वोट के लिए पैसा और शराब खुलेआम बांटी गई: सिसोदिया

  • आप नेता बोले- आचार संहित का उल्लंघन हुआ
  • हम विश्लेषण करेंगे क्यों हारे : आतिशी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में भाजपा का 26 साल का वनवास समाप्त हो चुका है। प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा ने राजधानी में वापसी की है। बीते 10 साल से दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी का किला ढह गया। चुनाव परिणाम के बाद आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा, अरविंद केजरीवाल ने उन आप उम्मीदवारों का मनोबल बढ़ाया, जो चुनाव नहीं जीत पा रहे हैं। सभी ने बहुत अच्छे से चुनाव लड़ा, जबकि पूरी मशीनरी का इस्तेमाल किया गया।
पैसा, शराब खुलेआम बांटी गई। भारत के चुनाव आयोग के नियमों और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया गया। हम अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में लोगों की सेवा करेंगे। वहीं बैठक के बाद आप नेता आतिशी ने कहा, अभी विश्लेषण चल रहा है कि आप क्यों हारी, लेकिन यह दिल्ली की जनता का जनादेश है। हम जनादेश का सम्मान करते हैं। यह चुनाव इतनी गुंडागर्दी के साथ हुआ, ऐसा चुनाव दिल्ली के इतिहास में कभी नहीं हुआ होगा। जहां खुलेआम पैसे बांटे जा रहे हैं, खुलेआम शराब बांटी जा रही है, पुलिस खुलेआम बंटवा रही है और जो इसकी शिकायत कर रहा है, उसे जेल में डाला जा रहा है। लेकिन हम दिल्ली की जनता के जनादेश को स्वीकार करते हैं और विरोध के रूप में रचनात्मक भूमिका निभाएंगे।

विधायकों से बैठक के लिए भाजपा ने एलजी से मांगा समय

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारी जीत दर्ज करने के एक दिन बाद भाजपा ने रविवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के साथ नवनिर्वाचित पार्टी विधायकों की बैठक के लिए समय मांगा। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सक्सेना को पत्र लिखकर शहर के 48 नवनिर्वाचित पार्टी विधायकों और सात लोकसभा सांसदों के साथ बैठक के लिए समय मांगा।

आप को हराने में कामयाब रही पार्टी : देवेंद्र यादव

दिल्ली विधानसभा के चुनाव में बुरी तरह हारने के बावजूद प्रदेश कांग्रेस के नेता परिणाम से खुश नजर आ रहे हैं। उनका मानना है कि इस बार उनका मुख्य उद्देश्य चुनाव जीतना नहीं, बल्कि आम आदमी पार्टी को हराना था और मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने का अधिक लक्ष्य था। कांग्रेस इस लक्ष्य में काफी हद तक कामयाब हो गई है। नेताओं का कहना है कि यदि उनकी पार्टी ने इस बार चुनाव में पूरी ताकत से आप को चुनौती नहीं दी होती, तो पार्टी का जनाधार बढ़ाना संभव नहीं होता। कांग्रेस का अधिकांश वोट बैंक कुछ साल में आप को स्थानांतरित हो चुका है, जिससे पार्टी की चुनावी स्थिति कमजोर हुई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने एक रणनीति के तहत दिल्ली न्याय यात्रा निकाली थी। उनका उद्देश्य था कि वे भाजपा के साथ मिलकर आप को चुनावी नुकसान पहुंचाएं और इस तरह से कांग्रेस को फिर से जनमानस में प्रासंगिक बनाया जाए। देवेंद्र यादव का कहना है कि इस यात्रा ने अपना उद्देश्य पूरा किया, क्योंकि कांग्रेस के प्रयासों के कारण 14 सीटों पर आप को नुकसान हुआ और वह सत्ता से बाहर हो गई। कांग्रेस का यह कदम केवल चुनावी हार से कहीं अधिक था। कांग्रेस ने इस बार अपनी हार को एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा, जो पार्टी के पुनर्निर्माण की दिशा में एक जरूरी मोड़ साबित होगा।

Related Articles

Back to top button