भाजपा नेता के चालक ने नाबालिग से की दरिंदगी!

सपा-कांग्रेस व बसपा ने योगी सरकार को घेरा, बुधवार रात को किशोरी घर से निकली थी, बीजेपी विधायक के परिचित ने किया मुख्य आरोपी का सहयोग

मैरिज होम में हैवानियत भाजपा नेता व चालक को भेजा जेल, पीडि़ता दहशत में

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
आगरा। आगरा के सदर के ताल फिरोज खां में बुधवार रात को भाजपा के पूर्व महामंत्री प्रेमचंद कुशवाहा के मैरिज होम में 16 वर्षीय दलित किशोरी के साथ दुष्कर्म हुआ। पुलिस ने भाजपा नेता के चालक आरोपी भीमसेन को जेल भेजने के बाद प्रेमचंद कुशवाहा को भी जेल भेज दिया। इस घटना के बाद राज्य की सियासत गरमा गई।
कांग्रेस-सपा समेत पूरे विपक्ष ने योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा दिए हैं। दलित किशोरी के साथ घटना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मायवती ने पोस्ट किया और राज्य सरकार पर हमला बोला। बुधवार रात को किशोरी घर से निकली थी। वह घर के पास दुकान पर गई थी। मगर, वापस नहीं लौटी। परिजन को प्रेमचंद कुशवाहा मैरिज होम में मिले। उन्होंने अंदर किसी के होने से इन्कार किया। मगर, किशोरी मिल गई। इस पर लोग आक्रोशित हो गए। किशोरी ने भाजपा नेता के चालक भीमसेन उर्फ भीमा का नाम लिया। वह मैरिज होम से फरार हो गया था। लोगों ने प्रेमचंद को पकड़ लिया। उन्हें थाना लाकर पुलिस के हवाले कर दिया। लोगों ने आरोपी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की। मामले में पुलिस ने भीमा को गिरफ्तार कर जेल भेजा। लोगों के दबाव में प्रेमचंद कुशवाहा को भी शांति भंग में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उधर, घटना के बाद से पीडि़ता दहशत में है। वह घर से बाहर नहीं निकल रही है। परिवार के लोग उसे संभाल रहे हैं।

पॉक्सो एक्ट के लिए कोर्ट में प्रार्थनापत्र

उधर आगे की कार्रवाई के लिए पॉक्सो एक्ट में तलब करने के लिए कोर्ट में प्रार्थनापत्र दिया। इस पर 27 अगस्त की तारीख लगी है। मुकदमे में एससी-एसटी एक्ट की वृद्धि की गई है। अब विवेचना एसीपी सदर डॉ. सुकन्या शर्मा करेंगी। एसीपी सदर डॉ. सुकन्या शर्मा ने बताया कि मुकदमे में एससी-एसटी एक्ट की वृद्धि कर दी गई है। इससे विवेचना वह खुद कर रही हैं। साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। पीडि़ता का मेडिकल कराया गया। उसने मेडिकल के दौरान चिकित्सक के समक्ष कहा था कि उसके साथ भीमा ने गलत काम किया। उसके कोर्ट में भी बयान दर्ज कराए गए थे। इसका अवलोकन किया गया। पीडि़ता ने भीमा को आरोपी बताया।

नेता की सिफारिश में आए कई फोन

भाजपा नेता पर आरोप लगने के बाद पुलिस के पास फोन आने शुरू हो गया। कई बड़े नेताओं ने सिफारिश करना शुरू कर दिया। इससे पुलिस दबाव में आ गई। उसके खिलाफ कार्रवाई का मन नहीं था। मगर, जाटव महापंचायत के ऐलान के बाद शांति भंग में कार्रवाई की गई। एसीपी कोर्ट में पेश किया। जमानत प्रार्थना पत्र प्रस्तुत न करने को आधार बनाते हुए जेल भेज दिया।

