पाक-ईरान नेताओं ने अफगानिस्तान मुद्दे पर चर्चा की
नई दिल्ली। अफगानिस्तान को लेकर पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी से मुलाकात की। इन दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान पर विस्तार से चर्चा की। इस बारे में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि दोनों नेताओं ने ताजिकिस्तान के दुशांबे शहर में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक से इतर मुलाकात की. इस दौरान अफगानिस्तान और अन्य द्विपक्षीय मामलों पर विस्तृत बातचीत हुई। इमरान खान ने शांतिपूर्ण, स्थिर और समृद्ध अफगानिस्तान में अपने देश के महत्वपूर्ण हितों को रेखांकित किया।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान शंघाई सहयोग संगठन के सदस्यों की बैठक में शामिल होने ताजिकिस्तान गए हैं। इस समिट में मुख्य रूप से अफगानिस्तान के भविष्य पर चर्चा हुई। आपको बता दें कि तालिबान ने पिछले महीने अफगानिस्तान पर पूरी तरह कब्जा कर लिया था। इसके बाद अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार का भी ऐलान हो गया है।
हालांकि, अन्य देशों की तरह, पाकिस्तान ने अभी तक तालिबानी सरकार को मान्यता नहीं दी है। इस बारे में पाकिस्तान ने कहा है कि इस संबंध में निर्णय की घोषणा वैश्विक समुदाय से विचार-विमर्श के बाद ही की जाएगी। बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि अफगानिस्तान की सुरक्षा, मानवीय और आर्थिक स्थिति को स्थिर करने के लिए तत्काल कदम उठाना जरूरी है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ अपनी बैठक में रायसी ने कहा कि अफगानिस्तान की समस्याओं को हल करने की कुंजी एक समावेशी सरकार बनाना और देश के मामलों में विदेशी हस्तक्षेप को रोकना है। उन्होंने कहा कि हमें अफगानिस्तान को एक ऐसी सरकार बनाने में मदद करने का प्रयास करना चाहिए जिसमें देश के लोगों की इच्छा के आधार पर सभी समूह शामिल हों।
अफगानिस्तान में अमेरिकी और पश्चिमी बलों की मौजूदगी के 20 साल के इतिहास में 35,000 से अधिक बच्चों और हजारों अफगान पुरुषों और महिलाओं के विनाश, विस्थापन और हत्या के अलावा कोई परिणाम नहीं निकला है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी बलों की वापसी अफगानिस्तान में एक लोकप्रिय सरकार के गठन और देश और क्षेत्र में शांति के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है।