ब्लॉक प्रमुख चुनाव : जिसकी लाठी उसकी भैंस

  • किसी तरह चुनाव जीतने को चला गया दांव, निर्वाचन आयोग पर भी विपक्ष ने उठाया सवाल
  • मतदान के दौरान इटावा में एसपी को मारा थप्पड़
  • विपक्षी दलों के प्रत्याशियों पर हमला करने से लेकर नामांकन से रोकने तक का चला खेल
  • कई जिलों में हिंसा की तस्वीरों ने लोकतंत्र को किया शर्मसार, कठघरे में योगी सरकार
  • विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर लगाया पुलिस संरक्षण में हिंसा करवाने का आरोप महिलाओं को भी नहीं बख्शा

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। भले ही भाजपा ब्लॉक प्रमुख चुनावों में तीन सौ से अधिक अपने प्रत्याशियों के निर्विरोध जीत का दम भर रही हो लेकिन नामांकन के दौरान विभिन्न जिलों से हिंसा की जो तस्वीरें सामने आई हंै, वे डराने और चिंतित करने वाली हैं। चुनाव पूर्व हिंसा ने जिसकी लाठी उसकी भैंस की कहावत को सही साबित कर दिया है। जिस प्रकार विपक्षी प्रत्याशियों पर हमले किए गए, उनको नामांकन से रोका गया उससे साफ है कि प्रदेश सरकार किसी भी प्रकार चुनाव में अपनी जीत दर्ज करना चाहती है। विपक्ष ने इस हिंसा को प्रयोजित बताते हुए प्रदेश सरकार पर जमकर हमला किया है। विपक्ष का आरोप है कि पुलिस संरक्षण में हिंसा का नंगा-नाच किया गया। चुनाव के पूर्व हुई इस हिंसा ने लोकतंत्र को शर्मसार किया है।सत्ता पक्ष का चुनाव कहे जाने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के बाद अब ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भी कई जगह हिंसा का सहारा लिया गया। सीतापुर से लेकर लखीमपुर खीरी और उन्नाव से लेकर जौनपुर तक नामांकन के दौरान हिंसा हुई। लखीमपुर के पलिया ब्लॉक में कांग्रेस के प्रत्याशी और प्रस्तावक को भाजपा के समर्थक खींचकर ले जाने लगे और समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार के नामांकन में प्रस्तावक महिला के कपड़े तक खींचे गए। आज मतदान के दौरान भी ऐसी ही हिंसा दिखी। इससे सरकार की पूरे देश में किरकिरी हो रही है। यही वजह है कि 349 ब्लॉक प्रमुख निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिए गए। भाजपा का दावा है कि निर्विरोध चुने गये ब्लॉक प्रमुखों में से 334 भाजपा के हैं। वहीं सपा और कांग्रेस ने भाजपा पर धांधली करने और हिंसा के जरिए चुनाव जीतने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। साथ ही इस मामले में चुनाव आयोग से संज्ञान लेने की अपील भी की है।

अखिलेश ने कसा तंज बोले यूपी में लोपतंत्र

लखनऊ। ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया के दिन हुई हिंसा और लखीमपुर खीरी में महिला प्रस्तावक के साथ बदसलूकी पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार पर हमला बोला है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए एक पोस्ट शेयर किया है। पोस्ट पर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की फोटो के साथ लिखा है, यूपी में लोपतंत्र, चारों खाने चित योगी प्रशासन, जमकर चल रहा है गुंड़ातंत्र! ब्लॉक प्रमुख चुनाव नामांकन में बवाल। इससे पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि हमें दुख है कि चुनाव जीतने के लिए भाजपा के लोग इस स्तर तक उतर आए हैं, जिन्होंने महिला के साथ दुर्व्यवहार किया, सब भाजपा के गुंडे हैं। भाजपा ने पहले जिला पंचायत अध्यक्ष और अब ब्लॉक प्रमुख का चुनाव जीतने के लिए पूरे प्रदेश के हर ब्लॉक में नंगा नाच और खुली गुंडागर्दी की।

476 पदों पर वोटिंग लखनऊ समेत कई जिलों में हंगामा-झड़प

आज 476 ब्लॉक प्रमुख पदों पर वोटिंग की गई। पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक मतदान हुआ तथा आज ही मतगणना कराई जाएगी। गोंडा जिले के मुजेहना क्षेत्र पंचायत का कार्यकाल पूर्ण नहीं होने के कारण वहां चुनाव नहीं कराया जा रहा है। वहीं लखनऊ में आठ ब्लॉक में झड़प के बीच मतदान हुआ। काकोरी ब्लॉक मुख्यालय पर मतदान शुरू होते ही बैरिकेटिंग के आगे आने पर सपा और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। आठ में से तीन ब्लाक में भाजपा और सपा के बीच सीधी टक्कर है। वहीं मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना ब्लॉक में मतदान के दौरान भाजपा विधायक के आने पर विपक्षियों ने हंगामा करते हुए नारेबाजी की। दोनों तरफ से समर्थक आमने-सामने आ गए। सहारनपुर में भाजपा प्रत्याशी के समर्थक बीडीसी सदस्यों को हेल्पर दिए जाने और विपक्ष के प्रत्याशी के सदस्यों को हेल्पर न दिए जाने को लेकर हंगामा हुआ। बागपत में रालोद कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक हुई। हमीरपुर के सुमेरपुर विकासखंड में सपा व भाजपा कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चले। वहीं इटावा में भीड़ बेकाबू हो गयी। इस दौरान एक नकाबपोश ने एसपी को थप्पड़ मार दिया।

हिंसा का नाम बदलकर रख दिया मास्टर स्ट्रोक: राहुल

ब्लॉक पंचायत प्रमुख के चुनाव में नामांकन प्रक्रिया के दौरान हुई हिंसा पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, उत्तर प्रदेश में ‘हिंसाÓ का नाम बदलकर ‘मास्टर स्ट्रोकÓ रख दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने एक खबर का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है, जिसमें नामांकन प्रक्रिया के दौरान हुई हिंसा के बारे में लिखा गया है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा, यूपी के चुनाव में हुई हिंसा पर पीएम मोदी और सरकार में बैठे लोगों की चुप्पी हिंसा पर मौन सहमति है।

ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में लोकतंत्र की मर्यादा का मर्दन हुआ है। कहीं पत्रकार पर हमला हो रहा है। कहीं महिला की साड़ी फाड़ी जा रही है। कहीं पुलिस ही प्रत्याशी का अपहरण कर रही है। कहीं पूर्व विधान सभा अध्यक्ष पर जानलेवा हमला किया गया।

संजय सिंह, सांसद, आप

यूपी में वर्तमान भाजपा सरकार में भी कानून का नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है, जिसके तहत यहां पंचायत चुनाव में हुई असंख्य हिंसा व लखीमपुर खीरी की एक महिला के साथ की गई बदसलूकी अति-शर्मनाक है। क्या यही इनका कानून का राज व लोकतन्त्र है? भाजपा द्वारा पहले जिला पंचायत अध्यक्ष, फिर ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के दौरान सत्ता और धनबल का घोर दुरुपयोग किया गया।

मायावती, बसपा प्रमुख

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनने के बाद जातिवाद व भ्रष्टाचार को खत्म कर विकास व सुशासन का राज्य स्थापित किया गया है। यही कारण है कि प्रदेश में हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी भाजपा लगातार विजय प्राप्त कर रही है। यह जीत भाजपा की नीतियों पर जनता की मुहर है।

स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा

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