कम उम्र की महिलाओं को हो रहा है ब्रेस्ट कैंसर, जानिए लक्षण  

4PM न्यूज़ नेटवर्क: भाग दौड़ भरी जिंदगी में बिगड़ती लाइफस्टाइल को लेकर युवाओं में स्तन कैंसर का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। दरअसल, भारत में ब्रेस्ट कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस कैंसर के केस कम उम्र में भी सामने आ रहे हैं। अब 25 से 30 साल की उम्र कि महिलाएं भी स्तन कैंसर का शिकार हो रही हैं। हालांकि सही समय पर अगर लक्षणों का पता चल जाए तो इस कैंसर पर आसानी से काबू पाया जा सकता है।

बताया जा रहा है कि खानपान की गलत आदतें, बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल और बढ़ता मोटापा इस कैंसर के होने का एक बड़ा कारण है। अब इस कैंसर के होने का पैटर्न भी बदल रहा है। 25 से 30 साल की उम्र में ही महिलाएं इस कैंसर का शिकार हो रही हैं।अब यह कम उम्र की महिलाओं को भी अपनी चपेट में ले रही है। कैंसर रोग विभाग में इलाज करवा रहीं महिलाओं में कई ऐसी हैं जिनकी उम्र 20-25 वर्ष है। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि समय पर बीमारी की पहचान जीवन बचा सकती है। कैंसर केवल बड़ी उम्र में ही होता है. लेकिन ऐसा नहीं है। कम उम्र में भी ये कैंसर हो सकता है ऐसे में सेल्फ एग्जामिनेशन जरूरी है।

ब्रेस्ट का सेल्फ एग्जामिनेशन

  • हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार ब्रेस्ट का सेल्फ एग्जामिनेशन काफी जरूरी है, इससे समय रहते इस कैंसर की पहचान हो सकती है।
  • सेल्फ एग्जामिनेशन में महिलाएं अपनी ब्रेस्ट की खुद जांच करती है, अगर ब्रेस्ट में असामान्य परिवर्तन का पता लगे तो यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है।
  • ब्रेस्ट का सेल्फ एग्जामिनेशन करते समय अपने स्तनों को देखें कि उनके आकार, रंग, और बनावट में कोई बदलाव तो नहीं हो रहा है, देंखे कि स्तन में कोई गांठ तो नहीं है।

जानिए क्या हैं कारण?

  • देर से मां बनना, बच्चे को कम समय तक दूध पिलाना और माहवारी का कम उम्र में ही शुरू होना स्तन कैंसर के कुछ प्रमुख कारण हैं।
  • इसके अलावा रजोनिवृत्ति (मैनोपॉज) देर से होना, मोटापा और हार्मोन से संबंधित दवाएं भी स्तन कैंसर का कारण बन सकती हैं।
  • स्तन की त्वचा पर कोई फोड़ा या अल्सर जो ठीक न होता हो।
  • ब्रेस्ट या स्तन के अग्रभाग के आकार में असामान्य बदलाव होना।
  • ब्रेस्ट में गांठ होना और समय के साथ इसका आकार बढ़ना।

https://www.youtube.com/watch?v=f3FvduuYeNg

Related Articles

Back to top button