फिर पुराने हथकंडे आजमा रही है बीजेपी: सोरेन

बोले- सत्तारूढ़ दलों के विधायकों को तोडऩे की हो रही साजिश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
दुमका। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि वह फिर से अपने पुराने तरीके अपनाकर सत्तारूढ़ दलों के विधायकों को तोडऩे की कोशिश कर रही है। सोरेन की ओर से यह बयान तब सामने आया है, जब झामुमो के विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री ने दिल्ली में एलान किया है कि वह भाजपा में शामिल होंगे।
हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्षी पार्टी ने फिर से सरकार तोड़ो अभियान और विधायक तोड़ो अभियान शुरू कर दिया है, जैसा कि उसने लोकसभा चुनावों के दौरान भी किया था। दुमका जिले में एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें (भाजपा) झारखंड के आगामी विधानसभा चुनावों में लोगों से करारा जवाब मिलना तय है, जैसा कि लोकसभा चुनावों में मिला था। इससे पहले दोपहर में चंपई सोरेन ने राष्टï्रीय राजधानी में पत्रकारों से कहा कि वह अपने बेटे के साथ 30 अगस्त को भाजपा में शामिल होंगे। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि रक्षा, रेलवे और बैंकिंग जैसे क्षेत्रों में भर्तियां बंद कर दी गई हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री सोरेन ने मंगलवार को ‘झारखंड मुख्यमंत्री मैयां सम्मान योजन के तहत महिलाओं के खातों में पहली किस्त के रूप में एक हजार रुपये ट्रांसफर किए। छह जिलों दुमका, साहिबगंज, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ और देवघर के कुल 7.32 लाख लाभार्थियों के खातों में 73 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए।

भाजपा सरकार से देश को क्या मिला?

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा और उसके नेता धर्म और समुदाय के नाम पर बांटने की राजनीति में शामिल है। भाजपा के मिला क्या (क्या मिला?) अभियान की आलोचना करते हुए सोरेन ने कहा कि भाजपा को उनकी सरकार द्वारा गरीबों और पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए शुरू की गई योजनाओं की संख्या हजम नहीं हुई। झारखंड भाजपा ने रविवार को अभियान शुरू किया था। हेमंत सोरेन ने कहा, विपक्ष हमसे नौकरी के बारे में सवाल करता है। हमने 30 हजार से ज्यादा नियुक्तियां दी हैं। जबकि 35 हजार से 40 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया में है। लेकिन, पिछले बीस वर्षों में भाजपा ने कोई नौकरी नहीं दी।

जनता के कहने पर नहीं लिया संन्यास : चंपई

एक्स पर एक पोस्ट में पूर्व सीएम चंपई ने कहा कि उनके पास पार्टी में ऐसा कोई मंच नहीं बचा था, जहां वे अपनी पीड़ा खुलकर व्यक्त कर पाते। अपने पोस्ट में चंपई ने भाजपा को आदिवासी हितों के लिए काम करने वाली इकलौती पार्टी भी करार दिया। चंपई सोरेन ने कहा, पिछले हफ्ते (18 अगस्त) एक पत्र द्वारा झारखंड समेत पूरे देश की जनता के सामने अपनी बात रखी थी। उसके बाद, मैं लगातार झारखंड की जनता से मिल कर, उनकी राय जानने का प्रयास करता रहा। कोल्हान क्षेत्र की जनता हर कदम पर मेरे साथ खड़ी रही, और उन्होंने ही संन्यास लेने का विकल्प नकार दिया।आज बाबा तिलका मांझी और सिदो-कान्हू की पावन भूमि संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ बहुत बड़ी समस्या बन चुका है। इस से दुर्भाग्यपूर्ण क्या हो सकता है कि जिन वीरों ने जल, जंगल व जमीन की लड़ाई में कभी विदेशी अंग्रेजों की गुलामी स्वीकार नहीं की, आज उनके वंशजों की जमीनों पर ये घुसपैठिए कब्जा कर रहे हैं। इनकी वजह से फूलो-झानो जैसी वीरांगनाओं को अपना आदर्श मानने वाली हमारी माताओं, बहनों व बेटियों की अस्मत खतरे में है।

