योगी सरकार के खिलाफ विपक्ष ने बोला हल्ला, पूरे राज्य में प्रदर्शन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत को लेकर पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं ने लखनऊ समेत पूरे राज्य में जमकर विरोध प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका। इस दौरान एक कांग्रेसी आग की चपेट में आने से झुलस गया। दरअसल बुधवार को लखनऊ में कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान एक कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मौत को लेकर बृहस्पतिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश जाहिर किया। उन्होंने पार्टी कार्यालय के मुख्य द्वार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला जलाया। एनएसयूआई का कार्यकर्ता अक्षत सिंह आग की चपेट में आ गया और झुलस गया। उधर कालेसर बगहा बाबा मुक्तिधाम में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय के अंतिम संस्कार के दौरान हंगामा होने लगा। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के पहुंचने पर वहां मौजूद लोगों और परिजनों ने पहले उन्हें किनारे कर दिया फिर काफी कहने पर आगे जाने दिया। इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ता पुलिस और सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे, जबकि अन्य लोग राहुल और प्रियंका गांधी मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। वहां मौजूद लोगों ने एक पार्टी के लोगों द्वारा कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर बुलाकर मरवाने का आरोप लगाना शुरू कर दिया। इसी बीच तनाव बढ़ता देख पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
अंबेडकर पर शाह के दिये बयान पर थमा नहीं बवाल, पूरे देश में उबाल
कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष ने एनडीए सरकार को घेरा, संसद परिसर में विपक्षी सांसदों ने विरोध मार्च निकाला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। अंबेडकर पर संसद में गृहमंत्री अमित शाह के दिए बयान पर दूसरे दिन भी पूरे देश हंगामा जारी रहा है। कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर धरना प्रदर्शन तो किए ही गृहमंत्री अमित शाह का पुतला भी फंूंका। यूपी में जहां सपा व कांग्रेस ने सडक़ पर बाबा साहब की तस्वीर लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। वहीं दिल्ली से लेकर मुंबई तक कांग्रेस भाजपा के खिलाफ जोरदार धरना प्रदर्शन किया।
वंही अंबेडकर विवाद पर विपक्षी सांसदों ने संसद के बाहर प्रदर्शन किया। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, कांग्रेस जनता को धोखा देने की कोशिश कर रही है। वे बाबा साहब अंबेडकर के नाम पर फर्जी जानकारी फैला रहे हैं। हम यहां सच बताने आए हैं। अंबेडकर को परिषद से किसने हटाया? उन्हें चुनाव किसने हारा दिया? कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहब के जन्मस्थान पर उनके स्मारक के निर्माण में 40 साल की देरी की। ये उन्हें नहीं दिखता।
केजरीवाल ने नीतीश-नायडू को लिखा पत्र
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू को पत्र लिखा है। केजरीवाल ने लिखा, गृहमंत्री का बयान न केवल अपमानजनक है बल्कि भाजपा की बाबासाहेब और हमारे संविधान के प्रति सोच को उजागर करता है। देश भर में करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। ये बयान देने के बाद अमित शाह जी ने माफी मांगने की बजाय अपने बयान को उचित ठहराया। अरविंद केजरीवाल ने लिखा, मैं आपको यह पत्र एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर लिख रहा हूं, जो न केवल हमारे संविधान बल्कि बाबासाहेब अम्बेडकर की प्रतिष्ठा से भी जुड़ा है। दिल्ली के पूर्व सीएम ने आगे लिखा,बाबासाहेब के बारे में ऐसा कहने का साहस आखिर भाजपा ने कैसे किया?
गृहमंत्री ने लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई : सुदय यादव
जहानाबाद। गृहमंत्री अमित शाह की ओर से लोकसभा में बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर पर दिए गए बयान को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। इस बयान के खिलाफ जहानाबाद में राजद कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रतिशोध मार्च निकाला और अरवल में अमित शाह का पुतला फूंका। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे स्थानीय विधायक सुदय यादव ने गृह मंत्री के बयान को ‘अत्यंत निंदनीय’ करार दिया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर ने भारत के संविधान का निर्माण कर देश को विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाया। गरीब, पिछड़े और दलित समाज को मुख्यधारा में लाने के लिए उनके प्रयासों को दुनिया सलाम करती है।
मासूमों के साथ ज्यादती कर रही भाजपा सरकार
बच्चे पूछ रहे- सीएम सर! यह क्या हो रहा है
