पांच दिन फिर चुनाव की तैयारियों को धार देंगी प्रियंका गांधी

  • दो हफ्ते के अंतराल पर फिर लखनऊ आ रही हैं कांग्रेस महासचिव

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को पुराना मुकाम दिलाने की खातिर बड़े अभियान में लगीं पार्टी की राष्टï्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा करीब दो हफ्ते के अंतराल पर फिर लखनऊ आ रही हैं। लखनऊ में इस बार प्रियंका गांधी का प्रवास पांच दिन का होगा। प्रियंका गांधी शाम चार बजे लखनऊ पहुंचेंगी। वह एयरपोर्ट से सीधे कौल हाउस जाएंगी। कौल हाउस के बाद से फिर पार्टी कार्यालय आएंगी। पार्टी कार्यालय में पदाधिकारियों के साथ बैठक कर अब तक के काम का जायजा लेंगी। साथ ही 2022 के चुनाव की तैयारियों का जायजा लेंगी। लखनऊ में अपने पांच दिन के प्रवास पर वह कांग्रेस की प्रतिज्ञा यात्रा और प्रदेश के विभिन्न शहरों में अपनी जनसभाओं को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के साथ विस्तृत चर्चा करेंगी। साथ ही उनका प्रयास संगठन के भीतर उपजे असंतोष को थामने का भी है। माना जा रहा है कि लखनऊ प्रवास के दौरान प्रियंका कांग्रेस संगठन के अंतर्कलह से भी पार पाने की कोशिश करेगी। लखनऊ प्रवास के दौरान वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ पुराने पदाधिकारियों से भी बातचीत कर सकती हैं। कांग्रेस के चुनाव अभियान की तैयारियों को अंतिम रूप देना भी उनके लखनऊ प्रवास का मकसद होगा। न सिर्फ वह कांग्रेस की प्रतिज्ञा यात्रा के प्लान को फाइनल टच देने की कोशिश करेंगी बल्कि इसी के साथ प्रदेश के विभिन्न शहरों में अपनी जनसभाओं की श्रृंखला का स्वरूप तय करेंगी। प्रियंका गांधी लखनऊ प्रवास के दौरान उम्मीदवारों की प्रारंभिक लिस्ट पर भी संगठन और सलाहकारों के साथ मंथन करेंगी। वह पार्टी के प्रशिक्षण और संगठन सृजन कार्यक्रम की प्रगति की भी समीक्षा करेंगी।

दोबारा लखनऊ आना अकारण नहीं है कांग्रेस महासचिव का

प्रियंका गांधी का एक महीने में तकरीबन दो हफ्ते के अंतराल पर दोबारा लखनऊ आना अकारण नहीं है। वह लखनऊ और रायबरेली प्रवास के बाद वह बीती 13 सितंबर को दिल्ली वापस गई थीं। कांग्रेस के प्रदेश संगठन में असंतोष और उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। जितिन प्रसाद के कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने के बाद मीरजापुर की मड़िहान सीट के पूर्व विधायक व प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे ललितेशपति त्रिपाठी ने भी बीते दिनों पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। लिहाजा पार्टी अब प्रतिज्ञा यात्रा और प्रियंका की जनसभाओं का सिलसिला पितृपक्ष के बाद नवरात्र में शुरू करने की तैयारी कर रही है।