जम्मू-कश्मीर में चुनाव को लेकर भारी उत्साह

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जम्मू । जम्मू-कश्मीर में दस साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। पहले चरण में दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, शोपियां, अनंतनाग व कुलगाम तथा चिनाब वैली के किश्तवाड़, डोडा व रामबन जिले की 24 विधानसभा सीटों पर 280 नामांकन हुए। दक्षिण कश्मीर में जमात से जुड़े कई सदस्यों ने भी लोकतंत्र में आस्था जताते हुए पर्चा भरा। इसके साथ ही 2016 की हिंसा में पत्थरबाजी के लिए कुख्यात अलगाववादी सर्जन बरकती ने भी चुनाव में भागीदारी की। उनकी बेटी सुगरा बरकती ने उनकी ओर से पर्चा भरा।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती, आतंकियों की गोली का शिकार बने किश्तवाड़ के अनिल परिहार के परिवार की शगुन परिहार, पूर्व मंत्री सुनील शर्मा व शक्तिराज परिहार, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष विकार रसूल वानी व जीए मीर, नेकां के पूर्व सांसद हसनैन मसूदी, सीपीआई एम नेता एम वाई तारिगामी, पूर्व विधायक जीएम सरूरी ने पर्चा भरा। शनिवार, रविवार और सोमवार को नामांकन न होने से मंगलवार को आखिरी दिन होने से नामांकन करने वालों की भारी भीड़ रही। सुरक्षा की दृष्टि से सभी सीटों पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। दक्षिण कश्मीर में उमर व फारूक नेकां प्रत्याशियों के पर्चा भरने के दौरान मौजूद रहे तो महबूबा मुफ्ती पीडीपी प्रत्याशी के साथ रहीं। चिनाब वैली में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने डोडा व प्रदेश प्रभारी तरुण चुग ने रामबन में मौजूद रहकर प्रत्याशियों के नामांकन के दौरान हौसला बढ़ाया। प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी के पूर्व अध्यक्ष तलत मजीद अलाई ने पुलवामा व पूर्व अध्यक्ष नजीर अहमद भट ने देवसर सीट से पर्चा दाखिल किया। जमात के एक अन्य पूर्व नेता सयार अहमद रेशी ने भी कुलगाम विधानसभा क्षेत्र से नामांकन किया। नामांकन के लिए जाने से पहले बरकती की बेटी सुगरा ने जेल से बारामुला संसदीय सीट पर जीत दर्ज करने वाले इंजीनियर रशीद के बेटों की तरह भावुक अपील की।

जमात इस्लामी नेताओं का चुनाव लडऩा समय के अनुकूल : उमर अब्दुल्ला

नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि प्रतिबंधित जमात इस्लामी के नेताओं का जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनावों में भाग लेने का फैसला समय के अनुकूल है। अब्दुल्ला ने अनंतनाग जिले के पहलगाम में कहा, ‘हमें बताया गया था कि चुनाव हराम (निषिद्ध) है, लेकिन अब चुनाव हलाल (मान्य) हो गए हैं। देर आए दुरुस्त आए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह लंबे समय से कहते आ रहे हैं कि लोकतंत्र ही आगे बढऩे का एकमात्र रास्ता है। उन्होंने कहा, ‘35 वर्षों तक जमात इस्लामी ने एक खास राजनीतिक विचारधारा का पालन किया, जो अब बदल गई है। यह अच्छी बात है।’ उन्होंने कहा, ‘हम चाहते थे कि जमात पर से प्रतिबंध हटाया जाए और वे अपने चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ें, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिर भी अच्छा है कि वे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।’ एक सवाल पर अब्दुल्ला ने कहा कि यह मतदाताओं को तय करना है कि अगर जमात पीपुल्स कॉन्फ्रेंस को समर्थन देती है तो वह किस पार्टी का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के भाजपा के साथ संबंध सार्वजनिक हैं। यदि जमात पीपुल्स कॉन्फ्रेंस का समर्थन करती है, तो मतदाता को पता चल जाएगा कि वे किस पक्ष का समर्थन कर रहे हैं।

