किया है। इससे संबद्ध 44 कॉलेज हैं। यहां 100 से अधिक पुस्तकालय हैं। उनमें से सबसे प्रसिद्ध पुस्तकालय बोडलियन है।
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय
यह दुनिया के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक है। इसमें लगभग 18,000 छात्र और 9,000 कर्मचारी हैं। इससे संबद्ध 31 कॉलेज हैं, जो 13वीं शताब्दी के हैं। 100 से अधिक शैक्षिक विभाग हैं। कैम्ब्रिज गणित में उत्कृष्टता के लिए प्रसिद्ध है और ब्रिटेन के कई वैज्ञानिक यहां से पास आउट हुए हैं। इस विश्वविद्यालय से कुल 116 नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने अध्ययन किया है।
इंपीरियल कॉलेज लंदन
इंपीरियल कॉलेज लंदन लगातार विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, चिकित्सा और व्यवसाय में शीर्ष विश्वविद्यालयों में जगह बना रहा है। इसकी स्थापना 1907 में लंदन में तीन कॉलेजों के विलय के बाद हुई थी। इसमें 15,200 छात्र और 8000 कर्मचारी हैं। इंपीरियल कॉलेज ने वरिष्ठ वैज्ञानिकों, पदक विजेताओं और नोबेल पुरस्कार विजेताओं के अलावा कई प्रभावशाली सरकारी सलाहकार और नीति निर्माता तैयार किए हैं।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (यूसीएल)
यूसीएल इंग्लैंड का पहला विश्वविद्यालय है जहां बिना किसी भेदभाव के जाति, वर्ग, वंश, जाति और धर्म को प्रवेश दिया गया। महात्मा गांधी, टेलीफोन के आविष्कारक अलेक्जेंडर ग्राहम बेल और कोल्ड प्ले के क्रिस मार्टिन ने यहां अध्ययन किया है।
लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स और राजनिति विज्ञान
लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस (एलएसई) में ब्रिटेन के सभी विश्वविद्यालयों की तुलना में बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय छात्र हैं। अंतरराष्ट्रीय छात्र यहां करीब 70 फीसदी हैं।