जितिन प्रसाद, संजय निषाद, गोपाल भुर्जी और वीरेंद्र सिंह बने एमएलसी

  • चुनाव से पहले जातीय समीकरण साधने में जुटी भाजपा

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर लगातार अपना जातीय समीकरण दुरुस्त करने में लगी है। योगी मंत्रिमंडल के दूसरे विस्तार के बाद मनोनीत विधान परिषद सदस्यों का नाम फाइनल करने में भी भाजपा ने बेहद सधा कदम रखा है। करीब छह माह से चल रहा अटकलों का सिलसिला आखिरकार थम गया। सियासी गलियारों में तमाम नाम इतने समय तक तैरने के बाद भाजपा संगठन और सरकार ने चार ऐसे कार्यकर्ताओं के नाम विधान परिषद सदस्य के लिए चुने, जिनके सहारे विधानसभा चुनाव की रणनीति को चौतरफा साधने में मदद मिले। अलग-अलग समीकरणों में माफिक बैठ रहे चौधरी वीरेंद्र सिंह गुर्जर, गोपाल अंदाज भुर्जी, जितिन प्रसाद और संजय निषाद को एमएलसी मनोनीत करने के लिए सरकार ने राज्यपाल को प्रस्ताव भेजा था। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को नए मंत्रियों के शपथग्रहण समारोह से पहले एमएलसी मनोनयन के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए उसे सरकार को भेज दिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मनोनीत चारों विधान परिषद सदस्यों को बधाई देने के साथ विश्वास जताया है कि वे अपने लोकतांत्रिक आचरण और जनपक्षीय कार्यों से उच्च सदन की गरिमा बढ़ाएंगे। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चार मनोनीत सदस्यों का कार्यकाल पांच जुलाई 2021 को खत्म हो गया था। उसी दिन से संभावित नामों को लेकर चर्चा और अटकलें शुरू हो गई थीं। यह तय था कि भाजपा ऐसे ही चेहरों को विधान परिषद में भेजेगी, जो जातीय-क्षेत्रीय समीकरणों का संतुलन पूरा करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में भी पार्टी के लिए मददगार साबित हों। इनमें कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद का नाम शुरू से ही तय माना जा रहा था। यह संभावना भी मजबूत बनी रही कि इस ब्राह्मण चेहरे को एमएलसी बनाकर योगी मंत्रिमंडल में भी जगह दी जाएगी। अंतत: दिल्ली से लखनऊ तक उनके नाम पर सहमति बन गई। विपक्षी दल किसानों के मुद्ïदे पर भाजपा को घेरना चाहते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट और गुर्जर बिरादरी पर भाजपा की नजर थी। इससे कयास लगाए जा रहे थे कि इस वर्ग को साधने के लिए पश्चिम से किसी प्रभावशाली नेता को पार्टी एमएलसी बनाया जा सकता है। मार्च, 2019 में सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए छह बार के विधायक वीरेंद्र सिंह गुर्जर पर पार्टी ने भरोसा जताया है। मूल रूप से शामली के कैराना निवासी गुर्जर का जाट बेल्ट में अच्छा प्रभाव माना जाता है। जहां आंदोलन की ताप है, वहां इन्हें पसीना बहाकर ठंडक बढ़ाने के लिए लगाया जाएगा। इसी तरह पिछड़ों को अपनी चुनावी रणनीति में आगे लेकर चल रहे भगवा दल ने उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष गोपाल अंजान भुर्जी को भी विधान परिषद भेजने का निर्णय लिया है। मुरादाबाद निवासी गोपाल सहित पिछड़ा वर्ग से संजय निषाद और वीरेंद्र गुर्जर लिए गए हैं।

15 नवंबर तक गड्ïढामुक्त करें शहर की सड़कें : डीएम

  • जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने सभी सड़कों को गड्ïढामुक्त करने का सुनाया फरमान

लखनऊ। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने नगर निगम व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से सख्त लहजे में कहा है कि 15 नवंबर तक शहर की सड़कें गड्ïढामुक्त हो। जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में बिजली, जर्जर सड़क, राशनकार्ड से जुड़ी दिक्कते छाई रहीं। बिजली और सड़क को लेकर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। डीएम ने सख्ती से 15 नवम्बर तक सभी सड़कों को गड्ïढामुक्त करने का फरमान सुनाया। बैठक में केंद्र द्वारा संचालित स्मार्ट सिटी योजना से लेकर पीएम आवास, पेयजल, सर्व शिक्षा अभियान तक की समीक्षा की गई। विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता आवासन एवं शहरी कार्य राज्यमंत्री व मोहनलालगंज सांसद कौशल किशोर ने की। बैठक शुरू होने से पहले लखनऊ पश्चिम के विधायक रहे स्वर्गीय सुरेश कुमार श्रीवास्तव को पुष्पांजलि अर्पित की गयी। सभी ने दो मिनट का मौन रखा। बिजली और सड़क से जुड़ी समस्याओं को देखते हुए जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने सड़क निर्माण से जुड़े सभी विभागों को 15 नवंबर तक सभी सड़कें गड्ïढामुक्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी देते कहा कि समयसीमा के भीतर अगर सड़क दुरुस्त न हुईं तो विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई होगी। आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कैम्प लगाकर दो सप्ताह के भीतर आयुष्मान योजना के गोल्डन कार्ड बनाने के निर्देश दिए।

आईएएस में चयनित मेधावियों को किया सम्मानित

जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने उन तीन अभ्यर्थियों को सम्मानित किया, जिनका चयन संघ लोक सेवा आयोग-2020 में हुआ है। अभिषेक प्रकाश ने अपने कार्यालय में बुलाकर तीनों चयनित अभ्यर्थियों को किताब भेंट की और उनके उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएं दी।

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