बाढ़ से किसान बेहाल पर राहत देने में विफल भाजपा सरकार: अखिलेश
करोड़ों की फसल बर्बाद दर्जनों लोगों की हो चुकी मौत
सडक़ों के किनारे शरण लेने को मजबूर बाढ़ पीडि़त
शहरों में जलभराव से नागरिक हो रहे परेशान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में किसान बेहाल है। नदियों में उफान से गांव के गांव डूब गए हैं, फसलें बर्बाद हो गई हैं। इससे पहले किसान ओलावृष्टि, अतिवृष्टि का शिकार हो चुका है, उसे अपनी नष्टï फसलों का अभी तक मुआवजा नहीं मिला है। पशुधन का नुकसान अलग से हुआ है। जब चारों ओर तबाही मच गई है तब मुख्यमंत्री राज्य के जिलाधिकारियों से बैठक कर महज औपचारिकता निभाने की खानापूर्ति कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बाढ़ के कारण हजारों हेक्टेयर जमीन में लगी करोड़ों की फसल बर्बाद हो गई है। दर्जनों मौतें हो चुकी हंै। लोग बंधों और सडक़ के किनारे शरण लिए हुए हैं। उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है। सरकार से कोई राहत नहीं मिल पा रही है। न मिट्टी का तेल, न खाने पीने की सामग्री, न दवाएं और सिर छुपाने के लिए प्लास्टिक या तिरपाल भी मुहैया नहीं कराया जा रहा है। बहराइच के 85 गांवों में पानी भरा है। 25 दिनों से बाढग़्रस्त इलाकों में लोग फंसे हुए हैं। बाराबंकी में खेत-खलिहान सब जलमग्न हैं। गाजियाबाद में पानी पुलिस चौकी तक में घुस गया। हापुड़ में तीस किलोमीटर तक पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। श्रावस्ती में राप्ती नदी उफान पर है। गोंडा में घाघरा नदी की बाढ़ में सैकड़ों गांव फंसे हैं। बहराइच में सरयू नदी उफान पर है जिससे 70 गांव डूब गए है। आजमगढ़ में तमाम मकान जलभराव से गिर गए हैं। धान एवं गन्ना की फसल बर्बाद हो गई है। आदमी व पशु बीमार पड़ रहे हैं उनकी चिकित्सा-दवा की कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि नगरों, उपनगरों में हालात कमोबेश ऐसे ही है। जलभराव और घरों में पानी से बीमारियों का खतरा उत्पन्न हो गया है। इस सबसे सरकार बेपरवाह है। भाजपा का एजेंडा पीडि़तों से दूर ही रहता है। गांवों की बदहाली में भी भाजपा सरकार अपना राजनीतिक स्वार्थ साधन करने से नहीं चूक रही है। यह संवेदनशून्यता की पराकाष्ठा है।
बिकरू कांड: इनामी पिता-पुत्र गिरफ्तार
पुलिसकर्मियों पर छत से बरसाई थीं गोलियां
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कानपुर। बिकरू कांड के आरोपियों के लगातार अदालत में आत्मसमर्पण करने को लेकर अब पुलिस ने तेजी पकड़ी है। सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल रहे 50-50 हजार के इनामी पिता-पुत्र को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। विकास के साथ मिलकर इनके पूरे परिवार ने छत से पुलिस कर्मियों पर गोलीबारी की थी।
एसएसपी प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि बिकरू कांड में शामिल रहे 50-50 हजार रुपये के इनामी मनीष उर्फ बीरू और उसके पिता रमेश चंद्र दुबे को शिवली रोड पर बेला रेलवे क्रासिंग के पास से गिरफ्तार किया गया है। दोनों बाहर भागने की फिराक में थे। बता दें कि मनीष के एक लाख रुपये के इनामी भाई धर्मेंद्र उर्फ हीरू ने मंगलवार को कानपुर देहात में अधिवक्ता की पोशाक पहनकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया था जबकि उसके एक अन्य भाई धीरज उर्फ धीरू को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। रमेश चंद्र दुबे और उसके तीनों बेटे विकास दुबे के करीबी थे। इन सभी ने छत से पुलिसवालों पर गोलियां बरसाई थीं।