बिना स्वेटर-शॉल स्कूल जा रहे नौनिहाल पारा 11 डिग्री के नीचे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। खबर कौशाम्बी जिले से हैं लेकिन इस तरह की तस्वीरे पूरे उत्तर प्रदेश से आ रही है। इन तस्वीरों ने विचलित कर दिया है और अदम गोंडवी की वह लाइनें बिल्कुल सच साबित हो रही है जिसमें उन्होंने लिखा था कि तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम सुहाना है, सरकारी फाइलों में उत्तर प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था सदृढ़ रूप से आगे बढ़ा रही है। स्कूल ड्रेस के साथ मिड डे मील खाकर बच्चे हष्ट-पुष्ट हो रहे हैं। जी हां किसी भी सरकारी अधिकारी से जब आप पूछेंगे तो वह यही कहेगा लेकिन जब जमीनी हकीकत सामने आयेगी तो पैरों तले जमीन खिसक जाएगी।
आखिर गलती किस की है, सरकार की, सिस्टम की या फिर अभिभावक की। आप जिसे चाहिए दोषी ठहराईये मर्जी आप की लेकिन हकीकत यह है कि 11 डीग्री सेल्सियस में बिना गर्म कपड़े , जूता मोजा पहने बच्चे स्कूल जाने के लिए मजबूर है। कौशांबी जिले में आज सुबह 9 बजे पारा 11 डिग्री सेल्सियस रहा। पारा लगातार कम हो रहा है। इस तापमान में सर्द हवाएं भी ठंड को और बढ़ा रही हैं। इस स्थिति में भी बच्चे बिना स्वेटर के स्कूल पहुंच रहे हैं। जहां बदहाल कमरों में टूटे खिडक़ी दरवाजे से आती ठंडी हवा की मार भी सहते हए पडऩे को मजबूर हैं।
उपस्थिति भी हो रही है कम
तेज होती ठंड का असर स्कूलों में छात्र छात्राओं की उपस्थिति पर भी पडऩे लगा है। स्कूलों में बच्चों की मौजूदगी कम होने लगी है। इसका अहम कारण बच्चों के पास गर्म कपडों का अभाव और स्कूल भवन में मौसम की मार से बचाव की माकूल व्यवस्था न होना है। यूपी के ज्यादातर प्राइमरी स्कूलों में ठंड से बचने के व्यापक साधन नहीं है। ऐसे में अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजना मुनासिब नहीं समझते।
प्रदर्शनकारी किसानों पर सुप्रीम कोर्ट सख्त
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने खनौरी बॉर्डर पर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की चिकित्सा जांच नहीं कराने पर पंजाब सरकार को फटकार लगाई।
पंजाब के अधिकारियों के माध्यम से किसान नेता द्वारा मुद्दे के समाधान की इच्छा जताए जाने के बाद न्यायालय ने कहा कि डल्लेवाल के ठीक होने पर अदालत उनसे बात करेगी। कोई भी किसानों को विरोध प्रदर्शन से डिगाने की कोशिश नहीं कर रहा है, केवल उनके नेता डल्लेवाल की सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से कहा कि डल्लेवाल को कम से कम एक सप्ताह तक इलाज कराने के लिए राजी करें और अन्य लोग प्रदर्शन जारी रख सकते हैं। भारतीय किसान यूनियन (सिद्धूपुर) के प्रवक्ता गुरदीप सिंह चहल ने कहा कि गुरुवार को डल्लेवाल की तबीयत खराब होने पर भी वह लगभग 10 मिनट तक बेहोश रहे, सरकार के सूत्रों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश ने राज्य पर फिर से ध्यान केंद्रित कर दिया है। हालाँकि, यह कोई नई बात नहीं है। पंजाब पुलिस के अधिकारी सीमा पर आंदोलनकारी किसानों के संपर्क में हैं। लेकिन डल्लेवाल दृढ़ हैं। वह कोई चिकित्सीय सहायता नहीं लेना चाहता। काफी समझाने के बाद वह कुछ दिन पहले अपनी चिकित्सकीय जांच कराने के लिए सहमत हुए थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पंजाब सरकार ने स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला को खनौरी बॉर्डर पर जाकर डल्लेवाल को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। हालांकि, हमें उम्मीद नहीं है कि बहुत कुछ बदलने वाला है। सुप्रीम कोर्ट का आदेश राज्य को बल प्रयोग न करने का निर्देश देने के बारे में है। अब हम बल प्रयोग नहीं कर सकते. हम जो कुछ कर सकते हैं वह है राजी करना। लेकिन हम जानते हैं कि हमारे प्रयास पहले ही सफल नहीं हुए हैं।
अमित शाह को बचाने की साजिश: प्रियंका
धक्का-मुक्की कांड पर भाजपा पर बरसीं कांग्रेस सांसद
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सांसदों पर जमकर निशाना साधा। प्रियंका ने उन सांसदों को संसद भवन परिसर में जय भीम का नारा लगाने की चुनौती दी, जो उनकी पार्टी पर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगा रहे थे। उन्होंने कहा कि लोगों को यह भ्रम नहीं होना चाहिए कि भाजपा संविधान की रक्षा कर रही है, क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भाषा उनके असली चेहरे को दिखाती है। यह सब अमित शाह को बचाने के लिए किया जा रहा है।
कांग्रेस नेता ने कहा, हम रोज सुबह 10 से 11 बजे तक विरोध प्रदर्शन करते हैं, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। यह सब एक साजिश है। जो हमें रोक रहे थे, हमने उनसे कहा था कि जय भीम बोलकर दिखाएं। हमने कुछ नहीं कहा, बस अपने संविधान के लिए नारे लगाए। अगर इस देश के लोग सोचते हैं कि ये लोग संविधान की रक्षा कर रहे हैं, तो उन्हें भ्रम में नहीं रहना चाहिए, क्योंकि अमित शाह की भाषा ने उनकी असलियत को उजागर कर दिया। वह जय भीम भी नहीं कह सकते। मैं उन्हें चुनौती देती हूं कि यहां आकर जय भीम बोलकर दिखाएं।