रेडियोथेरेपी से शरीर में हो सकता है ये कैंसर, जानिए लक्षण
4PM न्यूज नेटवर्क: रेडियोथेरेपी, जिसे रेडिएशन थेरेपी के नाम से भी जाना जाता है, कैंसर के इलाज का एक प्रभावी तरीका है। रेडियोथरेपी से शरीर में कैंसर का इलाज किया जाता है, लेकिन कुछ मामलों में ये थेरेपी हड्डियों के कैंसर का कारण बन सकती है। आपको बता दें कि हड्डी का कैंसर एक घातक बीमारी है, जो हड्डियों में शुरू होती है। यह किसी भी हड्डी में फैल सकती है, लेकिन हाथों और पैरों की हड्डियों में बोन कैंसर के मामले अधिक आते हैं। जब हड्डियों में कैंसर शुरू होता है तो इसको प्राइमरी हड्डी का कैंसर कहते हैं। अगर इस समय इसका ट्रीटमेंट न हो तो यह शरीर के दूसरी हिस्सों में जाता है तो इसको सेकेंडरी हड्डी का कैंसर कहा जाता है।
हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि ये बीमारी जेनेटिक कारणों से हो सकती है। अगर परिवार में किसी को है या दूसरी पीढ़ी में जा सकती है। इसके अलावा जब किसी दूसरे कैंसर के इलाज में रेडियोथेरेपी दी जाती है तो इस रेडिएशन से भी हड्डियों में कैंसर होने रिस्क होने की आशंका रहती है। हड्डियों के कैंसर के अधिक मामले बच्चों या युवा वयस्कों में ज्यादा आने का रिस्क रहता है, क्योंकि किशोरावस्था में हड्डियों का विकास तेजी से हो रहा होता है। इस समय कैंसर पनपने की आशंका बढ़ जाती है।
जानिए हड्डी के कैंसर के लक्षण
- हड्डी के कैंसर के लक्षण शुरुआत में हल्के होते हैं. इनका आसानी से पता नहीं चल पाता है।
- शारीरिक गतिविधियों के दौरान शरीर में दर्द में होना इसका सबसे आम लक्षण है।
- दर्द धीरे-धीरे बढ़ता है और खासकर रात के दौरान यह दर्द ज्यादा होता है।
- किसी हड्डी के आसपास सूजन या गांठ भी इसका लक्षण हो सकता है।
- इस कैंसर के अन्य लक्षणों में कमजोरी महूसस होना, थकान, और वजन घटना जैसे लक्षण शामिल हैं।
जानें कैंसर से कैसे करें बचाव
- अगर आपके परिवार में पहले किसी को कैंसर हुआ हो, तो आपको नियमित चेकअप कराना जरूरी है
- रेडियोथेरेपी से बचाव करना आवश्यक है अगर इसकी जरूरत हो, तो न्यूनतम खुराक का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
- अगर हड्डी में किसी भी प्रकार का दर्द, सूजन या असामान्य लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।