यह मौत नहीं, हत्या है : सरकार की नाकामी से धू-धू कर जल गए दस मासूम बच्चे

  • सीएम बिजी है बंटोगे तो कटोगे का नारा देने में
  • अगर अलार्म बज जाता तो बच जाते बच्चे
  • सालों से फायर उपकरणों को देखने वाला नहीं था कोई
  • मीडिया से बात न करने की मिल रही धमकी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
झांसी। चारों ओर बच्चों की चीत्कार! मांओं की रोने की आवाजें ! दृश्य ऐसा की देखकर आत्मा भी रो पड़े। सत्ता में बैठें लोगों की लापरवाही व अनदेखी से एकबार फिर यूपी में कई मासूमों की मौत अस्पताल में आग लगने से हो गई। यूपी के सीएम व जिम्मेदार लोग बंटोंगे-कटोगे की चुनावी भाषणों से भड़काने में लगे रहे और लापरवाह सिस्टम की भड़की आग में प्रदेश का भविष्य राख हो गया। दरअसल, झांसी मेडिकल कालेज के चिल्डेर्न वार्ड में शार्ट सर्किट से लगी आग में 10 बच्चे जलकर मर गए। लगभग 39 बच्चे घायल हैं जो जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। बच्चों की मौत पर योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है।
सबसे हैरानी की बात यह थी आग लगने पर अस्पताल के क र्मी पीछे से भाग रहे थे। जो परिजन मीडिया से बात कर रहे थे उन्हें बातचीत न करने की धमकी तक दी जा रही थी। सपा , बसपा व कांग्रेस ने दोषियों के खिलाफ सजा की मांग उठाई है। झांसी मेडिकल कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सचिन माहोर ने बताया, शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी, उस समय 49 बच्चे वहां दाखिल थे, 39 बच्चों को रेस्क्यू कर लिया गया, सभी बच्चों की हालत स्थिर है. घटना में 10 बच्चों की मौत हुई है, जिनमें से 3 बच्चों की पहचान अभी नहीं हो पाई है।

मुख्यमंत्री जी चुनाव प्रचार छोड़कर चिकित्सा की बदहाली पर ध्यान दीजिए : अखिलेश

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्चों की मृत्यु एवं कई बच्चों के घायल होने का समाचार बेहद दुखद एवं चिंताजनक है। सबके प्रति संवेदनात्मक श्रद्धांजलि। आग का कारण ‘ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर’ में आग लगना बताया जा रहा है। ये सीधे-सीधे चिकित्सा प्रबंधन व प्रशासन की लापरवाही का मामला है या फिर खराब क्वालिटी के आक्सीजन कॉन्संट्रेटर का। इस मामले में सभी जिम्मेदार लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई हो। उन्होंने आगे कहा, मुख्यमंत्री जी चुनावी प्रचार छोड़कर, ‘सब ठीक होने के झूठे दावे’ छोड़कर स्वास्थ्य और चिकित्सा की बदहाली पर ध्यान देना चाहिए।जिन्होंने अपने बच्चे गंवाएं हैं, वो परिवार वाले ही इसका दुख-दर्द समझ सकते हैं। ये सरकारी ही नहीं, नैतिक जिम्मेदारी भी है। आशा है चुनावी राजनीति करनेवाले पारिवारिक विपदा की इस घड़ी में इसकी सच्ची जाँच करवाएंगे और अपने तथाकथित स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्रालय में ऊपर-से-नीचे तक आमूलचूल परिवर्तन करेंगे। अखिलेश ने आगे लिखा, उप्र के ‘स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री’ से कुछ नहीं कहना है क्योंकि उन्हीं के कारण स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था की इतनी बदहाली हुई है। संकीर्ण-साम्प्रदायिक राजनीति की निम्न स्तरीय टिप्पणियां करने में उलझे मंत्री को तो शायद ये भी याद नहीं होगा कि वो ‘स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री’ हैं।

एक्सपायरी डेट के थे आग बुझाने वाले सिलेंडर

झांसी मेडिकल कॉलेज हादसे पर एक बड़ा खुलासा हुआ है, इस अस्पताल में आग बुझाने वाले सिलेंडर एक्सपायरी डेट के थे। अब इस मामले को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।

अपने मासूमों को बेबस होकर ढूंढ रहे थे माता-पिता

जिनकी बच्चे चिल्ड्रन वार्ड में भर्ती थे आग लगने के बाद से उनका पता नहीं है। एक मां का कहना है उनका बच्चा 10 दिन का था उन्हें पता नहीं है कि वह जिंदा है कि मर गया, उन्हें जले हुए बच्चे दिखाए गए जिनकी पहचान वह नहीं कर सकी। एक बच्चे का पिता जिसे खुद कई बच्चों की जान बचाई उसका बच्चा नहीं मिल रहा है। कुलदीप का कहना है मैं खुद अपने हाथों से चार-पांच बच्चों को बचाया, अब मेरे मेरा बच्चा खुद नहीं मिल रहा है, मुझे मेरा बच्चा मिलना चाहिए। एक बच्चे की नानी माया कहती हैं कि अभी तक बच्चा नहीं मिला है मेरा नाती था अंदर किसी को नहीं जाने दिया। मेरा नाती मशीन में रखा था। लड़की दूध पिलाने गयी तो उसने हल्ला किया कि आग लगी है। सभी लोग दौड़े, खिड़की तोड़ी, किसी ने कांच तोड़ा जिसके हाथ में जो बच्चा आया उसने उसे बचाया।

प्रियंका ने जताया दुख

झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक्स पर लिखा-झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज से दहला देने वाली खबर आई है, जहां नवजात शिशुओं के सघन चिकित्सा कक्ष में आग लग जाने की वजह से दस बच्चों की मौत हो गई है। शोक और सांत्वना के शब्द इस महाविपत्ति के समय व्यर्थ हैं। हम लोग इस मुश्किल परिस्थिति में परिजनों और अभिभावकों के साथ खड़े हैं।

केन्द्र व राज्य ने किया मुआवजे का एलान

झांसी के मेडिकल कॉलेज हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए कहा झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है। वहीं पीएमओ की तरफ से मृतक बच्चों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है। उधर यूपी के सीएम योगी ने मृतकों को 5-5 लाख व घायलों को 50-50 हजार देने की बात कही है।

झांसी हादसे के दोषियों पर हो कार्रवाई: खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- उत्तर प्रदेश के झांसी के मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे में मासूम शिशुओं की मौत का समाचार बेहद पीड़ादायक है। इस हृदयविदारक हादसे में मृत सभी बच्चों के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं. ईश्वर उनके परिवारों को ये दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करे, उन्होंने आगे कहा, हम सरकार से मांग करते है कि इस हादसे के कारणों की जांच हो और जो भी ऐसी लापरवाही का दोषी हो, उसपर सख्त कानूनी कार्रवाई हो।

दोषियों को सख्त सजा जरूरी : मायावती

झांसी हादसे पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक्स पर लिखा-यूपी, झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत की अति-दुखद घटना से कोहराम व आक्रोश स्वाभाविक। ऐसी घातक लापरवाही के लिए दोषियों को सख्त कानूनी सजा जरूरी. ऐसी घटनाओं की भरपाई असंभव फिर भी सरकार पीड़ित परिवारों की हर प्रकार से मदद जरूर करे।

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