परिजन बोले, बेटी को दफनाने की थी तैयारी

परिजन ने आरोप लगाया कि बेटी मैरिज होम से जिंदा बचकर नहीं आता। आरोपी ने गड्ढा खोद लिया था। उसे दफनाने वाला था। पुलिस ने इसके बारे में पता किया। अंदर गड्ढा मिला। हालांकि यह गड्ढा पुराना प्रतीत हो रहा था।

मैरिज होम पर बुलडोजर चलाने की मांग

जाटव महापंचायत भी उग्र हो गई थी। लोग मांग कर रहे थे कि भाजपा नेता के मैरिज होम पर बुलडोजर चलाया जाए। पुलिस को चेतावनी दी कि किसी को बचाने का प्रयास नहीं किया जाए। कई जिलों में आरोपियों पर बुलडोजर चलाया गया है। अब यहां भी ऐसा होना चाहिए। मगर, मांग नहीं मानी जाती है तो सडक़ पर उतरकर आंदोलन होगा।

एमवीए नेताओं ने खोला शिंदे सरकार के खिलाफ मोर्चा

बदलापुर दुष्कर्म मामले पर दिया धरना
शरद पवार और सुप्रिया सुले ने मुंह पर बांधी काली पट्टी
कोर्ट ने महाराष्ट्र बंद के फैसले पर लगाई रोक

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पुणे। बदलापुर में दो बच्चियों के साथ हुई दुष्कर्म मामले में आज महाविकास अघाड़ी दल के नेता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने पुणे रेलवे स्टेशन पर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा के सामने एक घंटे के मौन प्रदर्शन का नेतृत्व किया। दोनों नेताओं ने अपने मुंह पर काली पट्टी बांधकर राज्य में महिलाओं और लड़कियों के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि बदलापुर दुष्कर्म मामले में महाविकास अघाड़ी दल ने आज महाराष्ट्र बंद का एलान किया था। हालांकि, शुक्रवार को बॉम्बे हाई कोर्ट ने आदेश दिया कि महाराष्ट्र बंद के फैसले को रद्द किया जाए। कोर्ट ने कहा था कि बंद होने से आम जन जीवन अस्त-व्यस्त होता है। इसके बाद महा विकास अघाड़ी ने अब शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने का फैसला लिया है। शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे अपने-अपने शहरों और गांवों के मुख्य चौराहों पर एक घंटे का मौन धारण करें।

राज्य में कानून व्यवस्था नहीं : विजय वडेट्टीवार

राज्य में बिगड़े कानून व्यवस्था पर चिंता जाहिर करते हुए महाराष्टï्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने आज कहा, राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति नहीं है। हम सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और महिलाओं के खिलाफ हो रही घटनाओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। लोगों के आंदोलन के बावजूद अगर राज्य में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, तो इससे पता चलता है कि राज्य में अपराध पर कोई नियंत्रण नहीं है। अपराधियों में कोई डर नहीं है।

शहर में गंदगी देख भडक़ गईं महापौर

जोन तीन में जोनल अधिकारी को लगाई फटकार, हर वार्ड में मिली खामियां

सुबह ही सफाई व्यवस्था देखने निकलीं मेयर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल ने सुबह-सुबह शहर की शहर में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। मेयर ने लखनऊ विश्वविद्यालय से लेकर अलीगंज इलाका का दौरा किया। इस दौरान उनको हर जगह गंदगी देखने को मिली। मेयर ने इसके बाद जोन तीन के जोनल अधिकारी अलंकार रस्तोगी और जोनल सफाई इंस्पेक्टर को फटकार लगाना शुरू कर दिया।
मेयर ने कहा कि शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार और शासन सफाई को लेकर काफी सख्त है। ऐसे में अगर किसी भी कर्मचारी या अधिकारी की वजह से सफाई की स्थिति गड़बड़ होती है तो उसको स्वीकार नहीं किया जाएगा।