धरना

एसोसिएशन ऑफ कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स उत्तर प्रदेश ने नियमितीकरण, समान वेतन, ईएल की व्यवस्था व स्वेच्छिक स्थानांतरण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।

अरुणाचल प्रदेश में खाई में गिरा ट्रक, तीन सैन्यकर्मियों की मौत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले में एक ट्रक के गहरी खाई में गिर जाने से उसमें सवार तीन सैन्यकर्मियों की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि यह दुर्घटना मंगलवार सुबह करीब छह बजे ‘ट्रांस अरुणाचल’ राजमार्ग पर तापी गांव के पास हुई। सैन्य सूत्रों के अनुसार, शहीदों की पहचान हवलदार नखत सिंह, नायक मुकेश कुमार और ‘ग्रेनेडियर’ आशीष कुमार के रूप में हुई है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सेना का यह दुर्घटनाग्रस्त ट्रक ऊपरी सुबनसिरी के जिला मुख्यालय शहर दापोरिजो से लेपाराडा जिले के बसर की ओर जा रहे सैन्य काफिले का हिस्सा था। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग घटनास्थल पहुंचे और उन्होंने घायलों और शवों को निकालने में मदद की। सेना की पूर्वी कमान ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘लेफ्टिनेंट जनरल आर सी तिवारी और सभी सैन्य अधिकारी बहादुर हवलदार नखत सिंह, नायक मुकेश कुमार और ग्रेनेडियर आशीष के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिन्होंने अरुणाचल प्रदेश में अपना कर्तव्य निभाते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया।

उत्तर प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में बुधवार को भी अच्छी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। मंगलवार को प्रदेश के विभिन्न इलाकों में अच्छी बारिश हुई। बुधवार को प्रयागराज, प्रतापगढ़, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, संतरविदासनगर, सुल्तानपुर व आसपास के इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।
मंगलवार को गाजीपुर में 46.2 मिमी, प्रयागराज में 36.5 मिमी, उरई में 27 मिमी, चुर्क में 16.8 मिमी, फुरसतगंज में 12.6 मिमी, सुल्तानपुर में 10 मिमी, वाराणसी में 8.6 मिमी, हमीरपुर में 5 मिमी और बलिया में 3.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं, प्रदेश में अधिकतम तापमान की बात करें तो नजीबाबाद में 35.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। राजधानी में मंगलवार को दिन भर आसमान में बादलों का डेरा रहा और शाम को अलग-अलग जगहों पर गरज व चमक के साथ बारिश हुई। इससे उमस से राहत मिली। तापमान में थोड़ी गिरावट से मौसम खुशनुमा हो गया। मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार को भी लखनऊ में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। मंगलवार को शाम 5:30 बजे तक लखनऊ में 0.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। मंगलवार को 0.7 डिग्री की मामूली गिरावट के साथ दिन का तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, रात का पारा 0.2 डिग्री की उछाल के साथ 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

गुजरात में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल से की बात

गुजरात में भारी बारिश के कहर से 16 लोगों की मौत हो गई। राज्य में पूरा जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। लगभग बीस हजार से ज्यादा परिवार बेघर हो गए हैं। इस बीच गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टेलीफोन पर बातचीत की। पटेल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि केंद्र सरकार ने सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। गुजरात के मुख्यमंत्री ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में भारी बारिश की स्थिति को लेकर मुझसे फोन पर बातचीत की और राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने नागरिकों के जीवन और पशुधन की सुरक्षा पर मार्गदर्शन प्रदान किया।

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