मेयर ने टैक्स इंस्पेक्टर के खिलाफ लिखा पत्र

जोन तीन की महिला टैक्स इंस्पेक्टर का दो साल पहले लड़ाई करते हुए वीडियो वायरल हुआ था, तीन दिन में मेयर ने मांगा जवाब नगर निगम में विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मेयर ने ऐसी ही एक विवादित मामले पर नगर आयुक्त से तीन दिन के अंदर जवाब मांगा है। नगर निगम जोन तीन में तैनान महिला टैक्स इंस्टेक्टर का एक मारपीट करते हुए वीडियो साल 2022 में वायरल हुआ था। उस दौरान वह जोन 6 में तैनात थी। अब उसको लेकर एक बार फिर शिकायतें तेज हुई है। ऐसे में मेयर ने 3 दिन के अंदर इस पूरे मामले पर नगर आयुक्त से जवाब मांगा है। इसके अलावा अन्य कई आरोप भी लगने की बात सामने आ रही है।

निलंबन का आदेश भी हुआ था

बताया जा रहा है कि उस समय तात्कालिक नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने टैक्स इंस्पेक्टर के निलंबन का आदेश भी दिया था। हालांकि उसके दो दिन बाद ही उनका तबादला हो गया था। ऐसे में उस मामले में कार्रवाई क्यों नहीं हुई इसको लेकर भी जवाब मांगा गया है। उस समय नगर विकास निदेशालय में तैनात निदेशक नेहा की तरफ से भी मामले में पत्र लिखा गया था। हालांकि मामला पूरी तरफ से दब गया था। अब मेयर के पत्र के बाद एक बार फिर से यह मामला गर्म हो गया है। आरोप है कि उस समय फाइल को कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से दबा दिया गया। निलंबन की कार्रवाई न होने पर नगर निकाय निदेशालय की तत्कालीन निदेशक नेहा शर्मा ने भी नगर आयुक्त को पत्र लिखकर कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी थी।

दूसरे दिन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई परीक्षा

1871 सीसीटीवी कैमरों से की गई निगरानी
यूपी डीजीपी ने किया केंद्र का निरीक्षण

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। शनिवार को सिपाही भर्ती परीक्षा का दूसरा दिन है। परीक्षा केंद्रों के बाहर सुबह ही अभ्यर्थियों की कतार लग गई है। इसके साथ ही प्रवेश भी शुरू हो गया है। परीक्षा पांच दिनों में पूरी होगी। इसके लिए 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इस दौरान प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहा है। राजधानी लखनऊ में परीक्षा के लिए 81 केंद्र बनाए गए हैं।
चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए गए हैं। 1871 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। निगरानी के लिए 173 लोगों की टीम तैनात की गई है। पहले दिन 21470 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। दोनों पालियों के लिए कुल 78,144 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार लखनऊ विश्वविद्यालय में परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं को देखा। उन्होंने कहा कि आज परीक्षा का दूसरा दिन है। सुचारुरूप से परीक्षा हो रही है। कहीं से भी कोई शिकायत नहीं आई है। सभी व्यवस्थाएं ठीक तरीके से चल रही हैं। उन्होंने कहा कि कल अनुचित साधनों का प्रयोग करत हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हमारी टीम लगातार नजर रख रही है। सभी केंद्रों पर लोकल पुलिस और अधिकारी तैनात हैं। एक-एक अभ्यर्थी को चेक किया जा रहा है। 10 पालियों में परीक्षा हो रही है जोकि पांच दिन चलेगी। शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षाएं हो रही हैं।

हजारों अभ्यर्थी रहे अनुपस्थित

गोंडा शहर के 13 केंद्रों पर दूसरे दिन पुलिस भर्ती परीक्षा कड़ी निगरानी में हुई। दूसरे दिन की प्रथम पाली में 5232 अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होना था जिसमें में 3845 अभ्यर्थी शामिल हुए। 1387 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ी है। पहले दिन की अपेक्षा दूसरे दिन अनुपस्थिति कम है। पहली पाली में सुबह 10 बजे से 12 बजे तक परीक्षा आयोजित हुई थी। जिसमें सुबह आठ बजे से ही अभ्यर्थियों का प्रवेश केंद्रों में हुआ और 9.30 बजे तक प्रवेश द्वार बंद हो गए।

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